अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो जरूर मालूम होगा की VOIP का फुल फॉर्म क्या है (VOIP Full Form). क्यूंकि इंटरनेट में संचार करने की बढ़ोतरी हुई और लोगों को नार्मल कॉल करने की जगह इंटरनेट पर मैसेज और वौइस् कॉल पर बात करने में काफी इजाफा देखा गया है.
आप अक्सर इंटरनेट का इस्तेमाल करते ही होंगे जिसमे व्हाट्सएप्प और टेलीग्राम का काफी प्रयोग किया जाता है. इन एप्प में चैटिंग की सुविधा तो होती है साथ ही आपको कॉल के जरिये बात करने की भी सुविधा मिलती है.
फ़ोन कॉल पर बात करना काफी महंगा हो चूका है खासकर जिनके रिश्तेदार विदेशों में रहते हैं उनके लिए तो और भी ज्यादा पैसे खर्च होते हैं. यही वजह है की लोग विकल्प की तलाश करने लग जाते हैं.
आज जिस शब्द की हम यहाँ पर बात कर रहे हैं वो इसी इंटरनेट पर वौइस्इ कॉल करने से सम्बन्ध रक्त है और जो निश्चित रूप से आपके लिए फायदेमंद साबित होगा. तो चलिए अब आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएँगे की VOIP का हिंदी में पूरा नाम क्या है.
VOIP का फुल फॉर्म क्या है – What is the full form of VOIP in hindi
VOIP का फुल फॉर्म Voice Over Internet Protocol है.
हिंदी में इसका पूरा नाम वौइस् ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल होता है जिसका अर्थ होता है इनटरनेट प्रोटोकॉल के ऊपर बात करना.
वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी), एक तकनीक है जो आपको रेगुलर इस्तेमाल किये जाने वाले फोन लाइन के बजाय ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करके वॉइस कॉल करने की सुविधा देती है.
इनमें से कुछ सेवाएं आपको केवल उसी सेवा का उपयोग करके अन्य लोगों को कॉल करने की अनुमति दे सकती हैं, लेकिन कई ऐसी भी सेवाएं होती हैं जो आपको किसी ऐसे लोगों को भी फ़ोन में बात करने सुविधा देती है जिनके पास इंटरनेट न हो और उनके पास एक साधारण सा फ़ोन हो.
जबकि कुछ ऐसी भी सेवाएं होती हैं जो केवल आपके कंप्यूटर या एक ख़ास IP address के फोन पर काम करती हैं. इसी में कुछ दूसरी सेवाएं आपको एक एडाप्टर से जुड़े टेलीफोन के द्वारा बात करने की सुविधा देती है.
VoIP कैसे काम करता है?
यह सेवा आपके आवाज़ को डिजिटल सिग्नल में बदल देती है जो इंटरनेट के माध्यम से तेज़ गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचती है. अगर आप किसी साधारण फ़ोन के मोबाइल नंबर में फ़ोन लगाते हैं तो वहां कॉल जाने के पहले सिग्नल डिजिटल में न बदलकर एक टेलीफोनिक सिग्नल में बदलती है.
जब आप एक कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो आपके पास वौइस् ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल की तकनीक को अपनी मर्ज़ी से इस्तेमाल करने का मौका मिलता है जहाँ पर आप अपनी एक डायरेक्टरी भी बना सकते हैं. जिसमे आप VoIP प्रयोग करने वाले नंबर और रेगुलर मोबाइल नंबर को अलग अलग केटेगरी में रख सकते हैं.
जब आप रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे या फिर ऐसी जगह में रहते हैं जहाँ पर हॉटस्पॉट की सुविधा होती है तो वहां आप वाईफाई के माध्यम से जुड़ सकते हैं और इस सुविधा का प्रयोग कर सकते हैं.
निष्कर्ष
जैसे जैसे तकनीक विकास हो रहा है वैसे ही नयी सुविधाएँ लोगों को मिल रही है जिसमे से एक है इंटरनेट के माध्यम से कॉल पर बात करना. लोकल में तो हम इस का महत्व उतना नहीं संहते लेकिन जिनके रिश्तेदार दूसरे देशों में रह रहे हैंउनहे मालूम है की ये सुविधा उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है.
इसीलिए हमने सोचा की आज आपको बताया जाये की VOIP का फुल फॉर्म क्या है (What is the full form of VOIP in hindi).हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी.