भारत में कई लोग अपने अच्छे भविष्य के लिए सरकारी नौकरी के लिए तैयारी करते हैं और अधिकतर को पता होता है कि यूपीएससी क्या है (What is UPSC in Hindi). लेकिन कई लोगों को मालूम नहीं होता है कि आखिर इसके लिए क्वालिफिकेशन क्या चाहिए. बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो 10th और 12th पास करने के बाद सोचते हैं कि आखिर क्या करें. अगर उन्हें यूपीएससी के बारे में पता चल जाए तो वह उसी वक्त से इसे अपना लक्ष्य बनाकर अपने भविष्य को बना सकते हैं. बहुत सारे लोगों को यह भी नहीं मालूम होता है कि यूपीएससी में कितने पोस्ट होते हैं. अगर यह बात है तो आपको टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्योंकि यूपीएससी की जानकारी हिंदी में हम इस पोस्ट के माध्यम से लेकर आपके लिए ही आए हैं.
आपको तो पता ही होगा कि सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में क्या फर्क है.जो इस फर्क को समझते हैं वह अच्छी तरीके से गवर्नमेंट जॉब के महत्व को भी समझते हैं. और जानते हैं कि अगर एक परीक्षा अच्छे से क्लियर कर लिया जाए तो भविष्य बहुत ही सुनहरा हो सकता है. क्या आप जानते हैं कि अधिकतर बिहार के लोग ही आईएएस क्यों बनते हैं?
आप हमेशा न्यूज़ में सुनते होंगे कि बिहार में सबसे अधिक आईएएस और आईआईटियन पैदा होते हैं. भले ही शिक्षा दर वहां पर कम है लेकिन जो लोग सरकारी एग्जाम को अपना लक्ष्य बना कर चलते हैं वह बस यही सोचते हैं कि उन्हें जिंदगी में सिर्फ एक एग्जाम ही क्लियर करना है और फ्यूचर ब्राइट हो जाएगा. लेकिन उन्हें पता होता है कि जिस पढ़ाई को वह कर रहे हैं उसकी प्लानिंग कैसे करें. इसी तरह जो आईएएस बनना चाहते हैं उन्हें पता होता है कि यूपीएससी सिलेबस इन हिंदी क्या है. तभी वह अच्छे ढंग से तैयारी कर पाते हैं. अगर आपके अंदर भी इस तरह की मानसिकता पैदा हो जाए कि आपको बस एक परीक्षा के लिए जी तोड़ मेहनत करना है, इसके बाद आपको किसी तरह की पढ़ाई नहीं करनी है तो फिर आप भी यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा को पास कर सकते हैं. कोई भी चीज नामुमकिन नहीं हो सकती, इंसान ही उसे मुमकिन या फिर नामुमकिन बनाते हैं.
अगर आप इस बात को लेकर कन्फ्यूजन में हैं कि यूपीएससी के लिए क्या क्वालिफिकेशन चाहिए और इसकी सिलेबस क्या है तो फिर आप निश्चित हो जाए क्योंकि आप सही पोस्ट पढ़ रहे हैं. क्योंकि इसमें हम यूपीएससी की जानकारी सरल भाषा में देने की कोशिश करेंगे तो आप अच्छे तरीके से समझ ही जाएंगे की यूपीएससी क्या होता है (What is UPSC in Hindi) और इसकी सिलेबस क्या है.
यूपीएससी क्या है – What is UPSC in Hindi
UPSC भारत की सबसे प्रमुख केंद्रीय रिक्रूटमेंट (भर्ती करने वाली संस्था) एजेंसी है. जो कई तरह के परीक्षाओं का आयोजन करती है जैसे कि सिविल सेवा परीक्षा, IFS, NDA, CDS, SCRA इत्यादि. सिविल सेवा परीक्षा को आईएएस परीक्षा के रूप में भी जाना जाता है और इसमें लगभग 24 सेवाएं शामिल है जैसे आईएसएस, आईपीएस, आईआरएस, आईआरपीएस.
लोक सेवा आयोग के रूप में इसकी स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई. जिसे बाद में भारत सरकार अधिनियम 1935 द्वारा Federal Public Service Commission के रूप में फिर से गठित किया गया था. आजादी के बाद जिसमें सिर्फ एक फेरबदल किया गया और फेडरल की जगह यूनियन कर दिया गया यानि की Union Public Service Commission. यूपीएससी का मुख्यालय धौलपुर हाउस नई दिल्ली में है और अपने खुद के सचिवालय के माध्यम से काम करता है
जून 2018 से अरविंद सक्सैना इस के अध्यक्ष हैं.
सिविल सेवा परीक्षा भारत में परीक्षा को पैक करने के लिए सबसे प्रतिष्ठित और कठिन माना जाता है. इस साल लगभग 5 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी. तभी अगर हम हाल ही की बात करें तो सबसे लेटेस्ट यूपीएससी परीक्षा विवरण के अनुसार सिविल सेवा के लिए लगभग 980 वैकेंसी है. यह हमें साफ तौर पर दिखता है कि केवल कुछ ही मेहनती छात्रों को इस परीक्षा में सफलता मिल सकती है और यह सब केवल कड़ी मेहनत से नहीं बल्कि एक प्लानिंग के तहत कह जाता है जिसमें हार्ड वर्क की बजाय स्मार्ट वर्क करना पड़ता है.
एग्जाम की तैयारी कैसे करें यह आप को समझना होगा तभी आप किसी भी तरह के कॉन्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कैसे करते हैं समझ जाएंगे. आम तौर पर देखा जाए तो जो सिविल सर्विसेज की वैकेंसी होती है वह हर साल बदलती रहती है. इस आर्टिकल में आप आगे जान सकेंगे कि इस परीक्षा के लिए योग्यता क्या है और कितने अटेम्प्ट कर सकते हैं, आयु सीमा क्या है, एक्जाम पेटर्न किस तरह का होता है.
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UPSC का फुल फॉर्म – Full Form of UPSC in Hindi & English
UPSC का फुल फॉर्म हिंदी में
संघ लोक सेवा आयोग
Full-Form of UPSC in English
Union Public Service Commission
यूपीएससी का इतिहास
भारत में सुपीरियर सिविल सर्विसेज पर रॉयल कमीशन की स्थापना ब्रिटिश सरकार द्वारा 1923 में शौर्य हमके लाडली की अध्यक्षता में की गई थी . भारतीय और ब्रिटिश सदस्यों के समान संख्या के साथ आयोग ने 1924 में एक लोक सेवा आयोग की स्थापना की. उन्होंने इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए इसकी सिफारिश की. ली कमीशन ने यह प्रस्ताव दिया कि भविष्य में इसमें प्रवेश लेने के लिए 40 परसेंट ब्रिटिश, 40 परसेंट भारतीय, और 20 परसेंट भारतीय प्रोविंशियल सर्विसेस से प्रमोट किए जाएंगे.
इसी वजह से 1 अक्टूबर 1926 को सर रॉस बार कर की अध्यक्षता में पहले लोक सेवा आयोग की स्थापना हुई. लोक सेवा आयोग को सिर्फ एक सीमित सलाहकार समारोह दिया गया और स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं ने लगातार इस पहलू पर जोर दिया. जिसके कारण भारत सरकार अधिनियम 1935 के तहत यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की स्थापना हुई. यानी कि फेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन की जगह इसका नाम बदलकर यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन कर दिया गया.
फेडरल पब्लिक सर्विस कमिशन आजादी के बाद यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन बन गया जिसे 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान के तहत एक संवैधानिक दर्जा दिया गया था.
यूपीएससी के लिए आयु सीमा – Age Limit for UPSC
सिविल सेवा आईएएस परीक्षा के लिए कम से कम उम्र 21 साल होना चाहिए. EWS श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए कोई उम्र में किसी तरह की छूट नहीं है. चलिए हम विस्तार से देख लेते हैं.
कैटेगरी | अधिकतम उम्र कि सीमा | प्रयासों की संख्या |
---|---|---|
जनरल | 32 साल | 6 बार |
अन्य पिछड़ी जाति | 35 साल (3 साल की छूट) | 9 बार |
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) | 32 साल | 6 बार |
अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति SC/ST | 37 साल (साल की छूट) | कोई सीमा नहीं |
विकलांग उम्मीदवार | 42 साल (10 साल की छूट) | जनरल और ओबीसी (9 बार) SC/ST (कोई सीमा नहीं) |
परीक्षा के लिए उम्र की जो सीमा होगी उस वर्ष अगस्त 1 तारीख से से गिनी जाएगी.
यूपीएससी के लिए क्वालिफिकेशन
उम्मीदवार को सरकारी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री होनी चाहिए.
अगर आप अंतिम वर्ष में है या परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं वह भी preliminary Examination के लिए अप्लाई कर सकते हैं. ऐसे सभी उम्मीदवार जो आईएएस परीक्षा के लिए उपस्थित होने के योग्य हैं उन्हें Main Examination के लिए आवेदन के साथ अपने परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण देना होगा.
पेशेवर और तकनीकी योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों को टेक्निकल और प्रोफेशनल डिग्री के बराबर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है.
मेडिकल स्टूडेंट जो अपने एमबीबीएस की फाइनल एग्जाम पास कर चुके हैं लेकिन उनका अभी तक इंटर्नशिप नहीं हुआ है वह भी आईएस के लिए आवेदन दे सकते. हालांकि Main Examination एप्लीकेशन कोर्स कंपलीशन की सर्टिफिकेट जहां से उन्होंने अपना कोर्स किया है उसे सबमिट करना होगा.
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यूपीएससी की सिलेबस
Phase 1: UPSC Preliminary Examination
इस phase में दो कॉम्पोनेंट होते हैं.
- 1. General Studies
- 2. Civil Services Aptitude Test (CSAT)
मोटे तौर पर सिविल सेवा Primary Examination दो तरह के पेपर होते हैं. हर पेपर 200 नंबर का होता है. इसलिए टोटल मिलाकर 400 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं. दोनों पेपर के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है. सिविल सेवा Mains मैं बैठने के लिए इन दोनों पेपर में पास होना जरूरी है.
इसके अलावा यूपीएससी General Studies के पेपर में 100 सवाल होते हैं जबकि CSAT के पेपर में 80 सवाल होते हैं. गलत जवाब देने पर नेगेटिव मार्किंग की जाती है मतलब जिस क्वेश्चन का जितना नंबर है उसका 1/3 नंबर काट लिया जाता है.
हर सवाल का सही जवाब देने पर दो नंबर मिलते हैं. इसीलिए अगर कोई गलत जवाब देता है तो उसके 0.66 नंबर काट लिए जाते हैं.
इसी तरह CSAT के पेपर में 80 क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो कि 200 नंबर के होते हैं. जिसमें सही जवाब देने पर 2.5 नंबर दिया जाता है इसीलिए जो लोग गलत जवाब देते हैं उनके 0.833 नंबर काट लिए जाते हैं.
अगर किसी सवाल का जवाब नहीं दिया जाता है तो उसके लिए कोई नंबर नहीं काटा जाता.
आईएएस Prelims के दो पेपरों पर नीचे हमने डिटेल में बताई है.
General Studies
General Studies परीक्षा Preliminary Examination का पहला पेपर होता है. इस टेस्ट से कैंडिडेट की जनरल अवेयरनेस के बारे में पता लगाया जाता है जिसके अंतर्गत जो सब्जेक्ट होते हैं वह इस प्रकार हैं. Indian Polity, geography, History, Indian Economy, Science और Technology, Environment और Ecology, International relations तथा associated UPSC current affairs.
Civil Services Aptitude Test (CSAT)
- यूपीएससी के अंतर्गत CSAT का टेस्ट रखने का मकसद कैंडिडेट का Aptitude एबिलिटी और Reasoning and Analytical चेक करना होता है. कंप्रीहेंशन के जरिए कैंडिडेट के रेडिंग तो चेक की जाती है साथ में डिसीजन मेकिंग क्वेश्चंस के जरिए उनकी डिसीजन मेकिंग एबिलिटी भी चेक की जाती है.
- डिसीजन मेकिंग वाले जो क्वेश्चन होती हैं उन पर नेगेटिव मार्किंग नहीं किया जाता है.
- Preliminary examination कैंडिडेट को एग्जाम के आगे के स्टेटस के लिए स्क्रीनिंग करने के लिए होता है.
- अंतिम रैंक सूची में पहुंचने के दौरान प्रीलिम्स में प्राप्त अंकों को नहीं जोड़ा जाएगा.
Phase 2: UPSC Mains Exam
Mains examination सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे स्टेज के एग्जाम के रूप में जाना जाता है. जी जवाब प्रिलिमनरी एग्जामिनेशन में पास हो जाते हैं तभी मेंस एग्जामिनेशन के लिए क्वालीफाई कर पाते हैं.
मेंस एग्जामिनेशन कैंडिडेट की एकेडमिक टैलेंट में गहराई को पड़ता है और उसके समझने की काबिलियत को भी चेक करता है इसीलिए उस समय पर आधारित क्वेश्चन पूछे जाते हैं.
यूपीएससी मैन एग्जामिनेशन पेपर में लिया जाता है जिसमें से दो पेपर 300 नंबर के होते हैं.
कोई भी भारतीय भाषा पेपर
इंग्लिश लैंग्वेज पेपर
Langauge एलिवेशन पूछे जाने वाले क्वेश्चन के स्ट्रक्चर
Essay – 100marks
Precise Writing – 60 marks
Reading comprehension – 60 marks
Translation:
English to Hindi (compulsory language ) – 20 marks
(compulsory language ) Hindi to English – 20 marks
Grammar और basic language – 40 marks
यूपीएससी के लिए सब्जेक्ट
Syllabus for GS Paper (Prelims Paper-I)
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (History of India and Indian National Movement.
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं (Current events of national and international importance)
- भारतीय राजनीति और शासन (Indian Polity and Governance)
- भारतीय और विश्व भूगोल-भौतिक (Indian and World Geography-Physical).
- आर्थिक और सामाजिक विकास (Economic and Social Development)
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे (General issues on Environmental Ecology, Biodiversity and Climate Change)
Syllabus for CSAT Paper (Prelims Paper-II)
- Comprehension
- सामान्य मानसिक क्षमता – General mental ability
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल – Interpersonal skills including communication skills
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता – Logical reasoning and analytical ability
- निर्णय लेना और समस्या का समाधान – Decision-making and problem solving
- सामान्य मानसिक क्षमता – General mental ability
- बुनियादी संख्या – Basic numeracy
UPSC Mains Syllabus
Paper – I
निबंध – Essay (उम्मीदवार अपनी पसंद की भाषा में लिख सकते हैं)
Paper – II
General Studies – I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल)
Paper – III
General Studies – II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध)
Paper – IV
General Studies – III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन)
Paper – V
General Studies – IV नैतिकता (Ethics), नैतिकता(Integrity) और योग्यता(Aptitude)
Paper – VI
Optional Subject – Paper I
Paper – VII
Optional Subject – Paper II
यूपीएससी में कितने पोस्ट होते हैं
UPSC कई तरह के पदों और सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है. आम यूपीएससी परीक्षा में Engineering services exam, NDA exam, civil service exam और Indian statistical services परीक्षा शामिल हैं. ये परीक्षा Group A और Group B level की केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए हैं. यदि आप परीक्षा को पास कर लेते हैं, तो आप अधिकारी स्तर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं. इस परीक्षा के माध्यम से आपको प्रतिष्ठित नौकरियां मिलती हैं. जो लोग अधिकारी बनना चाहते हैं, उनके लिए बहुत सारे ऑप्शन मौजूद है.
यूपीएससी परीक्षा क्लियर करने के बाद वाली नौकरियां.
- Indian Police Service
- NDA
- Assistant provident Fund Commissioner
- CDS exam for Defences
- Civil Services
- Indian Postal Service
- Central Armed Police Forces (AC),
- Medical examination
- Indian Foreign Service
- Indian Revenue Service
- Indian Ordnance Factories Service
- Indian Railway Traffic Service, Group ‘A’
- Indian Defence Accounts Service
हमने यहां पर सिर्फ कुछ ही उदाहरण दिए हैं जो इस एग्जाम के पास होने के बाद आप कर सकते हैं.इसके अलावा बहुत सारी सेवाएं हैं जो इसके अंतर्गत आती है.
संक्षेप में
प्रोफेशनल सरकारी नौकरी के लिए एग्जाम तो बहुत तरीके के होते हैं लेकिन सभी परीक्षाओं में यूपीएससी की मान्यता सबसे अधिक मानी जाती है लेकिन आज भी बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जिन्हें यह नहीं मालूम होता है कि यूपीएससी क्या है (What is UPSC in Hindi) और इसके अंदर कितने पोस्ट होते हैं. इसीलिए आज के पोस्ट में हमने यूपीएससी की जानकारी आपको देने की कोशिश की है और सरल भाषा का प्रयोग करते हुए आपको यह भी बताया कि यूपीएससी के लिए क्वालिफिकेशन कितनी होनी चाहिए. हर जॉब जो भी सरकारी होता है उसमें एक निश्चित आयु सीमा होती है इस पोस्ट में हमने आपको यह भी बताया कि किस कैटेगरी के लोग कितनी उम्र तक एग्जाम को लिख सकते हैं और कितनी बार लिख सकते हैं.
अगर आप किसी से पूछ कर देखे तो बहुत सारे ऐसे लोग भी मिल जाएंगे जिन्हें आज भी नहीं मालूम कि यूपीएससी का फुल फॉर्म क्या है. लेकिन इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जान ही रहे होंगे की इस का फुल फॉर्म क्या है. यूपीएस की तैयारी के लिए हर सब्जेक्ट को पढ़ना और सही समय पर इसकी तैयारी कंप्लीट करना बहुत जरूरी है इसलिए हमने आपको यूपीएससी की सिलेबस क्या है वह भी बताया और इसके लिए सब्जेक्ट कौन-कौन से पढ़ने हैं उसकी जानकारी भी दी है. मैं उम्मीद करता हूं आपको यह पोस्ट बहुत हेल्पफुल लगी होगी अगर सच में आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सएप में अधिक से अधिक शेयर करें.
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