जैसा कि हम जानते हैं हमारे भारत में अनेक राज्य है. उन सभी राज्यों में अनेक जिले हैं. इन्हीं जिलों से मिलकर के एक राज्य बनता है.
इन सभी जिलों में अपने अलग-अलग अनेकों तहसील होते हैं और इन सभी तहसील पर एक अधिकारी होता है , जो कि पूरे तहसील को नियंत्रित किए रहता है. आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं एक तहसीलदार कैसे बने?
साथ हैआप ये भी जानेंगे की इसके लिए आपके पास क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए. हमारे देश में तहसील दार की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
यदि आप में से कोई इच्छुक व्यक्ति (जोकि ग्रेजुएट हो) तहसीलदार बनना चाहता है, यह लेख आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है. कृपया हमारे द्वारा लिखे गए इस महत्वपूर्ण लेख अंत तक अवश्य पढ़ें.
तहसीलदार क्या होते हैं?
किसी भी जिले में अनेकों तहसील होते हैं, उनमें से प्रत्येक तहसील पर अलग-अलग अधिकारियों का नियंत्रण होता है, प्रत्येक तहसील पर नियंत्रण करने वाले अधिकारियों को तहसीलदार कहा जाता है.
यह अपने तहसील के भूमि संबंधित समस्याओं तथा आवश्यक पदार्थों की आपूर्ति का नियंत्रण करते हैं.
हसीलदार बनने के लिए योग्यताएं क्या होनी चाहिए ?
शिक्षा
यदि आप तहसीलदार बना सकते हैं, तो आपको इसके लिए आपको ग्रेजुएट होना अति आवश्यक होता है.
तहसीलदार बनने के लिए परीक्षा के बाद वही विद्यार्थी दे सकते हैं जो ग्रेजुएट होते हैं, अर्थात किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की परीक्षा को उत्तीर्ण किए रहते हैं.
यदि कोई भी व्यक्ति ग्रेजुएशन की परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिए होते हैं, तो वे तहसीलदार के लिए आवेदन कर सकते हैं और यदि वे ग्रेजुएशन की परीक्षा पास नहीं किए होते हैं, तो वे इसमें आवेदन नहीं कर सकते.
उम्र
तहसीलदार के पद के लिए आवेदन करने के लिए आवेदन कर्ता की उम्र को प्रतिबंधित किया गया है. आवेदन कर्ता की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 42 वर्ष होनी चाहिए.
SC, ST, OBC, General के लिए अलग-अलग उम्र की सीमाएं बनाई गई हैं और पहले से ही संचालित नियमों के
अनुसार SC, ST, OBC वर्ग के लोगों को उम्र में छूट भी दी जाती है.
तहसीलदार बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तथा आवश्यक तथ्य
यदि आप एक तहसीलदार बनना चाहते हैं, तो आपको अपना एक लक्ष्य निर्धारित करके उसके अनुसार ही
अपनी तैयारी को करना अति आवश्यक होता है.
आइए जानते हैं तहसीलदार बनने के लिए हमें किन किन बातों का ध्यान देना अत्यावश्यक होता है:
हमें तहसीलदार बनने के लिए स्वयं को एक समय सारणी के अनुसार ढालना पड़ता है, हमें तहसीलदार की परीक्षा में पास होने के लिए अपने सभी कार्यों को इन्हीं समय सारणी के अनुसार करना अति आवश्यक होता है.
तहसीलदार को कार्यों के प्रति अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तथा इसके लिए आपका कार्यों के प्रति अभ्यास होना अति आवश्यक होता है, इसलिए आपको अपने सभी कार्यों का अच्छे तरीके से अभ्यास कर लेना चाहिए.
हमें परीक्षा में पास होने के लिए पिछले 2 या 3 वर्षों के प्रश्न पत्रों को अच्छे तरीके से हल कर लेना चाहिए , जिससे कि हमें परीक्षाओं को करने का अभ्यास हो सके.
तहसीलदार की परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए आपको जनरल नॉलेज करंट अफेयर्स इत्यादि का ज्ञान होना अति आवश्यक होता है , इसलिए आप अखबारों का अध्ययन करें.
वर्तमान समय में सर्वाधिक उपयोग इंटरनेट का हो रहा है, इसलिए आपको इंटरनेट की सहायता से करंट अफेयर्स अर्थात वर्तमान में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहिए.
तहसीलदार की चयन प्रक्रिया किस प्रकार से की जाती है?
आप में से ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होगा कि तहसीलदार की चयन प्रक्रिया किस प्रकार से की जाती
हैं.
तो मैं आपको बता देना चाहता हूं कि तहसीलदार की चयन प्रक्रिया के अंतर्गत तीन चरण आते हैं, जो कि निम्नवत है:-
- जांच परीक्षा (Screening test)
- मुख्य परीक्षा (Main exam)
- साक्षात्कार (Interview)
जांच परीक्षा
तहसीलदार बनने के लिए सबसे पहले आपको इसके लिए आवेदन करना होता है, इसमें आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों को इसके बाद जांच परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है.
जांच परीक्षा के दौरान सभी आवेदनकर्ताओं से 120 प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रतीक प्रश्न पर एक अंक दिए जाते हैं , इस परीक्षा को पूरा करने के लिए हमें 2 घंटे का समय दिया जाता है.
इसी समय में हमें इस परीक्षा को पूर्ण करना होता है. जो भी आवेदन करता इस परीक्षा को पास करता है वही अगले चरण में जा सकता है.
मुख्य परीक्षा
हम आपको बता देना चाहते हैं, कि मुख्य परीक्षा में सफल घोषित हो चुके उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है. इस परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों के पास अच्छा मार्गदर्शक होना अति आवश्यक है.
क्योंकि यह परीक्षा जांच परीक्षा से कठिन होती है. इसीलिए सभी उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा पास करने के लिए काफी मेहनत करने की आवश्यकता होती है.
इस परीक्षा में कुल 4 विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं, इस विषय में कुल 50 नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं. जिसमें से एक पेपर 100 नंबर तथा बाकी के सभी पेपर 50 – 50 नंबर के होते हैं.
साक्षात्कार
जांच परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा को पास कर चुके आवेदन कर्ताओं को एक अंतिम चरण साक्षात्कार से होकर
गुजरना पड़ता है , अर्थात इस में नियुक्त सभी उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में सफल घोषित हो चुके होते हैं.
इस परीक्षा में इंटरव्यू लेने वाले के द्वारा आपसे कुछ प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसका जवाब देना होता है. उनके द्वारा पूछे
जाने वाले प्रश्न ज्यादातर करंट अफेयर्स तथा जनरल नॉलेज के बारे में ही होता है.
यदि आप किसी भी प्रकार का इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं , तो आप को सबसे अच्छे तरीके से जनरल नॉलेज को तैयार करना अति आवश्यक है.
आप की नियुक्ति आपके जवाब देने के तरीके के आधार पर की जाती है.
तहसीलदार के कार्य
हमारे देश में प्रत्येक अधिकारियों को उनके पद के अनुसार कार्य करना पड़ता है, हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे , कि तहसीलदार को क्या कार्य करने होते हैं.
- तहसीलदार को अनेकों कार्य करने पड़ते हैं तो हमारे लिए उनके सभी कार्यों को बताना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, इसलिए हम आपको तहसीलदार के कुछ महत्वपूर्ण कार्य के बारे मेरी चर्चा करेंगे.
- तहसीलदार को अपने तहसील में होने वाले भूमि संबंधित विवादों को सुनना और उन विवादों का समाधान
करना होता है. - भूमि से संबंधित राजस्व का उचित संग्रह तहसीलदार के द्वारा ही सुनिश्चित किया जाता है.
- भूमिका अभिलेख ठीक है या नहीं यह कार्य भी तहसीलदार के द्वारा ही सुनिश्चित किया जाता है.
- पटवारी द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों का पर्यवेक्षण भी तहसीलदार के द्वारा ही किया जाता है.
- तहसील के अंदर किसी के भी प्रॉपर्टी को खाली करवाना, बटवारा करवाना या इत्यादि प्रॉपर्टी से संबंधित
मामलों को तहसीलदार के द्वारा ही हल किया जाता है. - तहसीलदार के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है, कि किसान अपने भूमि संबंधी रिकार्ड को आसानी से प्राप्त
कर सकें. - किसी भी तहसील में छात्र छात्राओं के आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र जैसे आदि
प्रमाण पत्रों को तभी माने किया जाता है, जब उस पर तहसीलदार का हस्ताक्षर हो. - किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों के फसलों के नुकसान का मूल्यांकन करके उसका मुआवजा
तहसीलदार के द्वारा ही तय किया जाता है. - किसी भी तहसील में बीज, उर्वरक तथा खाद्य पदार्थ जैसी आवश्यकता की वस्तुओं की आपूर्ति पर तहसीलदार
की नजर होती है, तथा तहसीलदार इन वस्तुओं की पूर्ति भी करते हैं. - रेवेन्यू एजेंसियों की जांच तथा उनके रिकॉर्ड और अकाउंट का निरीक्षण करके रखना भी तहसीलदार का ही
कार्य होता है. - तहसीलदार अपने तहसील के भूमि राजस्व तथा सरकार को दी गई राशि के संग्रह के प्रति जिम्मेदार होते हैं,
अर्थात इसकी जिम्मेदारी भी तहसीलदार की ही होती है. - तहसीलदार को अपने तहसील में कई बार दौरे पर जाना होता है, अर्थात अपने तहसील का निरीक्षण करना
होता है.
ध्यान दें :- इन कार्यों के अलावा भी तहसीलदार के बहुत से कार्य होते हैं.
तहसीलदार को दिया जाने वाला मासिक वेतन
तहसीलदार को मासिक रूप से दिया जाने वाला वेतन पदों के अनुसार ₹34800+ होता है इसके साथ साथ इन्हें वाहन.
इनके अंतर्गत अनेक कर्मचारी, इनको रहने के लिए एक घर तथा अन्य सुविधाएं भी प्रदान कराई जाती हैं.
निष्कर्ष
इस लेख को पढ़ने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं, कि हमें एक तहसीलदार बनने के लिए बहुत ही कड़ी
मेहनत तथा एक अच्छे मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है. आशा करते हैं की आप अच्छी तरह समझ गए होंगे की तहसीलदार कैसे बने?
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