क्या आप बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं, अगर हां तो आज मैं आप सबको एक बहुत ही अच्छा बिजनेस आइडिया के बारे में बताने वाला हूँ. हम जिस बिजनेस के बारे में बात कर रहे हैं उसे तुलसी फार्मिंग बिजनेस कहते हैं यह एक बहुत ही अच्छा और फायदेमंद बिजनेस है.
तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हमारे सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है और साथ ही साथ हिंदू धर्म के लोग इसे पूजते भी हैं.
हिंदू धर्म का पालन करने वाले लोग इसे अपने आंगन में लगाकर इसका पूजा करते हैं. यही वजह है कि तुलसी का पौधा या तुलसी का पत्ता बाजार में काफी ज्यादा मांग में रहता है.
इस लेख के माध्यम से आज हम आप सभी को एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं जिसे शुरू करके आप बहुत ही अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं.
तुलसी फार्मिंग बिजनेस को किस तरह से किया जाता है और उसे करने के लिए किन चीजों की आवश्यकता पड़ती है किस तरह की मिट्टी की जरूरत होती है.
इन सब के बारे में इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं. यह धर्म से जुड़ा हुआ है इसलिए इस बिजनेस को करने से आप पैसों के साथ-साथ पुण्य भी कमा सकते हैं इसीलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
तुलसी पौधा के फायदे:
तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म का पालन करने वाले बहुत से लोग पूजते हैं. और बहुत ही अच्छा भी मानते हैं यह एक औषधीय पौधा है यह सभी के सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. तुलसी के पौधे के फायदे जानने के लिए नीचे जरूर पढ़ें.
तुलसी का पौधा भले ही बहुत ही आसानी से हमें मिल जाता हो लेकिन यह हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होता है बुखार, कफ और गले में इंफेक्शन अगर हो जाए तो तुलसी के पत्ते से तुरंत ठीक हो जाता है.
तुलसी का पौधा दिल की बीमारियों से स्वस्थ रखने में काम आता है और साथ ही कैंसर का भी इलाज में काम आता है.
अगर कोई इंसान स्मोकिंग करता है और वह स्मोकिंग छोड़ना चाहता है. तो उसके लिए तुलसी का पौधा बहुत ही लाभकारी होता है. तुलसी का पत्ता रक्त से शर्करा के स्तर को कम करने में भी मदद करता है.
तुलसी का पत्ता हमारे जीवन के तनाव को कम करने में भी और इसके साथ ही किडनी में हुई पथरी को भी दूर करने में मदद करता है.
अगर आपको कभी भी सर में दर्द महसूस होता है और आप तुलसी के पत्ते को चाय में मिलाकर पीते हैं तो फिर आपका सर दर्द तुरंत खत्म हो जाएगा और इसके साथ ही यह पत्ती हमारे बाल और त्वचा को भी स्वस्थ रखता है.
तुलसी के प्रकार:
हमारे भारत देश में तुलसी दो प्रकार के पाए जाते हैं एक जिसका रंग बहुत ही गाढ़ा होता है और जिसका फूल पर्पल रंग का होता है और दूसरा जो है उसका पता जो होता है वह हरे रंग का होता है और उसका मंजरी जो है काले रंग का होता है.
जो बहुत ही गहरे रंग का होता है उसे कृष्ण तुलसी कहते हैं और जो हरा रंग का होता है उसे श्री तुलसी या राम तुलसी कहते हैं.
तुलसी की खेती करने के लिए मिट्टी:
तुलसी की खेती करने के लिए दोमट मिट्टी की जरूरत होती है. तुलसी की खेती करने के लिए मिट्टी सामान्य और भुरभुरी होना बहुत ही जरूरी है.
खेत को इस तरह से बनाया जाए कि ज्यादा पानी आया तो पानी आने पर वह सारा पानी अच्छे से बाहर निकल जाए.
अगर सिंचाई करने की जरूरत पड़ी तो फिर इस तरह से खेत तैयार होना चाहिए कि अच्छे से सिंचाई भी हो जाए.
तुलसी खेती करने के लिए खेत को इस तरह से जुताई करना चाहिए कि पूरा खेत समतल रहे. तुलसी की खेती करने के लिए आपको इसका बीज यानी की नर्सरी फरवरी माह में करनी होगी.
तुलसी की खेती करने के लिए वातावरण:
तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर तरह के वातावरण में अच्छे से हो जाता है लेकिन कुछ ऐसा मौसम होता है जिसमें वह खराब हो जाता है और कुछ ऐसे मौसम होते हैं जिसमें वह बहुत ही अच्छे से पनपता है.
तुलसी का पौधा जो है वह साधारण मौसम में ही पनपता है लेकिन अगर उसे उष्णकटिबंधीय और कटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाए तो फिर बहुत ही अच्छा होता है और ठंड के मौसम में जब पाला गिरता है उस समय तुलसी का पौधा खराब हो जाता है.
तुलसी का फसल तैयार करना:
तुलसी के फसल या पौधा जैसे कि आम और बीन की तरह डायरेक्ट खेत में नहीं लगाया जाता है.
इसे टमाटर और पत्ता गोभी की तरह नर्सरी में तैयार किया जाता है या फिर एक जगह इकट्ठे इसका बीज बोया जाता है और फिर उसे खेत में लगाया जाता है. तुलसी के खेती करने की प्रक्रिया नीचे बताया गया है.
पौधे तैयार करना:
तुलसी के पौधे को खेत में लगाने के लिए उसे पहले एक जगह बीज बोया जाता है और तैयार किया जाता है.
सबसे पहले जरूरत के हिसाब से बीच लाकर उसे एक जगह जमीन को खोदकर अच्छे से तैयार करके 2 से 3 सेंटीमीटर जमीन से नीचे बोया जाता है.
यह जो पौधा होता है वह 10 से 12 दिन में निकल आता है और फिर उसे खेत में लगाने जैसा तैयार होने में 6 हफ्ते का समय लग जाता है और फिर उसे खेत में लगाया जाता है.
खेत में रोपाई करना:
पौधा जब तैयार हो जाता है तो फिर उसे खेत में लगाया जाता है जिससे कि लगाने के लिए खेत को तैयार किया जाता है. नर्सरी में पौधा तैयार होने के बाद उसे खेत में लाकर लगाया जाता है.
जिसके लिए पौधे की खेत में 45 सेंटीमीटर दूरी का लाइन बनाया जाता है और 2 पौधे का बीच का दूरी 20 से 25 सेंटीमीटर का होना चाहिए जिससे कि तुलसी के पत्तों को तैयार होने के लिए पर्याप्त जगह और सूर्य का किरण मिल सके.
खाद और उर्वरक:
पौधे को अच्छे से तैयार और पनपने के लिए खाद और उर्वरक का बहुत ही जरूरत होता है. पर तुलसी का पत्ता एक औषधीय है इसलिए इसमें रासायनिक उर्वरक का प्रयोग करना अच्छा साबित नहीं होगा.
इसीलिए तुलसी के पौधे को तैयार करने के लिए गोबर खाद का प्रयोग करना बहुत ही सही रहेगा.
1 एकड़ में अगर आप तुलसी का पत्ता लगाते हैं तो फिर आपको उसके लिए 10 से 15 टन गोबर की जरूरत पड़ सकती है.
रासायनिक उर्वरक का प्रयोग आप तभी करें जब बहुत ही ज्यादा जरूरत पड़े. इसके अलावा आप वार्मी कांसेप्ट का भी प्रयोग कर सकते हैं यदि आप वार्मी कांसेप्ट का प्रयोग करते हैं तो फिर आपको 1 एकड़ खेत में 5 टन खाद की जरूरत पड़ेगी.
सिंचाई:
तुलसी के पौधे को अप्रैल के महीने में लगाया जाता है जिस समय काफी ज्यादा गर्मी भी पड़ता है और साथ ही बारिश भी कभी-कभी होता है.
इसलिए तुलसी को लगाने के तुरंत बाद ही इसका सिंचाई करना बहुत ही जरूरी होता है.
इस मौसम में गर्मी और बरसात दोनों पड़ता है, इसलिए तुलसी के पौधे को खेत के नमी के हिसाब से लगातार सिंचाई करना बहुत ही जरूरी है.
तुलसी की खेती में होने वाले निवेश और लाभ:
तुलसी का पौधा बहुत ही लाभदायक है. अगर आप इस का बिजनेस करना चाहते हैं तो फिर आपको इसमें अगर आप 1 एकड़ में खेती करते हैं तो फिर आपको लगभग 15 से 20 हजार रुपए लागत पड़ सकता है.
इसमें कमी ज्यादा भी हो सकता है वह आप जिस जगह पर रह रहे हो उस जगह के हिसाब से तय होता है.
तुलसी का पौधा बहुत ही फायदेमंद पौधा है, आप इसके बीज को इकट्ठा करके बेच सकते हैं. तुलसी का बीज प्रति किलोग्राम लगभग ₹200 कीमत है.
साथ ही आप तुलसी के पत्ते से तेल भी तैयार कर सकते हैं तुलसी के तेल का कीमत 1 लीटर का दाम लगभग 700 से 800 रुपए हैं.
इस हिसाब से अगर अंदाजा लगाया जाए तो फिर तुलसी के पौधे का खेती से आप लगभग 1 साल में दो से ढाई लाख कमा सकते हैं.
तुलसी के फसल को मार्केट में कैसे बेचे?
तुलसी का पौधा जो है वह बहुत ही फायदेमंद है इसीलिए इसका मांग भी बाजार में बहुत ही ज्यादा है. आप अपने फसल को बाजार में डायरेक्ट ले जाकर बेच सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं.
यदि आप चाहे तो आप डायरेक्ट किसी कंपनी को भी अपना फसल बेच सकते हैं, पतंजलि जैसे आयुर्वेदिक चीजों का बहुत ही ज्यादा मांग है.
इसीलिए आप इस तरह की कंपनियों के लिए खेती कर सकते हैं या फिर कंपनियों में अपना फसल बेच सकते हैं.
इससे फायदा यह होगा कि आपको बेचने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि कंपनी वाले खुद आपके खेत आएंगे और आपके फसल को देखकर खरीदेंगे.
निष्कर्ष:
इस लेख के माध्यम से आज हमने आप सभी को तुलसी की खेती के बिजनेस के बारे में बताया है. आप किस प्रकार तुलसी की खेती कर सकते हैं और आपको उनके लिए किन चीजों की आवश्यकता पड़ सकती हैं.
तुलसी का पौधा जो है वह हमारे सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है इसलिए इसका मांग भी बाजार में बहुत ज्यादा है. तुलसी फार्मिंग बिजनेस एक बहुत ही अच्छा और फायदेमंद बिजनेस विकल्प है.
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