क्या आप भी सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और किसी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं तो आपको जरूर मालूम होगा की पीसीएस का फुल फॉर्म क्या है (PCS Full Form). इसका हिंदी में पूरा नाम क्या होता है और इसका हिंदी में क्या अर्थ होता है तो इस पोस्ट के साथ बने रहे क्यूंकि इस में हम सारी जानकारी देने वाले हैं.
हर राज्य में विभिन्न विभागों में काम करने के कर्मचारियों की जरुरत होती है. जो राज्य सरकार के कामों को पूरा करती है और इसी तरह के विभाग में नौकरी करने के लिए छात्र खूब मेहनत करते हैं.
यही वजह है की हमने सोचा की इस पोस्ट में आपको बताया जाये की इसका पूरा नाम क्या है (What is the full form of PCS in Hindi)? तो चलिए जानते हैं की इसका फुल फॉर्म क्या होता है?
पीसीएस का पूरा नाम क्या है – What is the full form of PCS in Hindi?
PCS का फुल फॉर्म “Provincial Civil Service” होता है.
इसे हिंदी में “ प्रोविंशियल सिविल सर्विस” कहते हैं. इसका अर्थ “ प्रांतीय सिविल सेवा” होता है.
यह राज्य लोक सेवा द्वारा आयोजित कर प्रवेश परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों का चयन करता है. यह परीक्षा राज्य सरकार द्वारा आयोजित कराया जाता है.
इस परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को DSP, BDO, ARTO, SDM, District Food Marketing Officer, District Minority Officer, BusinessTax Officer,Assistant Commissioner इत्यादि पदों पर नियुक्ति प्रदान की जाती है.
इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए. उसे मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए. इसकी उम्र 21 से 40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए. जो भी आरक्षित अभ्यर्थी हैं उन्हें नियमानुसार छूट दी जानी चाहिए.
जब एक अभ्यर्थी पीसीएस अधिकारी के रूप में अपना योगदान देता है तो उसे लगभग 15600 से 67000 रुपए प्रदान किए जाते हैं. एक पीसीएस अधिकारी को इसके अलावा सरकारी भवन, वाहन एवं अन्य प्रकार के भत्ते प्रदान किए जाते हैं.
इस परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को DSP, BDO, ARTO, SDM, District Food Marketing Officer, District Minority Officer, BusinessTax Officer,Assistant Commissioner इत्यादि पदों पर नियुक्ति प्रदान की जाती है.
इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए. उसे मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए. इसकी उम्र 21 से 40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए. जो भी आरक्षित अभ्यर्थी हैं उन्हें नियमानुसार छूट दी जानी चाहिए.
जब एक अभ्यर्थी पीसीएस अधिकारी के रूप में अपना योगदान देता है तो उसे लगभग 15600 से 67000 रुपए प्रदान किए जाते हैं. एक पीसीएस अधिकारी को इसके अलावा सरकारी भवन, वाहन एवं अन्य प्रकार के भत्ते प्रदान किए जाते हैं.
इस परीक्षा की चयन प्रक्रिया तीन चरणों में पूरा किया जाता है जैसे: –
- Preliminary Examination
- Mains Examination
- Personal Interview
एक अभ्यर्थी का चयन इन तीनों में सफल होने के बाद किया जाता है एवं उसकी नियुक्ति निर्धारित पदों पर की जाती है.
Preliminary Examination
इस परीक्षा में 2 पेपर होते हैं पहले पेपर में 150 प्रश्न पूछे जाते हैं. दूसरे पेपर में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं. यह कुल 200 अंकों के होते हैं. इनकी समय अवधि 2 घंटे की होती है.
Mains Examination
इसमें कुल 8 पेपर होते हैं, जिसमें चार अनिवार्य एवं 4 वैकल्पिक विषय होते हैं –
अनिवार्य विषय (Compulsary Subject) निम्न है: –
- सामान्य अध्ययन पेपर – 1
- सामान्य अध्ययन पेपर – 2
- सामान्य हिंदी
- निबंध
वैकल्पिक विषय (Optional Subject) निम्न है: –
- अंग्रेजी
- हिंदी
- इतिहास
- सामान्य विज्ञान
- वर्तमान घटनाएं
- विज्ञान
- भूगोल
- भारतीय राजनीति और शासन
- पर्यावरण पारिस्थितिक के सामान्य मुद्दे
- आर्थिक और सामाजिक विकास
Personal Interview
जब एक अभ्यर्थी प्री एग्जाम और मेंस एग्जाम उत्तीर्ण कर लेता है तो उसे साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है. यह 200 अंकों का होता है.
इसमें चरित्र, सामान्य जागरूकता, अभिव्यक्ति शक्ति और व्यक्तित्व से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
Full form in Tamil
மாகாண சிவில் சேவை
In Telugu
ప్రాంతీయ సివిల్ సర్వీస్
In Kannada
ಪ್ರಾಂತೀಯ ನಾಗರಿಕ ಸೇವೆ
In Malayalam
പ്രൊവിൻഷ്യൽ സിവിൽ സർവീസ്
In Marathi
प्रांतीय नागरी सेवा
यह एक राज्यस्तरीय सिविल सेवा है जो कि राज्य सरकार के अधीन होता है और इसके कर्मचारी व राज्य सरकार के अंतर्गत ही आते हैं और काम करते हैं.
जब इनका ट्रांसफर होता है तो यह सिर्फ राज्य के अंदर ही एक जगह से दूसरे जगह पर भेजे जाते हैं ना कि दूसरे राज्य में.
भारत में जितने में राज्य हैं सबका अपना सार्वजनिक सेवा आयोग होता है जो काम करने वाले अलग-अलग विभाग का चयन करते हैं और एक परीक्षा का आयोजन करते हैं.
यह जो परीक्षा का आयोजन करते हैं इसे ही स्टेट लेवल सिविल सर्विस के नाम से जाना जाता है और हर राज्य का जो सिविल सेवा एग्जाम होता है वह अलग नाम से भी हो सकता है.
चलिए अब पीसी उसके दूसरे फुल फॉर्म के बारे में जान लेते हैं.
इसका दूसरा फुल फॉर्म Personal Communication Service होता है.
पर्सनल कम्युनिकेशन सेवा वायरलेस कम्युनिकेशन कैपेबिलिटी ओं का सेट होता है जो टर्मिनल मोबिलिटी और सर्विस प्रोफाइल रिकांबिनेशन को अनुमति देता है.
देखा जाए तो यह मुख्य तौर पर मोबाइल कम्युनिकेशन उपकरणों से छोटा ही होता है. वायरलेस मीडियम में डाटा और आवाज को वायरलेस डिवाइस के रूप में उपयोग किया जाता है
- Portland Center Stage
- Permanent Change of Station
- Pacific Central Station
- Process Control Systems
- Peripheral Computer Systems
निष्कर्ष
आप इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि पीसीएस का फुल फॉर्म क्या होता है (full form of PCS in Hindi)? इसका हिंदी मतलब क्या है एवं इसका अर्थ क्या होता है.
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर अच्छी लगी होगी. अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें.