अच्छी नौकरी की तलाश किसे नहीं होती है? हर कोई चाहता है कि उसे बढ़िया से बढ़िया सरकारी नौकरी मिल जाए जहां पर वह अपने सपने पूरे कर सके और अपने परिवार को भी अच्छे से चला सके. भारत की आबादी वैसे भी बहुत अधिक है और कंपटीशन इतना ज्यादा है कि एक जॉब के लिए कई उम्मीदवार रहते हैं. वहीं कुछ ऐसे जॉब है जिसे पाने के लिए कुछ स्टूडेंट काफी जुनूनी होते हैं. आज हम उसी जॉब में से एक जॉब की बात करने जा रहे हैं और जानेंगे कि लोको पायलट कैसे बने? जिन्हें यह नहीं मालूम कि what is loco pilot in hindi उन्हें भी अच्छे तरीके से इसकी जानकारी मिल जाएगी. साथ ही यह भी जानने को मिलेगा कि लोको पायलट के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए.
इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे कि ट्रेन ड्राइवर कैसे बने और रेलवे ड्राइवर की तैयारी कैसे करें? हम यहां बात करेंगे कि लोको पायलट बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन चाहिए क्योंकि अक्सर कई स्टूडेंट्स इतनी आशंका में रहते हैं कि आखिर लोको पायलट 12वीं के बाद बनते हैं या फिर ग्रेजुएशन के बाद. लोको पायलट के लिए एजुकेशन (loco pilot qualification in hindi) कितनी चाहिए इसकी जानकारी का होना जरूरी है तभी आप सही समय पर इसके लिए तैयारी कर पाएंगे. हमारे देश में बेरोजगारी काफी ज्यादा है इसीलिए बहुत सारे ऐसे विद्यार्थी होते हैं जो अच्छी क्वालिफिकेशन के बावजूद भी जॉब ना मिलने के कारण काफी निराश हो जाते हैं. यही वजह है कि वह दूसरे जॉब ढूंढते हैं जिसमें उन्हें नौकरी मिल सके. ताकि वह अपने सपने साकार कर सकें और एक अच्छी जिंदगी गुजर बसर कर सके.
कई स्टूडेंट ऐसे होते हैं जिन्हें यह भी जानने की इच्छा होती है कि आखिर वह जिस जॉब को करने जा रहे हैं क्या उससे उन्हें उतनी आमदनी हो जाएगी या फिर वेतन मिल जाएगा जिससे कि वह अपने परिवार को अच्छे से चला सके. इसीलिए इस पोस्ट के माध्यम से आपको यह भी बताएं कि लोको पायलट की सैलरी क्या होती है. इसके अलावा यह भी बताएंगे कि लोको पायलट की परीक्षा की तैयारी कैसे करें, इसका एग्जाम पैटर्न क्या होता है, इसकी आयु सीमा क्या है. इस प्रकार के सभी सवालों के जवाब जो आपके मन में है इस पोस्ट के माध्यम से आपको मिल जाएंगे. तो दोस्तों देरी किस बात की चलिए जानते हैं कि लोको पायलट कैसे बने और इसके लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए.
लोको पायलट कैसे बने?
किसी भी प्रकार के यातायात के साधन को चलाने के लिए एक ड्राइवर होता है. उसी प्रकार एक ट्रेन के इंजन को चलाने वाला भी एक इंडियन ड्राइवर होता है जिसे लोको पायलट कहते हैं. बहुत सारे लोगों को मालूम ही नहीं होता है कि आखिर यह लोको पायलट होता क्या है. इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इंजन ड्राइवर कैसे बने और इसके लिए क्या करना पड़ता है यह सभी बातों की जानकारी हम लेकर आए हैं. इससे पहले कि हम यह जाने के लोको पायलट कैसे बनते हैं सबसे पहले तो आप को समझना होगा कि लोको पायलट कहते किसको है.
लोको पायलट क्या है – Loco Pilot in Hindi
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि लोको पायलट Locomotive Pilot का शॉर्ट फॉर्म होता है. इंडियन रेलवे सिस्टम के बैकबोन के रूप में इन्हें समझा जाता है. सामान्य तौर पर देखा जाए तो Locomoive Engine में ड्राइविंग करने के लिए दो लोको पायलट होते हैं. इनके काम करने की अवधि 10 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए. क्योंकि उनके कंधे पर लाखों लोगों की जिम्मेदारी दी हुई होती है.
यह भारतीय रेलवे के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पद होता है. जिस में काम करने वाले लोगों को इंजन ड्राइवर के रूप में रेलवे इंजन को चलाना होता है. यह किसी के प्राइवेट ट्रेन नहीं होती है बल्कि यह भारतीय रेलवे की ट्रेन होती है. इस पद पर काम करने वाले लोगों को सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है यानी कि सरकारी जॉब पर रहते हैं. इन लोगों के काम को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और इनके काम करने की अवधि नहीं बढ़ाई जाती क्योंकि इन पर ट्रेन पर सवार सभी यात्रियों की जिम्मेवारी होती है. आपको कंफ्यूज होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्योंकि ट्रेन ड्राइवर को ही लोको पायलट कहा जाता है.
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लोको पायलट के लिए योग्यता
अक्सर जो स्टूडेंट लोको पायलट के लिए तैयारी करते हैं उनके मन में कई प्रकार के सवाल होते हैं. आम तौर पर उनके सवाल लोको पायलट के लिए योग्यता किस आधार पर होती है. यानी कि जो कैंडिडेट लोको पायलट के लिए अप्लाई करना चाहता है उसकी शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए, आयु सीमा क्या होती है, शारीरिक योग्यता कैसी होनी चाहिए इसके अलावा भी कई प्रकार के सवाल उसके दिमाग में घूमते हैं. इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके इन्हीं सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे ताकि आपको इसके बारे में किसी प्रकार की भी शंका ना रहे.
लोको पायलट के लिए एजुकेशन/शैक्षणिक योग्यता – Loco Pilot Qulification
जो भी उम्मीदवार लोको पायलट के लिए अप्लाई करना चाहते हैं उनके पास नीचे दिए गए किसी भी प्रकार के शैक्षणिक योग्यता होने से वह अप्लाई कर सकते हैं.
- जो इस पद के लिए अप्लाई करना चाहते हैं उन्हें कम से कम 10 वीं पास होना जरूरी है. या फिर किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से इसी के बराबर की शैक्षणिक योग्यता होना जरूरी है.
- कैंडिडेट को कम-से-कम आईटीआई पास होना जरूरी है. इसके अलावा अगर उम्मीदवार इंस्टिट्यूशन जो AICTE अप्रूव्ड हो उससे अगर Mechanical/Automobile/Electrical/Electronics Engineering किया हुआ होना जरूरी है.
- अगर आपने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से Bachelor of Technology या Bachelor of Engineering किया है तो भी आप इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं.
लोको पायलट के लिए आयु सीमा – Age Limit
जो भी उम्मीदवार लोको पायलट के लिए अप्लाई करना चाहते हैं उनकी एक और टेंशन होती है कि उनकी आयु सीमा अधिक तो नहीं हो गई इसीलिए आगे आप यह जानेंगे कि एक लोको पायलट बनने के लिए कितने से कितने उम्र के बीच में अप्लाई किया जा सकता है.
लोको पायलट पद के अप्लाई करने वाले कैंडिडेट की उम्र 18 साल से 28 साल के बीच में होनी चाहिए. इसके अलावा भी जो पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जनजाति कैटेगरी वाले उम्मीदवार होते हैं उनके लिए कुछ छूट दी जाती है जो नीचे के टेबल में आपको दिखाई गई है.
Category | Age in Years |
General | 30 |
OBC | 33 |
SC/ST | 35 |
शारीरिक योग्यता – Physica/Medical Eligibily
लोको पायलट बनने वाले उम्मीदवार कि फिटनेस काफी बढ़िया होनी चाहिए. जो भी उम्मीदवार इस पद के लिए अप्लाई करना चाहते हैं सरकार चाहती है कि वह फिट और हेल्दी रहे. लोको पायलट की जो शारीरिक क्षमता होनी चाहिए वह बिल्कुल हवाई जहाज के पायलट की तरह ही होनी चाहिए बल्कि उस से एक भी कम नहीं होनी चाहिए. उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता को मापने के लिए नीचे दिए गए मेडिकल टेस्ट कंडक्ट किए जाते हैं.
- आंखों की जांच – Vision test
- कान की जांच – Hearing test
- इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राफी – ECG
- शुगर की जांच – Diabetes test
- बीपी की जांच – Blood pressure check-up
- सीने का x-ray – Chest X-ray
- रंग की पहचान करने की जांच – Ishihara test for colour blindness
लोको पायलट की जो जॉब ऐसी होती है जहां पर काफी शारीरिक क्षमता की जरूरत पड़ती है. इसलिए यह जरूरी है कि जो भी इस पद के लिए अप्लाई करना चाहते हैं वह पूरी तरह से फिट हो. कभी-कभी ऐसा आता है जब एक ट्रेन ड्राइवर को सैकड़ों किलोमीटर चलाना पड़ता है और इस स्थिति में उनके शरीर और दिमाग के संतुलन को बनाए रखना काफी जरूरी होता है.
लोको पायलट बनने के लिए क्या करना होगा
इसके लिए आपको लोको पायलट पद के लिए भर्ती प्रक्रिया को समझने की जरूरत है. यह भारतीय रेलवे में किसी भी दूसरी नौकरी के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड आरआरबी द्वारा किया जाता है. भारतीय रेलवे बोर्ड के भर्ती सलाहकार के अनुसार कोई व्यक्ति सीधे लोको पायलट नहीं बन सकता है. रेलवे में एंट्री पाने के लिए असिस्टेंट लोको पायलट के लिए परीक्षा पास करनी होती है.
मूल योग्यता 10वीं कक्षा में पास होना जरूरी है. AICTE (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन) पढ़े हुए उम्मीदवार जिन्होंने ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल स्ट्रीम में डिप्लोमा हासिल किया है. इंजीनियरिंग में डिग्री वाले उम्मीदवार भी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं. लंबे समय में उनके पास प्रमोशन लेने की काफी चांस होते हैं
आरआरबी समय-समय पर पायलटों की भर्ती के लिए वेबसाइट और देशभर के प्रमुख समाचार पत्रों में विज्ञापन देते हैं. आवेदन जमा होने के बाद उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाता है. इसके बाद दस्तावेज के वेरिफिकेशन के लिए एक इंटरव्यू और उसके बाद मेडिकल टेस्ट होता है. लोको पायलट की परीक्षा 3 स्टेज में ली जाती है तो चलिए जानते हैं इसके बारे में.
लिखित परीक्षा – Written Examination
सबसे पहले उम्मीदवारों को एक लिखित परीक्षा देनी होती है. इस परीक्षा में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो कि कुल मिलाकर 120 अंको का होता है. इस परीक्षा के लिखने के लिए कुल मिलाकर 90 मिनट दिए जाते हैं. इस डेढ़ घंटे के एग्जाम को पास करना जरूरी होता है. इसमें नेगेटिव मार्किंग भी की जाती है और प्रत्येक गलत जवाब के लिए 1/3 नंबर भी काटे जाते हैं.
लोको पायलट एग्जाम का पैटर्न
हम आपको यहां पर इस के एग्जाम के पैटर्न के बारे में बताने जा रहे हैं और यह भी बताएंगे कि लिखित परीक्षा में कौन-कौन से विषय से सवाल पूछे जाते हैं.
Subject | No. of Question | Marks |
गणित – Mathematics | 20 | 20 |
सामान्य जागरूकता – General Awareness | 25 | 25 |
सामान्य अंग्रेजी – General Intelligence | 5 | 5 |
रिजनिंग – Reasoning | 10 | 10 |
सामान्य विज्ञान – General Science | 30 | 30 |
तकनीकी ज्ञान – Technical Knowledge | 30 | 30 |
Mathematics:
- Time and Distance,
- Simple and Compound Interest,
- Profit and Loss,
- Algebra,
- Square Root,
- Age Calculations,
- Calendar & Clock,
- Pipes & Cistern
- Number system,
- BODMAS,
- Geometry and Trigonometry,
- Elementary Statistics,
- Decimals,
- Fractions,
- Time and Work;
- LCM, HCF,
- Ratio and Proportion,
- Percentages,
- Mensuration
General Intelligence and Reasoning:
- Jumbling,
- Venn Diagram,
- Similarities and Differences,
- Analytical reasoning,
- Classification,
- Directions,
- Analogies,
- Alphabetical and Number Series,
- Coding and Decoding,
- Data Interpretation and Sufficiency,
- Conclusions and Decision Making,
- Mathematical operations,
- Relationships,
- Syllogism,
- Statement – Arguments and Assumptions
General Science: लोको पायलट के अंतर्गत विज्ञान से पूछे जाने वाले सवाल मुख्य रूप से दसवीं क्लास के फिजिक्स, केमिस्ट्री और जीव विज्ञान से पूछे जाते हैं.
General awareness: इसके अंतर्गत करंट अफेयर से सवाल पूछे जाते हैं जिनमें मुख्य रूप से साइंस और टेक्नोलॉजी, खेलकूद, संस्कृति, अर्थशास्त्र, और राजनीति इत्यादि
दस्तावेजो की वेरिफिकेशन
जो कैंडिडेट लिखित परीक्षा पास कर लेते हैं दूसरा काम उन्हें अपने दस्तावेजों की वेरिफिकेशन करानी होती है. इसके लिए उन्हें अपने सभी ओरिजिनल दस्तावेजों को जो उन्होंने अपने पढ़ाई में हासिल किया है उससे जमा करना होता है.
Medical Test
मेडिकल टेस्ट के तौर पर आंख और कान की जांच, ईसीजी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, सीने की x-ray और आंखों के रंग पहचानने की जांच की जाती है. सबसे महत्वपूर्ण आंखों की रोशनी को चेक किया जाता है क्योंकि आंखों के दूर देखने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए. एक इंजन ड्राइवर होने के नाते आंखों का इस्तेमाल काफी महत्वपूर्ण होता है.
Recruitment और training
जब कैंडिडेट सक्सेसफुली सारे टेस्ट पास कर लेता है तो उसे असिस्टेंट लोको पायलट के रूप में भारतीय रेलवे में भर्ती कर दिया जाता है. जो नए उम्मीदवार होते हैं और जिन्हें चुना जाता है उन्हें जोनल ट्रेनिंग सेंटर में भेज दिया जाता है जहां पर उन्हें टेक्निकल और ऑपरेटिव ट्रेनिंग दी जाती है और लोकोमोटिव के बारे में पूरी जानकारी बताई जाती है.
ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जनरल और सबसे तरह के नियमों की किताब भी दी जाती है. यह एक तरह से मैनुअल होता है जिस पर भारतीय रेलवे के एंप्लोई नियमों और शर्तों के अनुसार काम करते हैं. जॉइनिंग करने के बावजूद भी लोको पायलट को हर 3 साल में अप टू डेट करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.
रेलवे इंजन ड्राइवर की तैयारी कैसे करें
- किसी प्रकार के कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी करने के लिए एक खास तौर पर टाइम टेबल बनाना जरूरी है और उसे फॉलो करना भी जरूरी है. कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कैसे करते हैं इसके बारे में हमने एक आर्टिकल लिख रखा उसे जरूर पढ़ें और उसे फॉलो करें.
- गणित में अपना एटीट्यूड और रिजनिंग मजबूत रखें और लगातार प्रैक्टिस करते रहें.
- करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान दोनों की जानकारी होनी काफी जरूरी है. इसीलिए आप हर रोज न्यूज़ पेपर पढ़े और साथ ही पिछले 6 महीने के समाचार को याद रखें.
- दसवीं क्लास तक के विज्ञान के सभी विषयों के जैसे फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी अच्छे से रिवाइज कर ले.
- पहले पूछे गए सवालों का क्वेश्चन बैंक तैयार करें और उससे प्रैक्टिस करें.
लोको पायलट की सैलरी – loco pilot salary
जो सहायक लोको पायलट होते हैं उनकी बेसिक सैलरी 5200 से ₹20000 होती है, ग्रेड पे के रूप में उन्हें ₹1900 दिया जाता है इन सभी को मिलाकर देखा जाए तो उन्हें 30000 से ₹32000 मासिक वेतन के रूप में मिलता है.
लोको पायलट के कार्य
- यार्ड से शुरू करने से पहले लोकोमोटिव को सावधानी से जांचना.
- किसी भी रिमार्क को लिखने के पहले लोकोमोटिव की मरम्मत की किताब की जांच करना.
- लोकोमोटिव के ब्रेक की कंडीशन और तेल के लेवल की जांच करना.
- प्रस्थान के बाद हर समय निर्धारित गति बनाए रखना.
- स्टेशन हाल्ट, सिग्नल और लेवल-क्रॉसिंग गेट (मानवयुक्त या मानव रहित, सिग्नलेड या नॉन-सिग्नलेड) के लिए जाँच करना
- सभी इमरजेंस प्रोसेस बारे में एक मजबूत जागरूकता पैदा करना.
- इमरजेंसी के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना.
संक्षेप में
हर इंसान की ख्वाहिश होती है कि वह पढ़ लिख कर एक ऐसे मुकाम पर पहुंचे जहां से उसे सब इज्जत करें और उसके परिवार वाले भी उस पर गर्व महसूस करें. इसके लिए हर कोई जी तोड़ मेहनत करता है और कड़े कंपटीशन में भी सफलता पाना चाहता है. इसीलिए आज के पोस्ट में हमने बताया कि लोको पायलट कैसे बने (How to be a loco pilot). वैसे तो हमारे देश भारत में कई प्रकार के सरकारी नौकरियां हैं लेकिन यह एक ऐसी नौकरी होती है जो बाहर से रेलवे के अंतर्गत आती है और जिसे हम इंजन ड्राइवर के रूप में भी जानते हैं.
आज भी कई ऐसे लोग हैं जिन्हें यह नहीं मालूम होता है कि इंजन ड्राइवर को ही लोको पायलट कहा जाता है. जो स्टूडेंट यह नहीं जानते हैं कि लोको पायलट बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए (loco pilot qualification in hindi) तो इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि लोको पायलट के लिए एजुकेशन कितनी होनी चाहिए साथ ही इसके लिए योग्यता और क्या क्या होनी चाहिए उसके बारे में भी हमने यहां पर जिक्र किया है. आज के जो युवा होते हैं वह अपने भविष्य में एक अच्छी जिंदगी की कामना करते हैं. यही वजह है कि वह कड़ी मेहनत करते हैं और अच्छे से अच्छे जॉब प्राप्त करना चाहते हैं. जिससे कि वह अपने परिवार को अच्छे जिंदगी दे सकें. इसीलिए उन्हें यह भी जानने की इच्छा होती है कि लोको पायलट की सैलरी (loco pilot salary) कितनी होती है. ये सब आपको यहां पर विस्तार से बताया है.
अब आप अच्छे से समझ गए हो कि ट्रेन ड्राइवर कैसे बने और इसके लिए हमें क्या करना होता है. रेलवे ड्राइवर की तैयारी कैसे करते हैं इसके लिए हमने आपको अच्छे टिप्स बताएं हैं जिसे फॉलो करके आप भी सफल हो सकते हैं. हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके बताएं और अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम में अधिक से अधिक शेयर करें.
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