अगर आप थोड़ी बहुत नयी जानकारी के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते हैं तो ये भी मालूम होगा की LCD क्या है (What is LCD in Hindi)?
LCD का पूरा नाम “Liquid Crystal Display” है. ये आमतौर पर फ्लैट पैनल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी पर आधारित होता है.
इससे बनाने के पीछे का उद्देश्य मुख्य तौर पर इसका उपयोग कंप्यूटर मॉनिटर, मोबाइल स्क्रीन और टीवी में करना है. इसके अलावा भी इसका उपयोग लैपटॉप और स्मार्टफोन के स्क्रीन के लिए उपयोग करना है.
आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति मनोरंजन के लिए अनेकों प्रकार के साधनों का उपयोग करते हैं। वह अपने
मनोरंजन के लिए तरह तरह के कार्य करता है , जैसे कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल टीवी का उपयोग और
सर्कस इत्यादि। अब के समय में प्रत्येक व्यक्ति आधुनिक हो गए हैं.
इसलिए वे अपने मनोरंजन के लिए ज्यादातर टीवी और स्मार्ट फोन का उपयोग करते हैं। समय के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति कुछ एडवांस तकनीकी का उपयोग कर रहे हैं. आज हम आपको इसलिए इसके माध्यम से टीवी के एडवांस रूप LCD के बारे में बताने वाले हैं.
क्या आप जानते हैं, कि LCD क्या होता है, इसका क्या उपयोग होता है, यह किस तकनीकी पर काम करता है और इसके लाभ और हानि कौन-कौन से होते हैं। यदि आप इन सब के बारे में नहीं जानते , तो यह लेख आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है, तो कृपया आप हमारे द्वारा लिखे गए इस महत्वपूर्ण लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें.
LCD क्या होता है – What is LCD in Hindi?
टीवी के एडवांस रूप को ही LCD कहा जाता है. यह टीवी ही होता है, परंतु यह पुराने CRT टीवी के तुलना में बहुत ही अधिक एडवांस होता है. एलसीडी पुरानी टीवी के तकनीक पर नहीं बल्कि आधुनिक समय के नए तकनीक पर कार्य करता है.
यह एक प्रकार का स्क्रीन होता है , जिसका उपयोग कई बिजली से चलने वाले सामानों ( electronic product ) जैसे कि घड़ी , डीवीडी प्लेयर , टीवी , वीडियो गेम , टेबलेट , कंप्यूटर , मोबाइल फोन , इत्यादि में किया जाता है.
यह एक प्रकार का ऑप्टिकल डिवाइस होता है , जोकि मोनोक्रोम में चित्रों को उत्पन्न करता है और एक डिस्प्ले पर दिखाता है. मोनोक्रोम में चित्रों को उत्पन्न करने का कार्य liquid crystal का होता है.
एलसीडी बहुत ही कम बिजली पर कार्य करती है और इसके साथ-साथ एलसीडी की वीडियो क्वालिटी भी बहुत ही ज्यादा अच्छी होती है.
LCD टीवी CRT टीवी की तुलना में बहुत ही ज्यादा पतले होते हैं. एलसीडी टीवी खुद से चित्रों को प्रदर्शित नहीं करता बल्कि दूसरे स्रोत की मदद से उस पर पड़ने वाले प्रकाश को परावर्तित करता है , इसी क्रिया के कारण चित्र प्रदर्शित होता है.
LCD का पूरा नाम क्या होता है ?
जैसा कि हम जानते हैं , इसमें एक प्रकार का लिक्विड क्रिस्टल भरा होता है जिसके माध्यम से मोनोक्रोम पर चित्रों को प्रदर्शित किया जाता है. इसमें liquid crystal होने के कारण इसे liquid crystal display के नाम से जाना जाता है और यही इसका पूरा नाम होता है.
LCD किस सिद्धांतों पर कार्य करता है ?
इलेक्ट्रिकल करंट को जब हम लिक्विड क्रिस्टल कण ( liquid crystal molecule ) मैं प्रवेश कहते हैं , तब यह मॉलिक्यूल के अंदर मिल जाता है, जोकि प्रकाश के कोण का निर्धारण करने लगता है और इसी के कारण चित्र प्रदर्शित होता रहता है.
इसमें लिक्विड क्रिस्टल भरे होते हैं , इसी के कारण प्रत्येक जगह से अलग-अलग प्रकार के प्रकाश स्क्रीन पर दिखते हैं. इसको बनाते समय पीछे की तरफ एक परावर्तन कांच ( reflective mirror ) लगा दिया जाता है.
indium tin ऑक्साइड से बने एनोड को सबसे ऊपर लगा दिया जाता है तथा चित्र प्रदर्शित करने वाले उपकरण को नीचे लगा दिया जाता है , जिसके कारण एलसीडी के पूरे क्षेत्र में अलग-अलग रंग के प्रकाश दिखाई देने लगते हैं.
LCD कितने प्रकार के होते हैं?
जैसा कि हम जानते हैं , यह कई प्रकार के होते हैं , परंतु ये मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं.
- STN LCD
- DS LCD
STN LCD :-
STN LCD का पूरा नाम super twisted nematic liquid crystal display है. एलसीडी में बहुत सी परते
होती है , जोकि कणों ( molecules ) के दो भागों के मध्य होती है.
Liquid crystal molecules के द्वारा सभी परतों को एक ही कोण में घुमाया जाता है , liquid crystal molecules की अंतिम परत घुमाव कोण (rotation angle ) को 90 डिग्री से अधिक कोण ( 180 – 240 ) पर घूमता है.
DS LCD :-
इसका पूरा नाम dynamic scattering liquid crystal display है. Liquid crystal molecules की परतों पर बहुत ही पतले कांच के अंदर किसी पदार्थ की पुताई की हुई होती है , जिसमें बिजली को प्रवेश कराने पर एलसीडी के मॉलिक्यूल अपने आप ही रिसेट हो जाते हैं और स्क्रीन पर चित्र दिखाई देने लगता है.
LCD की खोज कब हुई ?
एलसीडी का आविष्कार जॉर्ज हैरी हेलमेयर और उनकी पूरी टीम के द्वारा किया गया था.
इसका आविष्कार में सबसे प्रमुख नाम जॉर्ज हैरी हेलमेयर का ही माना जाता है. हालांकि इसके आविष्कार में बहुत ही ज्यादा समय लगा था , फिर भी एलसीडी टीवी को आम लोगों के लिए सन 1968 में उपलब्ध करा दिया गया था.
जॉर्ज हैरी हेलमेयर ने कड़ी मेहनत करने के बाद सीआरटी टीवी के ऊपर बहुत से छोटे-छोटे संशोधन किए और उसे एलसीडी का रूप दिया. अर्थात एलसीडी टीवी की खोज में सर्वाधिक योगदान जॉर्ज हैरी हेलमेयर का है और इसका सिद्धांत भी इन्हीं के द्वारा दिया गया था.
एलसीडी के क्या लाभ है :-
आपको ऊपर पता ही चल गया होगा की इसके क्या फायदे हैं , परंतु फिर भी यदि आपको उसके फायदों के बारे में नहीं समझ में आया हो , तो एलसीडी से होने वाले फायदे नीचे निम्नलिखित रुप से लिखे गए हैं.
- यह सीआरटी टीवी की तुलना में कम बिजली में ही चलती हैं और इससे बिजली की बचत हो जाती है.
- एलसीडी टीवी सीआरटी टीवी की तुलना में बहुत ही ज्यादा पतले और कम वजन के होते हैं.
- इसकी वीडियो क्वालिटी बहुत ही ज्यादा अच्छी होती है , जबकि सीआरटी टीवी की वीडियो क्वॉलिटी इतनी अच्छी नहीं होती।
- एलईडी की लागत बहुत ही कम होती है.
- इस की वीडियो ग्राफिक बहुत ही ज्यादा स्मूथ और अच्छी होती है.
- इसमें लिक्विड क्रिस्टल भारी होने के कारण इसमें दिखाए जाने वाले चित्र बहुत ही ज्यादा साफ और चमकीले होते हैं.
- एलसीडी टीवी सीआरटी टीवी की तुलना में बहुत ज्यादा bulky नहीं होता , इसी के कारण इसकी लोकप्रियता बहुत ही अधिक पड़ रही है.
एलसीडी से होने वाली हानियां :-
अब अपने दैनिक जीवन में जिन भी वस्तुओं का उपयोग करते हैं , उनके लाभ के साथ-साथ उनकी कुछ हानियां
भी होती है. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है , कि एलसीडी से हमें क्या हानियां होती हैं , यदि नहीं , तो आइए हम आपको बताते हैं,
- सबसे बड़ी बात एलसीडी टीवी सीआरटी टीवी की तुलना में कुछ ज्यादा महंगे होते हैं , इसी कारण इस को गरीब लोग नहीं खरीद पाते हैं.
- इस का तापमान उसके चलने तक ही सीमित रहते हैं , उसके बाद वह ठंडे पड़ जाते हैं और उपयोग ना होने पर बहुत जल्द ही खराब भी हो सकते हैं.
- इस को चलने के लिए एसी ड्राइव की आवश्यकता होती है , बिना इसके यह नहीं चल पाता है.
- यह कम प्रकाश वाले स्थानो के लिए अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि कम प्रकाश वाले स्थानों पर इसके चित्रों के रंगों में कमी आ जाती है.
- इसमें प्रकाश के अन्य स्रोतों की भी आवश्यकता पड़ती है , इसी के कारण एलसीडी टीवी चित्रों को प्रदर्शित करता है.
LCD की market price कितने से शुरू होती हैं ?
जैसा कि हम जानते हैं , एलसीडी बहुत ही महंगे दामों में बेचे जाते हैं , इसी कारण इसे गरीब लोग नहीं खरीद सकते. ऐसे लोगों को एलसीडी टीवी प्राप्त कराने के लिए अनेक ऐसी कंपनियां हैं , जो कि बहुत ही कम दामों में एलसीडी टीवी को बाजारों में बेचती है.
ऐसी एलसीडी बहुत ही कम समय के लिए चल पाती है , लगभग 2 से 3 साल। तो आइए हम आपको बताते हैं, एलसीडी टीवी की मार्केट में बेचे जाने वाले प्राइस के बारे में. CD TV को ₹4000 से लेकर के लाखों रुपए तक में बेचा जाता है.
एलसीडी टीवी बनाने की कुछ कंपनियां :-
एलसीडी टीवी बनाने की बहुत सी कंपनियां है , उनमें से कुछ कंपनियों के बारे में नीचे निम्नलिखित रुप से बताया गया है.
- LG company
- Samsung company
- Apple company
- HP company
एलसीडी टीवी बनाने की ऐसी ही बहुत सी कंपनियां है , जिनमें से सभी कंपनियों का विवरण करना मुश्किल होता है, इसलिए कुछ कंपनियों के नाम ऊपर लिखे करें, जो कि बहुत ही माने जाने है.
निष्कर्ष
जिन्हे इस विषय में ज्यादा जानकारी नहीं है उन्हें हमने यहाँ बताया की एलसीडी टीवी क्या होता है (What is LCD in hindi). इसके अलावा ये भी बताया की यह किन सिद्धांतों पर कार्य करता है एवं यह कितने प्रकार के होते हैं.
हम उम्मीद करते हैं , कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख आपको बहुत ही पसंद आया
होगा, तो कृपया आप इस लेख को अपने मित्र जनों एवं परिजनों के साथ इसे अवश्य साझा करें.