भारत में पढाई करने वालों बच्चों के बीच एक परीक्षा का सपना बचपन से ही होता है और एक बड़ा इंसान बनकर अपने माँ बाप का नाम रोशन सके इसके लिए काफी मेहनत करते हैं लेकिन इसकी परीक्षा भारत में सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. जी हाँ हम बात कर रहे हैं ITI द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा कि और इसलिए आज के पोस्ट में बात करने जा रहे हैं की ITI क्या है (What is ITI in Hindi) और लड़कियों के लिए आईटीआई कोर्स कौन से बेहतर हैं?
आईटीआई को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट भी कहते है जिसमे टेक्निकल कोर्स कराये जाते हैं. इसमें कोर्स करने वाले छात्रों को विभिन्न शाखाओं (मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स) में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों प्रकार की शिक्षा दी जाती है.
सभी लोग इस कोर्स को बस नाम से ही जानते हैं लेकिन कुछ ही लोग जानते होंगे कि आईटीआई का फुल फॉर्म क्या है.
अगर आप इस कोर्स के बारे में कभी सुने नहीं है तो यह पोस्ट आप ही के लिए है जहां पर आप इससे जुड़े सभी बातें समझ जायेंगे और जान जायेंगे की इसका मतलब क्या है.
ITI की फीस कितनी है और आईटीआई करने के बाद कितनी सैलरी मिलती है एवं इसमें कौन-कौन से कोर्स होते हैं यह कई लोगों का सवाल होता है और इन सवालों का जवाब नहीं मिल पाता है. तब तक लोगों के दिल में हिचकिचाहट बनी रहती है की इस कोर्स को करना चाहिए या नहीं करना चाहिए.
जब बच्चे दसवीं पास करते हैं तो उनके मन में इस बात की दुविधा हो जाती है कि 10th के बाद क्या करे क्योंकि यह ऐसा वक्त होता है जिस समय पूरे करियर को दिशा देनी होती है.
इसी कारण हमने आज सोचा कि जिन लोगों को नहीं मालूम कि आईटीआई क्या होता है (What is ITI in Hindi) और इसके बाद क्या कोर्स करना चाहिए. तो इस पोस्ट के जरिए आपको इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी.
आईटीआई क्या है – What is ITI in Hindi?
ITI का पूरा नाम Industrial Training Institute है. ये एक टेक्निकल कोर्स है, जिसके अंतर्गत कई तरह के ट्रेड जैसे मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, फिटर इत्यादि की पढ़ाई कराई जाती है और पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी कराई जाती है.
इस का गठन Directorate general employment and training और Ministry of skill development and entrepreneurship, and Union government के अंतर्गत किया गया है ताकि लोगों को अलग अलग ट्रेड में ट्रेनिंग दी जा सके.
कोर्स को करने वाले कैंडिडेट को इस तरह से सक्षम बनाया जाता है कि वह अलग अलग टेक्निकल फील्ड और इंडस्ट्रियल सेक्टर में जाकर काम कर सके और अपना योगदान दे सकें.
इसमें बहुत से ट्रेड की पढ़ाई कराई जाती है जैसे मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, वेल्डर, फिटर इत्यादि और सफलतापूर्वक कोर्स की पढ़ाई कर लेने के बाद में इन्हें इस कोर्स का सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है.
इस कोर्स को करने के लिए ज्यादा पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है अगर आप आठवीं या फिर दसवीं पास हैं तो भी आप इस कोर्स को ज्वाइन कर सकते हैं और कंप्लीट कर लेने के बाद में इसका सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं.
जब इस कोर्स को कैंडिडेट पूरा कर लेते हैं तो उन्हें ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट AITT और इस में सफल होने वाले छात्रों को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (NTC) दिया जाता है.
यह एक सरकारी प्रशिक्षण संस्थान है जो हाई स्कूल के बाद स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री सेक्टर में जाने के लिए रास्ता देती है. जबकि इसमें कुछ ऐसे भी ट्रेड हैं जो आठवीं पास स्टूडेंट भी कर सकते हैं.
यह संस्थान विशेष रूप से उन स्टूडेंट्स को टेक्निकल नॉलेज प्रोवाइड करने के लिए स्थापित की गई है जो सिर्फ दसवीं क्लास तक पढ़ाई कर चुके हैं और इसके आगे टेक्निकल नॉलेज प्राप्त करना चाहते हैं.
यह तो हम जाने चुके हैं कि इस संस्थान की स्थापना महानिदेशालय रोजगार और प्रशिक्षण कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और केंद्र सरकार के तहत की गई ताकि अलग अलग ट्रेड्स में ट्रेनिंग दी जा सके और युवाओं को तैयार किया जा सके.
इसके अंतर्गत पढ़ाए जाने वाले अलग-अलग कोर्स को “ट्रेड्स” कहा जाता है.
इसमें पढ़ाई जाने वाले इलेक्ट्रिशियन, फिटर, मैकेनिक इत्यादि कोर्स की लंबाई ज्यादातर 2 साल की होती है जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं.
इसके अलावा यह अलग अलग इंडस्ट्रीज के लिए भी ट्रेनिंग देती है जैसे मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, डीजल मेकैनिज्म, ऑटोमोबाइल, लिफ्ट, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, और इनमें जाकर काम करने लाइक बना देती हैं.
यह कोर्स स्किल्ड मैनपावर तैयार करती है जो कि अलग-अलग उद्योग अपने योगदान देती है.
अगर कहा जाएगी इंडस्ट्री की ट्रेड है तो यह गलत नहीं होगा.
आईटीआई का फुल फॉर्म
Full form of ITI in English
Industrial Training Institute
Full form of ITI in Hindi
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
ITI कैसे करें?
सीबीएसई, आईसीएसई और अधिकतर स्टेट बोर्ड जब दसवीं के रिजल्ट निकाल देते हैं और उस वक्त स्टूडेंट को यह डिसीजन लेना होता है कि आगे क्या करना है. अगर आपको लगता है कि इंडस्ट्रियल काम और छोटे स्तर के बिजनेस आप के काम की चीज है तो दसवीं के बाद इस कोर्स आपको यह इच्छा पूरी करने में मदद कर सकती है.
दसवीं के बाद आईटीआई कोर्स उन छात्रों के लिए है जो शॉर्ट टर्म कोर्स करके जॉब करना चाहते हैं. अगर आप जल्दी कमाई शुरू करना चाहते हैं तो दसवीं क्लास के बाद Industrial Training Institute द्वारा पेश किए जाने वाले कोर्स आपके पास सबसे अच्छी विकल्पों में से एक है.
दसवीं के बाद यह कोर्स आपके इंटरेस्ट के अनुसार किसी एक ट्रेड में आपको स्पेशलिस्ट बना सकती हैं. इसमें इंजीनियरिंग फील्ड के साथ साथ नॉन इंजीनियरिंग दो तरह के कोर्स होते हैं.
आगे हम आपको इससे जुड़े सभी ट्रेड के बारे में बताने जा रहे हैं. DGET देश भर में ITI के लिए दिशानिर्देश, रूल्स और रेगुलेशन तैयार करता है और नीतियां बनाता है.
इसकी भूमिका छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना है और छात्रों को उद्योग के स्पेशल टेक्निकल स्किल से लैस करना है. आईटीआई का उद्देश्य देश में कुशल कर्मचारियों की एक बड़ी मात्रा का निर्माण करना है. अगर कोई भी कैंडिडेट आठवीं, दसवीं या फिर 12वीं पास है तो वह इस कोर्स की पढ़ाई करने के लिए योग्य है.
इस कोर्स को करने के लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जिस में पास होने पर आपको एडमिशन मिल जाता है. इस एग्जाम को पास करना ज्यादा मुश्किल नहीं है.
आईटीआई के लिए ऑनलाइन ऐडमिशन कैसे ले?
- सबसे पहले आप इसके ऑफिशियल वेबसाइट में जाएं.
- उसके बाद आप अपना स्टेट सिलेक्ट कर ले, आप किस राज्य से बिलॉन्ग करते हैं जहां पढ़ाई करना चाहते हैं उसे चुनिए.
- अब आपको वहां पर नए कैंडिडेट के रजिस्ट्रेशन के लिए New Candidate registration पर क्लिक करें.
- अब आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा यहां पर अपने नाम, पता, शिक्षा सभी की जानकारी भरें.
- इसके बाद डॉक्यूमेंट अपलोड करें.
- अब सबमिट का बटन दबा दें और आपका फॉर्म fillup हो जाएगा.
ITI की फीस कितनी है?
इस कोर्स कि फीस स्टेट और ट्रेड पर डिपेंड करता है.
यानी कि आप कौन से राज्य से बिलॉन्ग करते हैं यानी कि जिस राज में आपको इस कोर्स को करना है और दूसरी बात यह कि आप कौन सा ट्रेड चुन रहे हैं यानी कि कौन सा ब्रांच आप कोर्स के रूप में पढ़ रहे हैं चाहे वह सरकारी हो या फिर प्राइवेट.
इस के अंतर्गत इंजीनियरिंग में आने वाले ट्रेड में कोर्स की फीस ₹1000 से 9000 के बीच में होती है.
जबकि नॉन इंजीनियरिंग के तहत आने वाले ट्रेड की फीस 3950 रुपए से लेकर ₹7000 तक के बीच में होती हैं. ज्यादातर राज्य में फीस की जो अमाउंट होती है इंजीनियरिंग कोर्स से कम होती है.
एक स्टूडेंट टोटल फीस का पेमेंट दो किस्तों में कर सकता है.
आईटीआई में कौन-कौन से कोर्स होते हैं
दसवीं के बाद आईटीआई के अंदर कराए जाने वाले कोर्स
- Draughtsman (Mechanical) Engineering
- Diesel Mechanic EngineeringDraughtsman (Civil) Engineering
- Pump Operator
- Motor Driving-cum-Mechanic Engineering
- Tool & Die Maker Engineering
- Turner Engineering
- Manufacture Foot Wear
- Secretarial Practice
- Hair & Skin Care
- Fruit & Vegetable Processing
- Bleaching & Dyeing Calico Print
- Letter Press Machine Minder
- Leather Goods Maker
- Hand Compositor
- Mechanic Electronics Engineering
- Foundry Man Engineering
- Dress Making
- Information Technology & E.S.M. Engineering
- Machinist Engineering
- Refrigeration Engineering
- Mech. Instrument Engineering
- Electrician Engineering
- Commercial Art
- Mechanic Motor Vehicle Engineering
- Mechanic Radio & T.V. Engineering
- Surveyor Engineering
- Sheet Metal Worker Engineering
आठवीं के बाद कराए जाने वाले कोर्स
- Wireman Engineering
- Pattern Maker Engineering
- Welder (Gas & Electric) Engineering
- Cutting & Sewing
- Carpenter Engineering
- Mechanic Tractor
- Weaving of Fancy Fabric
- Cutting & Sewing
- Plumber Engineering
- Book Binder
लड़कियों के लिए आईटीआई कोर्स
- Dress making
- Hair and Skin Care
- Basic Cosmetology
- Fashion Technology
- computer operator and programming assistant
- computer aided embroidery and designing
- Front office assistant
- सिलाई एवं कढ़ाई
- stenographer
- Food production
- library and information science
- Health Sanitary inspector
- Photographer
- Fashion Design
आईटीआई के फायदे – Advantages of ITI in Hindi
- इस के कोर्स बहुत ही कम पीरियड के होते हैं यानी कि 1-2 साल में अब का कोर्स भी समाप्त हो जाता है और सर्टिफिकेट प्राप्त हो जाता है.
- आठवीं और दसवीं पास भी इस कोर्स को ज्वाइन कर सकते हैं.
- यह एक ऐसा कोर्स है जिसकी फीस काफी कम होती है यानी कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी इसकी पढ़ाई कर सकते हैं.
- बहुत सारे इंडस्ट्रीज हर साल लाखों की संख्या में इस लेवल के वैकेंसी निकालते हैं जिससे कि कोर्स करने के बाद नौकरी मिलना आसान हो जाता है और जो भी इस कोर्स को किए हुए होते हैं उनको रोजगार प्राप्त हो जाता है.
- इसमें आपको अपनी रूचि के अनुसार ट्रेड मिल सकता है यानी की आपको अगर कंप्यूटर में इंटरेस्ट है तो आप कंप्यूटर से जुड़ा कोर्स कर सकते हैं, मैकेनिकल पसंद है तो आप मैकेनिकल फील्ड में इस कोर्स को कर सकते हैं.
संक्षेप में
जो लोग इस में एडमिशन लेना चाहते हैं उनका अक्सर यह सवाल होता है कि 12 वीं के बाद आईटीआई कोर्स कैसे करें और इसका फुल फॉर्म क्या है. इसलिए हमने इस पोस्ट के माध्यम से इसके बारे में भी पूरी जानकारी दी है और बताया की ITI क्या है और इसकी फीस कितनी है?
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस पोस्ट में बताए गए सभी पॉइंट अच्छे से समझ में आ गए होंगे. हम आशा करते हैं कि आप हमारे ब्लॉग में रेगुलर आते रहेंगे जिससे कि आपको घर भी जानकारी प्राप्त हो सके. अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छा लगा तो इसे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक में अधिक से अधिक शेयर करें.
Sir, main ELECTRICIAN hu. Mujhe iti ka certificate kaise milega ?
Aap iti join kariye firpass karne par mil jayega.