हर व्यक्ति दुनिया में बुद्धिमान बनना चाहता है, इसके लिए वह कई तरीके भी अपनाता है। अपने पर खूब काम करता है, नए नए टिप्स को फॉलो करता है और अपनी एक अलग ही पहचान बना लेता है। जो लोग तेज़ होते है, उनके सोचने का स्टाइल अलग ही होता है और वो लोग काम भी यूनिक तरीके से करते है। नॉर्मल लोगों की तुलना में वह हर प्रोब्लम का समाधान भी शांति से करते है, इसलिए उन्हें इंटेलिजेंट कहा जाता है। यदि आपको भी जानना है कि बुद्धिमान कैसे बनें, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।
वैसे जरूरी नहीं है कि आपके पास पूरे संसार का ज्ञान हो, बस अपने अनुभव से धीरे धीरे सब चीज़ को सीखते जाएं। यदि किसी काम को आप नहीं कर पा रहे है, तो उसका अभ्यास करें। यह भी आवश्यक नहीं है कि वह काम आपसे बन ही जाएं, लेकिन इस दौरान आप कई मैथड ढूंढ लेते है। इन्हीं सब एक्सपीरियंस तो एक इंसान अंत में बुद्धिमान बन जाता है।
बुद्धिमान कैसे बनें? 15 टिप्स को फॉलो करें
इन सरल टिप्स को ध्यान से पढ़ें और अपने जीवन में उन्हें शामिल करें। यहाँ दी गई सुझावों को अपनाने से आप भी बुद्धिमान बन सकते हैं। इस लेख में उच्चतम महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझाया गया है। इन सामान्य तरीकों से अपने जीवन को सुधारने का प्रयास करें। हर बिंदु को अपनाने से आप अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ सकते हैं।
1. लोगों से सावधान रहें
- सही ढंग से बोलना सीखें, क्योंकि दुनिया में सिर्फ शरीफ लोग नहीं होते।
- लोग काम निकालना चाहते हैं और मजाक बनाते हैं।
- सावधान रहें, काम देने से पहले सोचें और जानकारी साझा न करें।
- दूसरों का काम करने के बावजूद, आपका मजाक नहीं बनना चाहिए।
- अपनी जागरूकता बनाए रखें, सही और बुरे लोगों को पहचानें।
- काम करते समय होशियार रहें, आंखें खोल कर सतर्क रहें।
- विश्वास के पहले, व्यक्ति की पृष्ठभूमि और इतिहास की जाँच करें।
- सावधानी से करें, ताकि आप अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
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2. महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान दे
- आप बकवास से बचें, सीखने का मौका पहचानें।
- लड़ाई और खरीददारी की बातें बेहद फिक्ती हो सकती हैं।
- फायदा नहीं होने वाले बातों को छोड़ें।
- उपयोगी जानकारी पर ही ध्यान केंद्रित करें।
- बेकार में परेशानियों से बचें और आगे बढ़ें।
- भूतकाल को छोड़ें, भविष्य की ओर मुखर हों।
- सीखने और बढ़ने के लिए सतत प्रयास करें।
- सकारात्मकता पर ध्यान दें, जीवन को सही दिशा में लें।
3. एक अच्छे श्रोता बनें
- ज्ञान बढ़ाने के लिए, सामने वाले की बातें ध्यानपूर्वक सुनें।
- खुद को बेहतर दिखाने की गलती न करें, ताकि सामने वाला बोर न हो।
- बात शुरू होते ही, दूसरों को मौका दें और फिर बोलें।
- सुनना और समझना महत्वपूर्ण है, ताकि ज्ञान में वृद्धि हो।
- सही समय पर सही तरीके से बोलना और सुनना सफलता की कुंजी हो सकता है।
4. प्लानिंग के साथ काम करें
- हड़बड़ी में काम न करें, प्लानिंग के साथ कार्य करें, ताकि बिगाड़ ना हो।
- दिमाग का उपयोग करके पूरा काम सोच समझकर करें, इससे गलतियों से बचा जा सकता है।
- किसी को धैर्य से सुनें और सही तरीके से समझकर कार्रवाई करें।
- सोच-समझकर किया गया काम हमेशा सही और परफेक्ट होता है।
- अपने कामों में स्थिरता बनाए रखने के लिए धीरे-धीरे कदम बढ़ाएं।
5. एक जिम्मेवार व्यक्ति बनें
- स्वयं कार्य करें, समस्याओं का समाधान खोजें, दूसरों पर निर्भर नहीं हों।
- आपकी बुद्धि कमजोर होती है अगर आप दूसरों की सहायता पर ही निर्भर हैं।
- दूसरों की मदद से अधिकांश काम करना खुद को कमजोर बना देता है।
- खुद को समस्याओं का समाधान खोजने में लगाएं, स्वतंत्रता से सोचें।
- आत्मनिर्भरता से ही बुद्धिमान इंसान बन सकता है, दूसरों पर निर्भर नहीं होना चाहिए।
6. अपने मन पर नियंत्रण रखें
- सोचों को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है, नकारात्मक विचारों से बचें।
- अंधकार की ओर नहीं, सकारात्मकता की दिशा में मन को मोड़ें।
- आगे बढ़ने की राह में आनेवाले विचारों का मन कंट्रोल करें।
- जीवन में सफलता की ऊँचाइयों को हमेशा ध्यान में रखें।
- सही दिशा में मन को लगाकर, जीवन को सकारात्मकता से भरें।
7. गलती रिपीट ना करें
- गलतियों से सीखें, नहीं भागें।
- नए आइडिया से मिस्टेक्स सुधारें।
- कमियों को पहचानें, सुधारें, बनें परफेक्ट।
- अनुभव से जीवन में सुधार करें।
- संकल्प लें, दोबारा वैसी गलती नहीं होगी।
8. बोलने से पहले सोचें
- सोच समझकर बोलें, विचार करें कि क्यों और कैसे बोलना है, ताकि आप विवेकी लगें।
- खुद को सही दिखाने की चाह में नहीं, बल्कि सही तरीके से बोलें, ताकि बेवकूफ नहीं लगें।
- शब्दों का सही चयन करें, ताकि आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की भूमिका में रहें।
- विचारपूर्वक और सावधानी से बातचीत करें, ताकि सबको समझाया जा सके।
- विवेकपूर्ण भाषा का प्रयोग करें, ताकि आप एक बुद्धिमान और समझदार व्यक्ति के रूप में प्रतिष्ठित हों।
9. नए नए लोगों से मिलें
- रोज़ नए लोगों से मिलें, उनसे सीखें और उनकी बातें अपनाएं।
- जो व्यक्ति सही लगे, उनके व्यक्तित्व पर ध्यान केंद्रित करें।
- उनके बातचीत शैली, बैठने का तरीका सीखें और उनका अनुकरण करें।
- उनसे मिलने से खुद का ज्ञान विकसित करें और नए दृष्टिकोण प्राप्त करें।
- हर दिन का अनुभव बढ़ाएं और नए लोगों से नये सिखें।
10. प्रतिदिन अच्छी बुक पढ़ें
- हर दिन कोई नई किताब पढ़ना बुद्धिमान बनने का साधन है, जो ज्ञान को बढ़ाता है।
- ज्ञान से काम लेकर ही सच्चा बुद्धिमानी आती है, बातों में नहीं।
- किताबों का ज्ञान सिर्फ पढ़कर ही नहीं, उसे अपने जीवन में लागू करके बनता है।
- बड़े शब्दों से नहीं, कर्म से बुद्धिमानी का परिचय होता है।
- जीवन में सफलता के लिए, बेकार बातों की बजाय, मेहनत और अमल का मार्गदर्शन करें।
11. दिमाग को शांत रखें
- अपने दिमाग को ठंडा रखना हमेशा बेहतर होता है।
- गर्म दिमाग से अच्छी चीज़ें नहीं आ सकतीं।
- बुरी परिस्थिति में भी शांति बनाए रखें।
- उलटी सिचुएशन में भी घबराना नहीं चाहिए।
- हर दिन ध्यान लगाएं और जगहों से दूर रहें।
12. मुश्किलों का सामना करना सीखें
- अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए आसान परिस्थितियों में आरंभ करें, जिससे आत्मविश्वास बढ़े।
- बड़ी समस्याओं से सीधे मुकाबला करने से पहले छोटी समस्याओं का समाधान करें।
- समय देने से मानसिक क्षमता बढ़ेगी, और आप महात्मा बनेंगे।
- दिमाग की क्षमता विकसित करने के लिए अभ्यास करें, जिससे स्थिरता बढ़े।
- आत्म-नियंत्रण बढ़ाएं और बड़ी मुश्किलों को स्वीकार करके उन्हें हल करना सीखें।
13. अलग अलग क्षेत्रों में काम करें
- हर दिन नए क्षेत्र में काम करने से आपकी सोच में वृद्धि होगी।
- एक ही डोमेन में रुकावट से बचने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम करें।
- विविधता आपके आईक्यू और कौशल में सुधार कर सकती है।
- अलग-अलग क्षेत्रों में काम करना नए सिखने का सुनहरा अवसर है।
- एक ही क्षेत्र में बाधाएं बना सकती हैं, विविधता से उन्हें पार करें।
- सिर्फ एक जगह रहकर महत्वपूर्ण अनुभव से वंचित रह सकते हैं।
- जिस तरह से एक ही जगह में रुका चूजा, वैसे ही एक ही क्षेत्र में रुकावत।
14. अपने व्यवहार में विनम्रता लाएं
- बुद्धिमान व्यक्ति आत्मविश्वासी होते हैं, परन्तु अभिमानी नहीं बनते।
- तेज़ दिमाग वाले व्यक्ति शांत और विनम्र रहते हैं।
- उन्हें खुद पर घमंड नहीं आता, बल्कि विनम्रता बनी रहती है।
- ये लोग दूसरों से सीखने के लिए खुले रहते हैं।
- अपने बुद्धिमानी से होने पर वे अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं।
- आपको घमंड आने पर आप खुद को अपडेट करना भूल सकते हैं।
- नई तकनीकों से खुद को दूर करने से बचें, ताकि आप बेवकूफ न बनें।
15. अपने आस पास की घटनाओं पर नज़र रखें
- चींटी की तरह, आस-पास के कामों से बहुत सी सीखें सकता हूँ।
- व्यक्तियों के काम करने का तरीका समझा, उनसे सीखा बिना बातचीत करें।
- गाड़ी चलाने, सड़क के साइन के मतलब को समझने में रुचि रखता हूँ।
- घर का बजट सही से बनाने का तरीका सीखने में रुचि लेता हूँ।
- कम खर्च में सबका संचालन कैसे करें, इस पर विचार करता हूँ।
- बोर्ड पर लिखे शब्दों का अर्थ और साइन के मतलब को समझता हूँ।
- अपने आस-पास के लोगों से कैसे सीखा जा सकता हूँ, इस पर गौर करता हूँ।
निष्कर्ष:
गलतियों से सीख कर व्यक्ति बुद्धिमान बनता है। बुद्धिमान वह नहीं है जो गलती नहीं करता। सफलता प्राप्त करने के लिए गलतियों से सीखें। शुरूआत से ही सफलता पाने से बचें। इंसान को अपनी गलतियों से नहीं डरना चाहिए। टिप्स के साथ भविष्य में इंटेलिजेंट बनें। मिस्टेक्स से डर कर पीछे नहीं हटें। कदम बढ़ाने से लक्ष्य की प्राप्ति होगी। बुद्धिमानता में आगे बढ़ने के लिए आत्मसमीक्षा करें। आज का आर्टिकल पढ़कर सहायक लगा, कमेंट करें।