अगर आज के समय मे हम 12वी करने के बाद छात्रों पढ़ाई या कोर्स करने के बाद करे तो इंजीनियरिंग या मेडिकल दो ऐसे विकल्प है जिन्हें छात्र सबसे ज्यादा पसन्द करते है. क्योकि इनमें अन्य कोर्स की अपेक्षा आसानी से कैरियर बनाया जा सकता है. इसीलिए आज की लेख में आप जानेंगे की आंखों का डॉक्टर कैसे बने? जिस तरह से इंजीनिरिंग करने के बाद में कैरीयर के विभिन्न विकल्प होते है बैसे ही मेडिकल में कैरियर बनाने के विभिन्न विकल्प होते है. जब हम मेडिकल की बात करते है तो आज आंखों के डॉक्टर जिनकीं भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है.
आज काफी ऐसे छात्र है जो नेत्र चिकित्स्क बनने के लिए मेडिकल कोर्स करना चाहते है लेकिन उनके पास इस कोर्स से जुड़ी जानकारी या इस कोर्स को किस प्रकार किया जा सकता है इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए इसके विषय मे उचित जानकारी नही होती है. इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में आंखे का डॉक्टर बनने की जानकारी देंगे. इसके लिए कौन सा कोर्स कर इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे है.
ऑप्टोमेट्रीस्ट क्या है?
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने वाले को ऑप्टोमेट्रीस्ट कहते हैं. इस कोर्स को करने वाला आँखों का स्पेशलिस्ट कहलाता है. ये कोर्स नेत्र की देखभाल, दृष्टि प्रणाली पर केन्द्रित होता है. इस कोर्स को पूरा करने वाला नेत्र चिकित्स्क कहलाता है और वह हमें आँखों के लेंस को सही करने एंव चश्मा लगाने एंव आँखों की अनेक समस्याओं का निवारण करने में सक्षम होता है.
आज के समय में आँखों की समस्याएं बढती जा रही है, आँखों में अनेक तरह के रोग बढने लगे है और चार में से तीन लोगों के चश्मा लगा हुआ है. ऐसे में ऑप्टोमेट्रीस्ट की डिमांड बढती जा रही है.
ऑप्टोमेट्री एक ऐसा कोर्स है, जिसे करने के बाद आप नेत्र चिकित्स्क बन सकते हैं. आपको आँखों से जुड़ी सभी बिमारियों की जानकारी होगी और आप उनका ईलाज करने में भी सक्षम होंगे.
आप अनेक आधुनिक उपकरणों की मदद से लोगों की आँखों का ईलाज कर पायेंगे. इस आर्टिकल में हम आपको नेत्र चिकित्स्क बनने की सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं. यदि आप डॉक्टर बनना चाहते है तो ऑप्टोमेट्रीस्ट आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
शैक्षणिक योग्यता
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के लिए 10th पास करने के बाद 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेथामेटिक्स या बायोलॉजी और अंग्रेजी में कम से कम 50 प्रतिशत अंको से पास होना चाहिए.
उसके बाद आई सेट एग्जाम देना होता है. यह एग्जाम काफी टफ होता है और इसमें पास होने के बाद आपको ऑप्टोमेट्री करवाने वाले संस्थानों में प्रवेश मिल जाता है. यदि आप आँखों के डॉक्टर बनना चाहते है तो 12वीं में इन विषयों में जमकर पढाई करें और अच्छे अंको से पास हो. उसके बाद आप ऑप्टोमेट्री कोर्स कर सकते हैं.
कोर्स अवधि
ऑप्टोमेट्री चार वर्षीय पाठ्यक्रम है, इसमें तीन वर्षों में थ्योरी करवाई जाती है और चौथे वर्ष में इंटर्नशिप करवाई जाती है. इंटर्नशिप में आपको अच्छा एक्सपीरियंस अगर होता है तो आप एक अच्छे नेत्र चिकित्स्क के रूप में करियर बना सकते हैं.
आप चाहे तो दो साल का डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं. लेकिन यह आपके करियर को आगे नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए हम आपको यही गाइड करेंगे की आप ऑप्टोमेट्री का चार वर्षीय कोर्स करें.
कोर्स में क्या सिखाया जाता है?
जैसा की हमने उपर बताया है की ऑप्टोमेट्री में आपको आँखों से संबधित सभी जानकारी दी जाएगी अगर यह कोर्स पूरा कर लेते हैं तो आपको आँखों की हर एक समस्या का ज्ञान हो जाएगा.
इस कोर्स में आँखों के लेंस, चश्मा और नेत्र रोगों की जानकारी मिलती है एंव अनेक ऑप्टिकल मशीनी ज्ञान भी दिया जाता है ताकि नेत्र रोगों को आसानी से मशीनों के द्वारा जांच की जाए. यदि कोई भी इस कोर्स को पूरा करता है तो वह आँखों की सर्जरी करने वाले डॉक्टर का एसिस्टेंट बन सकता है.
ऑप्टोमेट्रीस्ट का कार्य क्या है?
साधारण शब्दों में अगर बताया जाए तो ऑप्टोमेट्रीस्ट का कार्य नेत्र रोगी के रोग को समझकर उसका उपचार करना है. अगर किसी की आँखों में किसी भी तरह की प्रॉब्लम है तो वह लेंस चश्मा, फैब्रिक एंव नेत्र की असमानता को दवा या फिर थैरेफी की मदद से सही करता है.
ऑप्टोमेट्रीस्ट हमें हमारी आँखों के लिए कौन सा चश्मा या फिर कौन से लेंस सही रहेंगे उसके लिए गाइड कर सकता है. यहाँ तक की आँखों में किसी भी तरह की मोतिया इत्यादि की बीमारी के निवारण के लिए हमें दवा दे सकता है.
जानकारी के लिए आपको बता दूँ की ऑप्टोमेट्रीस्ट को आँखों की सर्जरी करने का अधिकार नहीं है. यदि उसे लगता है की आँखों की सर्जरी होनी है तो वह हमें एक अच्छा सर्जरी करने वाला डॉक्टर सजेस्ट कर सकता है. ऑप्टोमेट्रीस्ट आँखों की सर्जरी करने वाले डॉक्टरों के साहयक के रूप में भी काम करते हैं.
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ऑप्टोमेट्रीस्ट को कहां मिल सकती है जॉब?
ऑप्टोमेट्रीस्ट चाहे तो खुद का ऑप्टिकल शॉप बना सकता है, किसी आँखों की सर्जरी करने वाले डॉक्टर के साहयक के रूप में कार्य कर सकता है. वे नेत्र लेंस बनाने और नेत्र मशीनों के निर्माण वाली फर्म में भी काम कर सकते हैं.
यहाँ तक की मेडिकल लाईन में भी इन्हें अच्छी जॉब मिल सकती है. साधारण तौर पर ऑप्टोमेट्रीस्ट अपनी खुद की ऑप्टिकल शॉप बनाकर अच्छा पैसा कमाते हैं.
आँखों के डॉक्टर की सैलरी
ऑप्टोमेट्रीस्ट के वेतन की बात की जाए तो शुरूआती समय में उन्हें 15 से 20 हजार रूपए वेतन मिल सकता है. अगर अच्छा एक्सपीरियंस है और अच्छे संसथान से ऑप्टोमेट्री में पढाई की हुई है तो उन्हें 20 से 50 हजार रूपए तक वेतन मिल सकता है. यदि ऑप्टोमेट्रीस्ट खुदकी शॉप बनाता है तो महीने में एक लाख रूपए से ज्यादा कमाई कर सकता है.
ऑप्टोमेट्री कोर्स करवाने वाले पोपुलर संसथान ?
यहाँ हम कुछ ऐसे संस्थानों के बारें में बताने जा रहे है जो भारत में बहुत ज्यादा पोपुलर है और यहाँ से ऑप्टोमेट्री कोर्स करने वाले को अच्छी जॉब मिलती है और अच्छी पढाई भी यहाँ होती है. अगर आप ऑप्टोमेट्री कोर्स करना चाहते है तो आप इन संस्थानों में दाखिला लेने का प्रयास करें.
- द लोटस कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री जुहू, मुंबई
- LPU जालंधर
- NIMS युनिवर्सिटी जयपुर
- बोस्क एंड लोम्ब स्कूल ऑफ ऑप्टोमेट्री, हैदराबाद
- नोएडा अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज अंसारी नगर, नई दिल्ली
- पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक
- भारतीय विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज, पुणे
नेत्र चिकित्स्क बनने के लिए जरुरी बातें
हर छात्र का पढ़ाई करने का एक मकसद होता है कि वह पढ़ाई करके किसी अच्छी नौकरी को प्राप्त करे। हर छात्र के माता पिता भी यही चाहते है कि उसे शुरू से इस तरह की पढ़ाई के लिए स्कूल में भेजा जाए जिसमें वह जल्दी सफलता हासिल करें.
जब हम किसी भी छात्र की पढ़ाई के साथ-साथ उसके कैरियर की बात करते है तो 12वीपास करने के बाद सभी छात्रों के लिए उनकी सफलता का चरण शुरू होता है.
क्योकि 12वी करने के बाद छात्रों के सामने बहुत से कोर्स करने के विकल्प खुल जाते है जिनका चुनाव करके वह सफलता की सीढ़ी की तरफ आगे बढ़ते है. ऐसे ही आज छात्रों में 12th करने बाद मेडिकल कोर्स करके नेत्र चिकित्स्क बनकर आपने कैरियर की शुरुआत करना चाहते है.
लेकिन कई बार इसकी उचित जानकारी न होने की वजह से छात्र पीछे हट जाते है बस इस बात को ध्यान में रखते हुए आज हम अपने इस आर्टिकल में नेत्र चिकित्स्क बनने की पूरी प्रकिया को बताने जा रहे है. जो छात्रों के लिए इसमें कैरियर बनाने में महत्वपूर्ण साबित होने वाली है.
12th के बाद आंखों का डॉक्टर बनने के लिए क्या करे?
आंख का डॉक्टर बनना किसी भी छात्र के लिए आसान नही होता है इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. छात्र को इसके लिए के लिए 12th में PCB (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) से 50% मार्क के साथ अपनी पढ़ाई को पूरा करना होता है तब जाकर कही वह इसके एंट्रेंस एग्जाम में शामिल हो पाता है.
आयु सीमा
इस प्रकार के डॉक्टर बनने के लिए पहले छात्र को एक एंट्रेंस (नीट) एग्जाम निकालना होता है जिसमे 17 बर्ष से 25 बर्ष के छात्र शामिल किए जाते है। वही इसके लिए ओबीसी, एससी, एसटी के छात्रों के लिए 5 बर्ष की छूट का प्रावधान है।
एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन कैसे करें?
12th करने के बाद छात्र के सामने 2 विकल्प होते है पहला राज्य के लिए आवेदन कर सकते है, दूसरा पूरे देश के लिए आवेदन कर सकते है। आपके अपने योग्यता और क्षमता के अनुसार आवेदन कर देना है।
एंट्रेंस एग्जाम में आवेदन करने बाद आपको परीक्षा में शामिल किया जाएगा। परीक्षा में आने वाले नंबर के अनुसार आप इसके लिए आगे बढ़ सकते है। मतलब की एंट्रेंस एग्जाम होने के बाद कॉउंसलिनव होगी जो आपके नंबर से जुड़ी होगी जिसके आधार पर आपको इसकी पढ़ाई करने के लिए कॉलेज निर्धारित किया जाएगा।
एंट्रेंस निकालने के बाद आपको कॉलेज में दाखिला मिल जाएगा जहां आपको 4.4 साल की पढ़ाई करनी होगी और साथ ही 1.5 साल की कॉलेज में इंटर्नशिप को पूरा करना होगा। इंटर्नशिप करना एक अच्छा डॉक्टर बनना सबसे जरूरी होता है।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से आप समझ ही गए होंगे की नेत्र विशेषज्ञ कैसे बनते है एवं उसके लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है और आपके पास क्या योग्यता होनी चाहिए. यदि आपको ऑप्टोमेट्रीस्ट बनना है तो आप उपर बताई गई जानकारी को अच्छे से पढ़े और अपने नजदीकी ऑप्टोमेट्री कोर्स करवाने वाले संसथान से संपर्क करें.
यदि आपका ऑप्टोमेट्रीस्ट से जुड़ा कोई सवाल है तो आप यहाँ कमेंट में पूछ सकते हैं. आप यहाँ अब अच्छे से समझ गए होंगे की आँखों का डॉक्टर कैसे बने? उम्मीद करते हैं की आपको ये लेख पसंद आयी होगी.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
आप ऑप्टोमेट्री में MS/MD की डिग्री हासिल कर सकते हैं, इसके साथ आप ऑप्टोमेट्री में M.SC और B.SC कर सकते हैं.
परेशानी किसी भी तरह की नहीं आएगी अगर आप अच्छे से पढ़े है और आपको अच्छा एक्सपीरियंस है तो आप कहीं पर भी एक अच्छी पोस्ट पर जॉब कर सकते हैं। या खुद की ऑप्टिकल शॉप बना सकते हैं.
ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स करने में चार साल लगते है इनमे तीन साल पढाई और चौथा साल इंटर्नशिप का होता है। ऐसे में अगर चार वर्ष का खर्च देखा जाये तो करीब 3 से 5 लाख रूपए तक का खर्चा आ सकता है.
आपने बोहोत अच्छी जानकारी शेयर की है। मैं हमेशा आपका ब्लॉग पढता रहता हूँ। आप ऐसे ही जानकारी हमें देते रहें।
Bsc optometry krke name ke prefix me Dr laga Skte h ?
Nahi aap Dr. word ka istemal nahi kar sakte is course ke sath.