जीएसटी हमारे केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा पारित किया गया एक महत्वपूर्ण कर है जिसे सभी वस्तुओं और सेवाओं में एक समान लगाया गया है. जीएसटी के आने से पहले लगने वाले अनेक प्रकार के कर खत्म हो गए और उन सभी करों के जगह पर सभी वस्तुओं और सेवाओं में एक समान कर एक ही बार लगेगा जिसे हम जीएसटी कहते हैं.
जीएसटी का फुल फॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स होता है जिसे केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार दोनों के द्वारा सभी नियम और विनियमों में एक समान कर लगाया जाएगा. जीएसटी के आने से सभी जनता को विभिन्न प्रकार के टैक्स से सुरक्षा मिली क्योंकि जीएसटी उन सभी टैक्सों को हटाकर अपनी जगह बना ली है.
जीएसटी पर छोटे तथा बड़े निबंध – Long and Short essay on GST in Hindi For Class 6, 7, 8, 9, 10 Students
बच्चों आज हम आपके लिए चार निबंध जीएसटी पर लाए हैं जो आपके लिए पढ़ने में बहुत ही आसानी होगी. इसे आप अपने क्लास के अनुसार पढ़ सकते हैं.
निबंध – 1 (250 शब्द)
प्रस्तावना
जीएसटी हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है क्योंकि जीएसटी के आने से हमारे देश की जनता को विभिन्न प्रकार के अलग-अलग टैक्स को भरने से राहत मिली, जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर है जो सभी खरीदे गए प्रोडक्ट्स के एमआरपी में केवल एक बार लगता है. जीएसटी उन सभी अलग-अलग करो को निष्कासित कर दिया है और उसके जगह पर जीएसटी अपना कदम रखा है.
जीएसटी का इतिहास
जीएसटी का विचार विमर्श 1999 से होना शुरू हो गया था. 1999 ईस्वी में उपस्थित प्रधानमंत्री जी के द्वारा उस समय जीएसटी के बारे में सोचा जा रहा था और इसकी प्रस्तावना भी हो रही थी. जीएसटी को पारित करने के लिए उस समय प्रधानमंत्री द्वारा एक समिति की स्थापना की गई जिसमें अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री द्वारा बंगाल के वित्त मंत्री को जीएसटी मॉडल बनाने के लिए कहा गया. इन सभी प्रक्रियाओं के द्वारा कुछ साल पहले 1 जुलाई 2017 को हमारे देश में जीएसटी लागू हुआ जो एक तरह का अप्रत्यक्ष कर है. जीएसटी से पहले जितने भी कर लगाए जाते थे उन सभी को जीएसटी निष्कासित कर दिया.
निष्कर्ष
लोकसभा तथा राज्यसभा में जीएसटी 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ जो एक प्रकार का अप्रत्यक्ष कर प्रणाली है , जीएसटी के आने से पहले लगाए जाने वाले सभी कर खत्म हो गया. लोगों को पहले अत्यधिक कर चुकाने पड़ते थे लेकिन जीएसटी आने से हर प्रोडक्ट का एमआरपी में सिर्फ एक बार कर लगाया जाता है जिससे लोगों को राहत मिलती है.
निबंध – 2 (300 शब्द)
प्रस्तावना
जीएसटी का हम लोगों के जीवन में आना बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हुआ क्योंकि जीएसटी के पहले लोग कई प्रकार के अलग अलग कर चुकाते थे लेकिन जीएसटी के आने से लोगों को सिर्फ हर सामान पर एक ही कर चुकाना पड़ता है. जीएसटी हर प्रकार के व्यवसाय और उपभोक्ताओं के लिए सही साबित हुआ. जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर है ,जो सभी सेवाओं और वस्तुओं पर एक समान लगता है.
भारत में जीएसटी का महत्व
भारत में जीएसटी आने से कई व्यापारियों और उपभोक्ताओं को राहत की चैन मिली क्योंकि हमारे देश में लोगों द्वारा अनेक प्रकार के कर दिए जाते थे जो अधिक परसेंटेज में होता था जिससे लोगों की कमाई बहुत कम बचती थी लेकिन जीएसटी के आने से उन सभी करो को खत्म किया गया और सिर्फ सभी वस्तुओं और सेवाओं में एक समान कर जीएसटी के रूप में लगाया गया जो प्रोडक्ट के एमआरपी में एक ही बार देना पड़ता है. इससे हर व्यवसाय द्वारा पहले की अपेक्षा अब कम कर दिया जाता है जिससे उनका इनकम पहले की अपेक्षा ज्यादा बचता है .
जीएसटी के आने से हर क्रय और विक्रय वस्तुओं पर एक समान कर लगाया गया जिससे लोगों को अब ज्यादा कर देने की आवश्यकता नहीं होती इससे उनकी कमाई भी काफी बचती है और उनको लाभ प्राप्त होता है. जीएसटी के आने से हर एक प्रोडक्ट का लागत में भी कमी आई है जिससे लोग हर एक आवश्यक सामान को अपने इनकम के अनुसार खरीदने में सक्षम होते हैं. गुड्स एंड सर्विस टैक्स के कारण बहुत से बेरोजगारों को रोजगार मिल गया, जो व्यक्ति पहले अनेक प्रकार के करो को देने से डरते थे क्योंकि उनके पास उतना इनकम नहीं होता था इसलिए वे उन सभी करो को नहीं दे पाते थे इसलिए उनका बिजनेस भी ठप हो जाता था लेकिन जीएसटी के आने से उन बेरोजगारों को भी रोजगार मिल गई और उन्हें अपने इनकम के अनुसार एक कर को देने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होती.
जीएसटी के फायदे
गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू होना उन सभी व्यापारियों और व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ जो वस्तुओं और सेवाओं का आदान प्रदान कर अपना व्यवसाय चलाते हैं. इस देश में हर एक व्यवसाय में कर चुकाना होता है जीएसटी के आने के पहले हर कोई अलग अलग चीजों का अलग अलग कर चुकाते थे जिससे काफी पैसे कर्म ही चले जाते थे लेकिन इसके आने से लोगों को हर एक नियम या विनियमों में एक समान कर लगाया गया है जिससे लोगों की इनकम में बचत होती है.
अब हर एक चीज में एक कर ही लगता है जिसे देने में लोगों को कोई परेशानी नहीं होती वह आसानी से अपने कर को चुकाने में सक्षम होते हैं. पहले अनेक वस्तुओं में अनेक प्रकार के कर लिए जाते थे जिससे काफी लोग कर को नहीं चुकाते थे क्योंकि उन्हें अपनी कमाई से ज्यादा कर देना पड़ता था लेकिन जीएसटी आने से उन सभी लोग कर को चुकाने लगे क्योंकि सभी वस्तुओं के लिए एक ही बार कर देना पड़ता है जो काफी उन लोगों के लिए आसान होता है. इन सभी चीजों के साथ साथ सभी सामानों की कीमतों में गिरावट आई जिससे उपभोक्ताओं के लिए आवश्यकताओं की चीजों को खरीदना आसान हो गया.
निष्कर्ष
जीएसटी के आने से हर व्यवसाय से संबंधित लोगों को लाभ प्राप्त हुआ और इसके साथ साथ हर एक सामानों का कीमत भी कम हुआ. लोगों को एक बार ही कर चुकानी होती है इसलिए लोग कर चुकाने में कोई देरी नहीं करते. इस तरह जीएसटी हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे हर एक लोग आसानी पूर्वक अपने कर को चूकाते हैं और अपना व्यवसाय चलाते हैं.
निबंध 3 (400 शब्द)
प्रस्तावना
भारत सरकार द्वारा पारित किया गया एक सर्वोच्च कर जिसे हम जीएसटी के नाम से जानते हैं जो प्राया 1 जुलाई 2017 को हमारे देश में लागू हुआ था. जिस भी आवश्यकता अनुसार चीजों का हम उपयोग कर रहे हैं उन सभी चीजों में जीएसटी अप्रत्यक्ष रूप से लगता है जैसे मोबाइल खरीदते वक्त बिल के दौरान हमारे जीएसटी भी काट ली जाती है. भारत के हर जनता को जीएसटी कर को चुकाना चाहिए क्योंकि पहले की अपेक्षा अब एक ही कर लगाया जाता है जो हर व्यक्ति का कर्तव्य बनता है इसे चुकाना.
जीएसटी कैसे काम करता है?
जीएसटी उपयोग में लाए जाने वाले हर एक वस्तुओं पर लगाई जाती है जिस वस्तु को उपभोक्ता उपयोग करते हैं. हालांकि जीएसटी पंजीकृत डीलरों के द्वारा वसूली करने के दौरान इन जीएसटी को सरकार को प्रदान कर देते हैं ना कि यह अपने पास रखते हैं. इस प्रकार दिए गए कर से एक क्रेडिट का निर्माण होता है.
गुड्स एंड सर्विस टैक्स ग्राहकों पर निर्धारित होती है क्योंकि अंतिम उपयोगकर्ता ग्राहक ही होते हैं जो सेवाओं का उपयोग करते हैं और ग्राहकों के द्वारा खरीदी गई आवश्यकताओं की वस्तुओं पर उन्हें बिल के साथ साथ टैक्स में काट लिया जाता है. इस प्रकार जीएसटी का कार्य परिपूर्ण किया जाता है.
जीएसटी को लेकर कुछ लोगों की धारणा
जीएसटी के लाने का उद्देश्य कर दर को कम करना है जिससे हर एक व्यापारी कर को आसानी पूर्वक दे सके, इसके साथ साथ जीएसटी के कारण सारी करो को हटा दिया गया है और उसके जगह पर सिर्फ एक कर लिया जाता है जिससे जो लोग बेरोजगार हैं वह भी रोजगारी करके आसानी से कर जमा करने के दौरान अपना इनकम बचा सकते हैं.
कुछ व्यक्तियों का मानना है की जीएसटी आने से कर में कोई कमी नहीं आई है उल्टा इसका प्रभाव और ज्यादा हमारे जिंदगी में पड़ेगा. इन सभी विचारों के साथ साथ उनका यह भी विचार रहता है कि जीएसटी के आने से हमें उतना ही कर देना पड़ेगा जितना हम पहले कर चुकाते थे. जीएसटी का आना सभी कर देने वालों के लिए आसान हुआ है लेकिन कुछ लोग जीएसटी को लेकर अपनी विचार नकारात्मक रखते हैं.
उपभोक्ताओं पर जीएसटी का असर
जीएसटी केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा पारित किया गया एक अप्रत्यक्ष कर है जिसके आने से लोगों को हर तरह के करों से छुटकारा मिला उसके जगह पर बस एक बार जीएसटी का कर उन्हें देना होता है. इसके आने से सभी चीजों की कीमत में गिरावट आई है जिससे आम जनता अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति अपने इनकम के अनुसार कर पाने में सक्षम हो पा रहे हैं .
जीएसटी का आखरी कर उपभोक्ताओं के द्वारा लिया जाएगा जिसमें वे जिस भी वस्तु का खरीदारी करेंगे उस वस्तु के बिल में उनकी जीएसटी कर भी काटी जाएगी यह प्रक्रिया काफी क्षेत्रों में पारित हो चुकी है लेकिन कुछ क्षेत्र इस प्रक्रिया से वंचित है. जीएसटी के आने से ग्राहकों को भी फायदा हुआ है क्योंकि उनकी आवश्यकताओं की वस्तुओं की लागत में कमी आई है जिससे वह आसानी से उस वस्तु का क्या कर सकते हैं और इस तरह उपभोक्ताओं द्वारा वस्तुओं की क्रय प्रक्रिया के दौरान इनसे जीएसटी भी काट ली जाती है जो इनके लिए काफी लाभदायक है.
निष्कर्ष
गुड्स एंड सर्विस टैक्स अप्रत्यक्ष रूप से लिया जाने वाला कर है जिससे लोगों को काफी लाभ प्राप्त होती है इसकी पूरी प्रक्रिया कुछ स्थानों में जारी हो चुकी है और कुछ स्थानों में जारी होना बाकी है इसलिए जिस स्थान में इसकी प्रक्रिया चालू हो गई है वहां के जनता इनका लाभ उठा रहे हैं.
निबंध 4 (600 शब्द)
प्रस्तावना
जीएसटी का फुल फॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स होता है जो अप्रत्यक्ष कर है जिसे हर वह इंसान भरता है जो किसी भी चीज जैसे टीवी फ्रिज मोबाइल फर्नीचर इत्यादि सामानों की खरीदारी करते हैं, उन उपभोगता के लिए कर लगाई गई है इससे उपभोक्ताओं का भी फायदा है क्योंकि जीएसटी से सभी वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आई है और बिल के साथ-साथ इनका जीएसटी वहीं पर काट लिया जाता है जिससे इन्हें फायदा होता है. जीएसटी एक समान कर है जो सभी सामानों के लिए एक समान कर को ली जाती है. जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को हमारे देश में पारित किया गया था तब से लेकर आज तक हमारे देश में विभिन्न प्रकार के करो को हटाकर एक कर ली जाती है जो जीएसटी है.
जीएसटी की प्रबलता
जीएसटी हमारे देश के हर नागरिक के लिए वस्तु विनिमय का आदान-प्रदान की प्रक्रिया में अपनी अहम भूमिका निभाती है. 1 जुलाई 2017 से जीएसटी हमारे देश में पारित हुआ है तब से लेकर आज तक जितने भी लोग पहले के करो को देकर परेशान रहते थे उनकी परेशानी जीएसटी खत्म कर दी क्योंकि जीएसटी के आने से सभी वस्तुओं में एक समान कर लग गया इसके साथ साथ पदार्थों की कीमतों में कमी भी आई जिससे काफी लोगों को लाभ प्राप्त हुआ.
गुड्स एंड सर्विस टैक्स पारीत होने से कई बेरोजगारों को बैंकिंग तथा अकाउंटिंग क्षेत्र में रोजगार मिलने का एक अवसर मिला इससे कहा जा सकता है कि जीएसटी अपने साथ बेरोजगारों के लिए रोजगार भी लाया है जिससे हमारा युवा पीढ़ी बेरोजगार ना बैठ कर अपने जिंदगी में आगे बढ़ेगा इससे हमारा देश भी आगे बढ़ेगा.
जीएसटी कर अंतरराष्ट्रीय राज्य में बहुत पहले ही पारित हो गई है जिससे वहां के आर्थिक व्यवस्था के साथ-साथ उनका देश भी उन्नति कर रहा है. हमारे देश में जीएसटी थोड़ी देर करके आई लेकिन जीएसटी के नियम को पालन करते रहे तो एक दिन हमारा देश उच्च स्तर तक पहुंच जाएगा. अभी भी जीएसटी के कारण हमारे देश में काफी उन्नति हुई है इसी तरह अगर हर व्यक्ति जीएसटी का पालन करके उपयुक्त कर प्रदान करें तो हमारा देश बहुत ही आगे तक पहुंचेगा.
जीएसटी के प्रकार
जीएसटी के प्रचार प्रकार होते हैं जो निम्नलिखित है:-
1. केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर
सीजीएसटी केंद्र या राज्य सरकार द्वारा लगाया गया एक अप्रत्यक्ष कर है जिसे आम लोगों के द्वारा खरीदी गई पदार्थों के बिलों के द्वारा काटा जाता है. पहले भरे जाने वाले अन्य प्रकार के करों में लोग परेशान हो जाते थे लेकिन सीजीएसटी के आने से उन सभी करो की जगह यह अप्रत्यक्ष कर ले लिया है.
2. राज्य माल और सेवा कर
एसजीएसटी राज्य सरकार द्वारा लगाया गया एक समान कर होता है जो राज्य सरकार अपने राज्य में लागू कर लोगों के द्वारा खरीदे गए पदार्थों में कर काटते हैं, राज्य के अंतर्गत आने वाले सभी प्रकार के वस्तु विनिमय में राज्य सरकार अपने एसजीएसटी को लागू किए हैं.
3. एकीकृत माल और सेवा कर
आईजीएसटी एक राज्य से दूसरे राज्यों के द्वारा आदान प्रदान किए गए वस्तुओं में लगाई जाती है जिसमें हर वस्तु में एक समान कर होता है और इस काटे गए कर केंद्र सरकार पास जमा होता है तथा आवश्यकता अनुसार सभी राज्यों में उसी कर के द्वारा उनकी पूर्ति की जाती है.
4. केंद्र शासित प्रदेश में समान और सेवा कर
यूटीजीएसटी प्राया 5 केंद्र शासित प्रदेशों में लगाया जाने वाला एक समान कर होता है जिसके अंतर्गत वस्तुओं की लेनदेन में कर को काटा जाता है, इसके साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश में सारे जीएसटी का योग उपलब्ध होता है जैसे एसजीएसटी आईजीएसटी इत्यादि. 5 केंद्र शासित प्रदेश जैसे अंडमान निकोबार, दमन और दीव, नगर हवेली ,चंडीगढ़, लक्ष्यदीप तथा दीप समूह है. इन सभी देशों में उपयोग में लाए जाने वाले सभी वस्तुओं में यूआई जीएसटी लगाया गया है.
जीएसटी की हानियां
जीएसटी हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रणाली है जो राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा सभी करो को हटाकर एक समान कर के रूप में पारित किया गया है लेकिन जीएसटी की सारी प्रक्रिया को जानने के लिए लोगों को समय लेनी होती है, अचानक जीएसटी की प्रक्रिया सीखना संभव नहीं है इसलिए लोगों को इस प्रक्रिया को समझने और सीखने के लिए वक्त लेना होगा तभी जाकर वे जीएसटी का पालन अच्छे तरीके से कर पाएंगे.
कुछ सेवाएं जीएसटी पारित होने से महंगी हो जाएंगी जिससे खरीदना लोगों के अनुसार संभव नहीं हो पाता है इसलिए जीएसटी के कारण कई लोग सामान खरीदने से वंचित रह जाते हैं.
जीएसटी का पालन करना बहुत ही कठिन होता है पर इसके नियम बहुत ही हार्ड होते हैं जिसे पालन करना छोटे छोटे व्यापारियों के लिए संभव नहीं हो पाता और उन सभी लोगों के लिए जीएसटी एक परेशानी बन जाती है.
केंद्रीय सरकार और राज्य सरकार की दृष्टि से
केंद्र और राज्य सरकारों का कहना है कि जीएसटी की प्रणाली आने से सभी व्यापारियों और उद्योगपतियों पहले विभिन्न प्रकार के भर रहे करो से इन को राहत मिलेगी क्योंकि पहले अनेक प्रकार के अलग-अलग चीजों का अलग-अलग कर अत्यधिक परसेंटेज में लिया जाता था जिससे व्यक्तियों को ज्यादा मुनाफा नहीं होता था इसके साथ-साथ कई लोग ऐसे होते थे जो ज्यादा कर देने की वजह से कर देते ही नहीं थे.
इसलिए जीएसटी एक समान कर प्रणाली है जो सभी उपयोगी वस्तुओं में एक समान लगती है इससे उपभोक्ताओं को ज्यादा कर देने की आवश्यकता नहीं पड़ती अपने इनकम के अनुसार उपयोग वस्तुओं को खरीद पाने में सक्षम हो पाते हैं. जीएसटी आने से हर एक बिजनेसमैन को आसानी हुई है इसलिए जीएसटी लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. राज्य और केंद्र सरकार की दृष्टि से जीएसटी लोगों के लिए अच्छी साबित हुई है जिसमें उन्हें पहले की अपेक्षा कम कर देना पड़ता है.
निष्कर्ष
जीएसटी केंद्र तथा राज्य सरकारों के द्वारा लगाया गया एक समान कर प्रणाली है जिसे नियमानुसार चलाने से हमारे देश की उन्नति होगी,, जीएसटी के दौरान हर उद्योगपति और व्यापारी इसके नियमों को पालन करते हुए चलेंगे तो हमारी देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत बेहतर होती चली जाएगी जिससे हमारा देश आगे बढ़ेगा. जीएसटी हमारे देश के साथ-साथ हमारे जीवन के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होती है.