धारा 35A क्या है?

आज मै अपने इस लेख में धारा 35A के बारे बताने वाला हुं। जम्मू कश्मीर के नागरिकों के लिए यह धारा बहुत ही महत्वपूर्ण कानून है। तो अभी आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा की धारा 35A क्या है? धारा 35A से जम्मू कश्मीर के नागरिकों को क्या लाभ है? तो थोड़ा सा मै आपको बताना चाहूँगा, की भारतीय संविधान का इस धारा जम्मू कश्मीर के स्थानीय लोगो को कुछ विशेषाधिकार दिलाता है|

17 नवंबर 1956 को अस्तित्व में आए जम्मू और कश्मीर संविधान में मूल निवासी को परिभाषित किया गया था। आपको यह जानकर हैरानी होगी की यह अनुच्छेद 35A भारत के संविधान की किताब में है,भी नहीं तब भी धारा 35A जम्मू कश्मीर की विधान सभा को यह अधिकार देता है,की वह के स्थानीय लोग की परिभाषा तय कर सके।

जिन भारतीय नागरिक को इस धारा के हटने का इंतजार था उन देश के अन्य राज्यों के लोगों के लिए ये बहुत बड़ी खुशख़बरी है, जिसका इंतजार देश को आज़ादी के बाद से था। लेकिन अभी भी देश मे ऐसे काफी लोग है जो इसका विरोध करते नजर आ रहे है, सोशल मीडिया पर आए दिन इससे जुड़ी कोई न कोई ख़बर एक नया मोड़ ले लेती है।

बेशक आपने इसके बारे में जरूर सुना होगा लेकिन अभी इस धारा से जुड़ी कई ऐसी बातें है जिनके बारे में लोग अभी नही जानते है इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में इस धारा के बारे में विस्तार से जानकारी शेयर करने वाले है, सो अगर आप भी इससे अंजान और उसके बारे में जानना चाहते है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़े – तो आइये जानते है धारा 35A क्या है?

धारा 35A क्या है?

ऐसे तो बहुत से कानून को अनुमति मिलती है। सरकार बदला करती है और कानून भी लागू हुआ करते है। लेकिन यह अनुच्छेद 35a बहुत महत्वपूर्ण है. धारा 35A से ही जम्मू कश्मीर की सरकार और वहा की विधानसभा को स्थायी निवासी की परिभाषा तय करने का अधिकार मिला है। इस धारा से ही जम्मू कश्मीर को किसी भी देश से अये शरणार्थी को दे सकता है। अथवा नहीं भी. धारा 35a इसलिए है, की हम सभी भारतीय को जम्मू कश्मीर में अपना हक़ पाने के लिए है.

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अगर इसे सीधे और सरल शब्दों मे समझे तो अभी तक जम्मू कश्मीर में भारत उच्चतम न्यायालय के आदेश वहां मान्य नही थे, साथ ही अगर जम्मू कश्मीर की महिला किसी भारत के किसी भी राज्य व्यक्ति से शादी कर लेती थी तो उसकी नागरिकता खत्म कर दी जाती थी। वही उसके विपरीत अगर महिला किसी पाकिस्तान के व्यक्ति से शादी कर लेती थी तो उसे जम्मू कश्मीर की नागरिकता प्राप्त हो जाती थी।

इसके अलावा अभी तक इस धारा के तहत भारत का कोई भी नागरिक जम्मू कश्मीर में जमीन आदि निहु खरीद सकता था। लेकिन अब सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुई इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। मतलब की सरकार ने अब इस धारा को पूरी तरह खत्म कर दिया है।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश हित के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। मतलब की अब इस धारा के खत्म होने के बाद अब जम्मू कश्मीर देश के अन्य रज्यो की तरह ही हो जाएगा। और अब वहां कोई भी जमीन खरीद सकता है, अपने पसन्द के अनुसार दंपति अपना विवाह कर सकते है। अब किसी भी व्यक्ति पर कोई नागरिकता फर्क नही पड़ेगा।

मोदी सरकार की यह काफी बड़ी पहल है जो सिर्फ जम्मू कश्मीर के लिए ही नही बल्कि पूरे देश हित के लिए अच्छी ख़बर है। इस धारा के बारे में और अधिक जानने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़े आज आपको यहां इस धारा से जुड़ी हर जानकारी विस्तार से मिलने वाली है।

धारा 35A का इतिहास क्या है?

धारा 35a को भारतीय संविधान में 14 मई 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने एक आदेश अनुसार जोड़ दिए थे। यह अनुच्छेद 370 का ही हिस्सा है, और यह बात बहुत काम लोगो को ही पता है। यह आर्टिकल पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने और शेख अब्दुल्ला ने मिलकर 1952 में लाने का विचार किया था। इन्ही के सुझाव पर डॉ राजेंद्र प्रसाद ने धारा 370 से जोड़ा था।

यह एक ऐसी धारा है जो जम्मू कश्मीर के लोगो के लिए वहां की नागरिकता को परिभाषित करने और वहां के लोगो के लिए अधिकार प्रदान करती है।

धारा 35A के विशेष अधिकार

यह धारा के कुछ मुख्य अधिकार है। जो की धारा 370 से मिलता झूलता है, इसमें भी वह रहने वाले नागरिकों की भलाई के लिए जोड़ा गया है। तो आइये के मुख्य अधिकारों के बारे बात करते है धारा 35a जम्मू और कश्मीर के स्थानीय लोगो की परिभाषा तय करती है। यह अनुच्छेद जम्मू कश्मीर की विधान सभा का एक मुख्य अधिकार है। तो यह कुछ मुख्य बातें है।

  • जम्मू कश्मीर की सरकार अब दूसरे राज्य से आयें हुए शरणार्थियो को अपने अनुसार सुविधा प्रदान कर सकती है।
  • धारा 35a की वजह से जम्मू कश्मीर के नागरिक अन्य राज्य के नागरिक से अलग बनता है।
  • धारा 35a के तहत जम्मू कश्मीर भारतीय उच्चतम न्यायलय की कोई भी कानून नहीं मानता है।
  • छात्रवृत्ति और राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली किसी भी प्रकार की सहायता सिर्फ राज्य सरकार को है।
  • जम्मू-कश्मीर की लड़की किसी बाहरी लड़के से शादी करती है तो उसके सारे अधिकार समाप्त हो जाएंगे।
  • इसके साथ उनके बच्चों को कोई भी अधिकार नहीं प्राप्त होगा।

धारा 35a का विरोध क्यों ?

धारा 35a के बहुत से विरोधी भी है और बहुत सारे समर्थक भी इसके विरोधी दो तरह के दलील ले कर उच्चतम न्यायलय तक पहुंच चुके है। पहला यह है की धारा 35a भारत के अन्य राज्य के नागरिकों को स्थायी नागरिक बनाने से रोकता है।

और विरोधियों की दूसरी दलील यह है, की जम्मू कश्मीर में इस धारा 35a के कारण किसी और राज्य की नागरिक वहा जा कर कोई जॉब या वहा की संपत्ति नहीं ख़रीद सकते। यहाँ तक इस राज्य की लड़की किसी अन्य राज्य के लड़के से शादी करती है,तो वह अधिकार से अलग हो जाती है। यह सब ही विरोध का कारण बने है।

सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची बात। इस धारा के विरोधी अंततः सुप्रीम कोर्ट तक याचिका ले कर पहुंच गए। उन सभी का कहना है, की अनुच्छेद 35a के कारण संविधान में लिखे और कानून का अधिकार जम्मू कश्मीर ने छीन लिया है। उन सभी विरोधियों का कहना है, की सिर्फ राष्ट्रपति के कहने से धारा 35a जो जम्मू कश्मीर में लागू किया गया है उसे तुरंत रद्द किया जाये।

धारा 35a से होने वाले नुकसान

धारा 35a से होने वाले बहुत से नुकसान है। जैसे की हर कोई भारतीय जम्मू कश्मीर का भारत का स्वर्ग मानता है। और जब बात अति है वह जाकर जब करने की तो धारा 35a तहत कोई अन्य राज्य का कोई भी नागरिक वह जाकर नौकरी नहीं कर सकता है।

चाहे वो कितना भी पढ़ा लिखा ही न हो। और वहा की कोई लड़की बहार शादी नहीं कर सकती यह तो बिलकुल गलत है। ऐसे तो हम भारत के संविधान का उलंघन कर रहे है , तो हमें बराबर का अधिकार चाहिए और धारा 35a की वजह से इन सब का सामना नहीं कर सकते।

हर व्यक्ति वह ज़मीन क्यों नहीं ख़रीद सकता? ऐसी बहुत सारी परेशानिया है। धारा 35a के वजह से यह है,धारा 35a से होने वाले नुकसान।

देशवासी क्यों हटाना चाहते है धारा 35a?

35a को हटाने की मांग इसलिए हो रही है, क्योंकि आज तक पाकिस्तान से अये हुए खुसपैठियो की पहचान नहीं हो पायी है। और यह भारत को हमेशा से नुकसान पहुंचते आयें है। एक महत्यपूर्ण बात यह भी है की यह अनुच्छेद संसद के द्वारा लागू नहीं किया गया है।

धारा 370 व 35a ख़त्म होने से क्या होंगे बदलाव?

धारा 370 व 35a से जम्मू कश्मीर में जो अलग कानून चल रहा था, अब जा कर सन 2019 अगस्त में हटाने का निर्णय लिया गया। पुरे देश में इस मुद्दे को लेकर काफी चर्चे थे, सही मायने में अब जा कर देशवासियो को पूरी तरह भारत अपना लगा है।

सही बात यही है की भारत जम्मू कश्मीर के बिना अधूरा सा लगता है, धारा 370 व 35A हटने के बाद हर व्यक्ति वह का नागरिक बन सकता है। तो आइये बताता हूँ की अगर धारा 370 व 35A ख़त्म होने से क्या होंगे बदलाव? जम्मू कश्मीर में नीचे दिए गए पॉइंट्स को ध्यान पूवर्क पढ़िए।

  • धारा 370 व 35A ख़त्म होने के बात भारत के अन्य राज्य के नागरिक जम्मू कश्मीर के नागरिक बन सकते है।
  • जम्मू कश्मीर इस धारा के तहत वहां का दूसरा झंडा होता था,लेकिन अब झंडा तिरंगा ही लहराएगा।
  • इस के तहत जम्मू कश्मीर का दूसरा संविधान था, और अब वहा भारतीय संविधान लागू है।
  • जम्मू कश्मीर के लोगो की दोहरी नागरिकता समाप्त हो जाएगी।
  • वह अब दो केंद्र शासित प्रदेश होंगे जम्मू कश्मीर अलग और लद्दाख अलग।
  • जम्मू कश्मीर में विधान सभा होगी पर लद्दाख की नहीं। मतलब लद्दाख की कोई स्थानीय सरकार नहीं होगी।
  • जम्मू कश्मीर की लड़कियों को अब दूसरे राज्य के लड़कों से शादी करने की स्वतंत्रता होगी।
  • जम्मू कश्मीर की सरकार अब छः साल के बजाये पांच साल की होगी।
  • अब वह पर कोई अन्य राज्य का नागरिक वह पर नौकरी कर सकता है , और वह पर ज़मीन भी ख़रीद सकता है।
  • अब वहा के नागरिक भारत सरकार की हर कानून का लाभ उठा पाएंगे।

निष्कर्ष

भारत देश आजाद होते हुए भी अभी तक भारत देश का राज्य जम्मू कश्मीर पूरी तरह से आजाद नही था। जबकि इस राज्य को भारत का स्वर्ग माना जाता है। जिसे पाने के लिए पाकिस्तान आये दिन कुछ न कुछ करता रहता है। बैसे भी जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया की जम्मू कश्मीर पर पूरी तरह से भारत का हक नही था। जिसके बारे में हमने आपको विस्तार से बताया भी है।

लेकिन अब सरकार ने इस धारा को खत्म करके इस राज्य को पूर्ण रूप से भारत मे अन्य रज्यो की तरह ही इसे विशेष अधिकार प्रदान किये गए है।

धारा 370 व 35A के ख़त्म होने से हम भारत के अन्य राज्य के नागरिकों को जम्मू और कश्मीर में ज़मीन खरीदने का अधिकार और सरकारी नौकरी और राज्य के उच्च सिछड़ संस्थानों में प्रवेश ले सकेंगे। और इसके हटने के बाद राज्य में महिला और पुरुषों के बीच अधिकारों को लेकर भेद भाव समाप्त हो गया है।

बाकी इस धारा की अधिक जानकारी के बारे में हम आपको बता ही चुके है मुझे उम्मीद है कि आपको दी गयी जानकारी अच्छी लगी होगीं और इस धारा के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी हासिल हो गयी होगी।

आपको पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताये। बाकी अगर लेख में दी गयी जानकारी महत्वपूर्ण रही हो तो उसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

Mukesh Chandra

मुझे लिखने का काफी शौक है और मैं हर प्रकार की जानकारी दो अपने देश के हिंदी पाठकों को पहुंचाना चाहता हूं ताकि वह आधुनिक युग में भी अपडेटेड रहे.

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