कम्प्यूटर क्या है – जानिए परिभाषा, विशेषताएं, महत्व एवं अन्य जानकारी

Computer kya hai – इस्तेमाल की दृष्टि से, बीसवीं शताब्दी में सबसे प्रचलित डिवाइस कंप्यूटर है। कंप्यूटर रॉ डेटा को प्रोसेस करके आउटपुट में बदलता है, इसे हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, और फर्मवेयर से संबोधित किया जाता है। इसका इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है जो साकारात्मक परिणाम देता है।

कंप्यूटर ने तकनीकी और विज्ञानिक गतिविधियों को बदला है और समृद्धि में योगदान किया है। इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के कारण, आज की दुनिया में कंप्यूटर एक अभिन्न हिस्सा बन गया है।

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What is Computer in Hindi?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिससे आप बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन कर सकते हैं। इससे डाटा सुरक्षित रखा जा सकता है और पीडीएफ फाइलें बनाई जा सकती हैं। कंप्यूटर से फोल्डर बनाना और म्यूजिक सुनना भी संभव है। डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखने का एक सुरक्षित तरीका है कंप्यूटर का उपयोग करना। इसके जरिए इंटरनेट का उपयोग करके आप विभिन्न सेवाओं और जानकारी का आनंद ले सकते हैं।

यह तीन मुख्य घटकों से बना है: इनपुट (कीबोर्ड और माउस), प्रोसेसर (सीपीयू), और आउटपुट (डिस्प्ले)। इनपुट में हम कीबोर्ड और माउस का उपयोग करते हैं, जो डेटा को प्रोसेसर को भेजते हैं। सीपीयू (केंद्रीय प्रोसेसिंग यूनिट) डेटा को समझता है और उच्चतम गति से कार्रवाई करता है। आउटपुट के रूप में हम डिस्प्ले या कंप्यूटर स्क्रीन का उपयोग करके जानकारी को समझ सकते हैं। इस प्रक्रिया से हम कंप्यूटर का उपयोग इनपुट से आउटपुट तक की जानकारी को प्रस्तुत करने के लिए करते हैं।

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है – Full Form of Computer in Hindi?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म सुनकर लोग आश्चर्यचकित हो सकते हैं, परंतु यह एक शॉर्ट फॉर्म है। इस आलेख में हम जानेंगे कि कंप्यूटर का असली फुल फॉर्म क्या है और उसका मतलब क्या होता है। कंप्यूटर एक तकनीकी उपकरण है जिसे एक विशिष्ट शब्द से दर्शाया जाता है। इस आलेख का मुख्य उद्देश्य कंप्यूटर के फुल फॉर्म को स्पष्ट करना है ताकि सभी को यह ज्ञान हो।

इसको एक छोटे शब्द से पुनर्निर्धारित करने के लिए इसका यह फुल फॉर्म बनाया गया है। आइए इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें ताकि आप जान सकें कि कंप्यूटर का सही फुल फॉर्म क्या है।

C – Commonly, O – Operated, M – Machine, P – Particularly, U – Used for T – Technical, E – Educational, R – Research.

यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो तकनीकी और शैक्षणिक अनुसंधान में प्रयुक्त होता है। इसका उपयोग कंप्यूटेशन, डेटा प्रोसेसिंग, और गणना के क्षेत्र में होता है। कंप्यूटर को हिंदी में ‘संगणक’ और ‘अभिकलक यंत्र’ भी कहा जाता है।

कंप्यूटर का अर्थ (computer meaning in hindi)

कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति ‘computare’ से हुआ, जिसका हिंदी में अर्थ गणना होता है। इसका अंग्रेजी संबंध ‘compute’ शब्द से है, जिसका हिंदी में मतलब गणना करना है। ‘Compute’ का हिंदी में अर्थ है ‘calculate’ या गणना करना। कंप्यूटर का प्रमुख उद्देश्य था गणना करना, लेकिन समय के साथ इसमें और फंक्शन जुड़े। आजकल यह यंत्र घरों में अपनी जगह बना चुका है, क्योंकि यह कई कार्यों को आसान बना देता है। इससे फाइलें और डाटा को तेजी से सेव किया जा सकता है।

इंटरनेट का सही से इस्तेमाल और व्यवसाय से संबंधित कार्य भी कंप्यूटर से किए जा सकते हैं। इस यंत्र ने अपनी गति और सुधार के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगिता बढ़ाई है। यह आपको जटिल गणना और संग्रहण कार्यों में सहायक है। इस यंत्र ने अपनी विशेषता से जीवन को सरल और तकनीकी बना दिया है।

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कंप्यूटर की परिभाषा क्या है?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो यूजर की कमांड पर इनपुट को प्रोसेस करके आउटपुट में बदलता है। यह गणना को सरल बनाता है और सभी आंकड़ों की गणना कर सकता है। यह यंत्र सभी डाटा को सुरक्षित रूप से स्टोर करता है।

आप आंकड़ों और फाइल्स को फोल्डर में चेक कर सकते हैं और मॉडिफाई कर सकते हैं। इसके द्वारा आप चाहे तो अपने डेटा को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले सकते हैं। कंप्यूटर आपको तेजी से और सुरक्षितता से गणना करने की सुविधा प्रदान करता है। यह उपकरण आपको आंकड़ों को आसानी से प्रबंधित करने का विशेष तरीका देता है।

कंप्यूटर कैसे काम करता है?

डेस्कटॉप और लैपटॉप में तो हर कोई काम करता है. लेकिन सबको ये मालूम नहीं होता की आखिर यह काम कैसे करता है. तो अगर आप जानना चाहते हैं तो आगे बढ़ते जाये. आपको आपके हर सवाल का जवाब मिलता जायेगा.

Input:– सबसे पहले इनपुट डिवाइस से यूजर डाटा को इसमें डालता है उसे input कहते हैं. ये set of data या information होता है. जो की कई प्रकार के होते हैं जैसे letters, numbers, words, audio, video इत्यादि.

Processing:– ये एक internal process होता है. Input किये हुए डाटा को program में दिए instruction के आधार पर process करता है.

Output:– Processed data को रिजल्ट के रूप में मॉनिटर पर देखते हैं उसे output बोलते हैं. जब डाटा process हो जाता है तो वो monitor स्क्रीन, प्रिंटर, audio device के जरिये हमे मिल जाता है.

कंप्यूटर के गुण व विशेषताएं (Characteristics or features of computer)

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा प्रोसेसिंग करने में मदद करता है। इसकी गति और क्षमता में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे कार्यक्षमता में सुधार हो रहा है। इस यंत्र का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक रूप से हो रहा है, जैसे कि शिक्षा, व्यापार, और विज्ञान।

1. Speed

  • कंप्यूटर तीव्र गति से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • इसमें प्रोग्रामिंग के कारण यह फंक्शन्स आसानी से और तेजी से कर सकता है।
  • प्रोग्रामिंग के कारण यह यंत्र डाटा को बहुत तेजी से प्रोसेस करता है।
  • इसकी तेजी से काम करने क्षमता उच्च गति से रिजल्ट प्रदान करती है।
  • इस यंत्र की महारत का रहस्य प्रोग्रामिंग और तेज प्रोसेसिंग में छिपा हुआ है।

2. Accuracy

  • कंप्यूटर डाटा और परफॉर्मेंस में मैन्युअल मेथड की तुलना में सटीक होता है।
  • इस यंत्र का कार्य हमेशा सटीक रहता है, यदि यूजर की गलती नहीं होती।
  • यह डेटा को सही तरीके से प्रोसेस करके नतीजा प्रदान करता है।
  • यूजर की गलत इनपुट के कारण ही कंप्यूटर में गलती हो सकती है।
  • यह यंत्र डाटा फीड किये जाने पर स्वतंत्रता से सही रिजल्ट प्रदान करता है।

3. Reliability

  • यह यंत्र विश्वसनीय सोर्स है, उसका काम विश्वसनीय होता है, और एररों का मैनुअल ज्यादा होता है।
  • यह रिजल्ट्स में वर्षों बाद भी एक्यूरेट रहता है और डाटा को बदलने की सुविधा प्रदान करता है।
  • कंप्यूटर द्वारा फीड किया गया डाटा स्थिर रहता है और उसे बाद में भी प्रयुक्त किया जा सकता है।
  • एक्यूरेट रिजल्ट्स के साथ, कंप्यूटर उपयोगकर्ता को आवश्यकता के अनुसार डाटा बदलने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
  • यह यंत्र एक विश्वसनीय और उच्च-तकनीकी साधन है जो दीर्घकालिक स्थिरता और शुद्धता से काम करता है।

4. Multitasking

  • कंप्यूटर की मल्टीटास्किंग से समय और उत्साह की बचत होती है, क्योंकि यह कई कार्यों को एक साथ संचालित कर सकता है।
  • यह आपको डेटा संशोधन, ईमेल चेक, और इंटरनेट ब्राउज़िंग को बिना विघ्न के संभाल सकता है।
  • इस यंत्र की इस क्षमता से उपयोगकर्ता विचारशीलता में वृद्धि होती है, क्योंकि वह एक समय में कई कार्यों पर ध्यान दे सकता है।
  • मल्टीटास्किंग ने कार्यप्रवाह को सुगम बनाया है और उपयोगकर्ताओं को विभिन्न कार्यों में सहजता से लगने में मदद की है।
  • इससे समय का बेहतर उपयोग होता है और कंप्यूटर एक ही समय में विभिन्न एप्लिकेशन्स और कार्यों को स्विच कर सकता है।

5. Super memory

  • कंप्यूटर की मेमोरी बहुत साफ होती है, सालों पुरानी फाइलें मिनटों में प्रस्तुत की जा सकती हैं।
  • चाय सालों पुरानी फाइल किसी भी फोल्डर में हो सकती है, सिर्फ़ सर्च करें और मिल जाएगी।
  • डेटा मेमोरी में जो भी फिट करेगा, वह इस यंत्र द्वारा तुरंत उपलब्ध किया जा सकता है।
  • आप जब चाहें, मेमोरी से निकाले गए डेटा को कंप्यूटर से प्राप्त कर सकते हैं।
  • यह यंत्र उच्च क्षमता से आप बड़े वॉल्यूम के डेटा को आसानी से संग्रहित कर सकते हैं।

कंप्यूटर के मुख्य अंश (parts of computer in hindi)

कंप्यूटर के मुख्य पार्ट्स में CPU, RAM, और मदरबोर्ड शामिल होते हैं। मदरबोर्ड पर इन पार्ट्स को जोड़कर इस यंत्र का मैन बोर्ड बनता है। CPU, इस डिवाइस की ब्रेन, गति से काम करता है और डेटा प्रोसेस करता है। RAM, जानकारी को तात्कालीन रूप से संग्रहित करता है, जिससे यह यंत्र तेजी से काम कर सकता है। हार्ड ड्राइव, डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करता है और ऑपरेटिंग सिस्टम को स्थापित रखता है।

Input Device

  • इनपुट डिवाइस का उपयोग डेटा और निर्देशों को सीधे सीपीयू तक पहुंचाने के लिए होता है।
  • इनपुट डिवाइस माध्यम होते हैं जो इंस्ट्रक्शन्स को सिस्टम को पहुंचाते हैं।
  • यह इंसान और सिस्टम के बीच सीधे संवाद का साधन करते हैं।
  • विभिन्न प्रकार के इनपुट डिवाइस से डेटा और निर्देश इंपुट किए जा सकते हैं।
  • कीबोर्ड, लाइट पेन, डिजिटल कैमरा, माउस, स्कैनर जैसे इनपुट डिवाइसों से इंपुट लिया जा सकता है।
  • इनपुट डिवाइस से आने वाले निर्देश सिस्टम को बताते हैं कि कैसे उपयोग करना है।
  • यह डेटा को सीपीयू में पहुंचाने का माध्यम होता है।
  • इनपुट डिवाइस से आने वाले निर्देश सीपीयू को सीधे बताते हैं कि कैसे काम करना है।
  • डाटा और इंस्ट्रक्शन्स को इनपुट डिवाइस के माध्यम से सीपीयू में पहुंचाया जा सकता है।
  • इनपुट डिवाइस से आने वाले निर्देश सिस्टम को बताते हैं कि कैसे कार्रवाई करनी है।

Motherboard

  • मदरबोर्ड, कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड है जिसपर सभी कंपोनेंट्स कनेक्ट होते हैं।
  • यह पतली प्लेट, optical drive, CPU, hard drive जैसे सभी हड्डियों को जोड़ती है।
  • मदरबोर्ड सिस्टम को सही ढंग से काम करने में मदद करती है।
  • इसके द्वारा कंप्यूटर को कमांड देना और एक्शन लेना आसान होता है।
  • मदरबोर्ड के साथ, हार्ड ड्राइव में डेटा सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • आप इससे हर क्षण अपने डेटा का एक्सेस कर सकते हैं।
  • यह आपके यंत्र को सुधारित करने और उन्नति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

CPU (Central Processing Unit)

  • सीपीयू, कंप्यूटर का ब्रेन, मदरबोर्ड में स्थित होता है।
  • तेज प्रोसेसर से कंप्यूटर फंक्शन करता है।
  • फास्ट सीपीयू से डाटा तेजी से लोड होता है।
  • इंटरनेट सर्फिंग में तेजी बढ़ाता है।
  • सीपीयू डाटा विश्लेषण में मदद करता है।
  • यह यंत्र प्रोसेसिंग को फास्ट और कारगर बनाता है।
  • जल्दी कार्रवाई के लिए फास्ट सीपीयू महत्वपूर्ण है।

Output Device

  • जब डेटा प्रोसेस होता है, आउटपुट डिवाइस मॉनिटर पर रिजल्ट दिखाता है।
  • स्पीकर आवाज को आउटपुट के रूप में प्रदान करता है।
  • प्रिंटर डेटा को कागज पर छपकर उपयोगकर्ता को दिखाता है।
  • प्रोजेक्टर इमेज को बड़े स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है।
  • यूजर को फ़ोटो, वीडियो, और आकार के रूप में आउटपुट देता है।
  • आउटपुट डिवाइस इयरफोन से साउंड सुपरस्टार करता है।
  • मॉनिटर, स्पीकर, प्रिंटर – इनमें से हर एक डिवाइस आउटपुट प्रदान करता है।
  • ऑडियो आउटपुट के लिए इयरफोन एक अहम डिवाइस है।
  • प्रिंटर से डेटा को कागज पर छपकर उपयोगकर्ता को दिखाता है।
  • सिस्टम का आउटपुट डिवाइस परियोजना के रूप में प्रोजेक्टर का भी उपयोग कर सकता है।

Hard Disk Drive

  • एक हार्ड ड्राइव कंप्यूटर में स्थाई मेमोरी है।
  • यह कई लेयरों से बनी होती है और डेटा को रखती है।
  • इसमें रीड और राइट करने का ऑप्शन होता है।
  • सारा डेटा हार्ड ड्राइव में सुरक्षित रहता है।
  • आप जब चाहें, डेटा को एक्सेस कर सकते हैं।
  • हार्ड ड्राइव से डेटा को पुनर्स्थापित किया जा सकता है।
  • इससे डेटा को सुरक्षितता से एक्सेस किया जा सकता है।
  • हार्ड ड्राइव से डेटा को स्थाई रूप से संग्रहित किया जाता है।
  • यह डेटा को बचाने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करती है।
  • आप अपने डेटा को हार्ड ड्राइव से कभी भी तकनीकी सहारा के बिना एक्सेस कर सकते हैं।

RAM (Random Access Memory)

  • RAM कंप्यूटर की अस्थायी मेमोरी है जो जीबी और एमबी में मापी जाती है।
  • जितना रैम, उतनी अच्छी प्रोसेसिंग और तेज़ स्पीड होती है।
  • फाइलें हार्ड ड्राइव में सुरक्षित रहती हैं, क्योंकि RAM टेम्परेरी मेमोरी होती है।
  • इससे यह यंत्र बंद होने पर डेटा नहीं होता है डिलीट।
  • अपनी फाइलें सेव करने के लिए हार्ड ड्राइव का उपयोग करें।
  • टेम्परेरी मेमोरी से डेटा का हो सकता है गुम होना।
  • रैम का महत्व तेज़ प्रोसेसिंग और स्थायिता में है।

Power Supply

  • स्विच्ड मोड पॉवर सप्लाई (SMPS) एक इलेक्ट्रिकल डिवाइस है जो पावर प्रदान करता है।
  • इससे सिस्टम के सभी पार्ट्स को बिजली मिलती है।
  • SMPS पावर को विभिन्न तरीकों से प्रबंधित करता है।
  • यह विद्युत विघटन को कम करने में मदद करता है।
  • एक अनुकूल और दक्ष SMPS सिस्टम की स्थिति को सुरक्षित रखता है।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

यह आविष्कार दुनिया को बदल दिया, कामों को बहुत आसान बनाया। कल का मौसम भी इससे पता चलता है, इसने सभी कामों को सुधारा है। इस आविष्कार का जनक Charles Babbage थे, जिन्होंने 1822 में “Differential engine” बनाया। Babbage को “Analytical engine” के रूप में 1837 में पहला modern सिस्टम बनाने में सफलता मिली। Analytical engine में ALU, flow control, और integrated memory शामिल थे। इसने सिस्टमों को विकसित करने में कई लोगों को सहायता की।

आजकल के सिस्टम भी उसी मॉडल पर आधारित हैं। इसे modern age सिस्टम का जनक माना जाता है। इसके बिना हमारा दिनचर्या संभव नहीं होता। सारे विज्ञानी और इंजीनियर इसे महत्वपूर्ण मानते हैं। इसने तकनीकी युग की शुरुआत की। यह सूचना प्रौद्योगिकी का आरंभ करने में मदद करता है। इसके बिना आधुनिक विज्ञान और तकनीक अधूरी रहती। इसने लोगों को विश्वास दिलाया कि अविश्वासनीय भी संभव है। इसके आविष्कार ने समृद्धि और सुगमता की नींव रखी।

कंप्यूटर के उपयोग

  • ऑनलाइन शिक्षा के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है।
  • सॉफ़्टवेयर डेवेलपमेंट में इस यंत्र का उपयोग होता है।
  • डेटा संग्रहण के लिए इस यंत्र का उपयोग किया जा सकता है।
  • ऑनलाइन खरीददारी के लिए इस डिवाइस का उपयोग किया जा सकता है।
  • इंटरनेट सर्फिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है।
  • ऑफिस कामों में डेटा प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • गेमिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है।
  • बैंकिंग और वित्तीय सूचना के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • विज्ञान और अनुसंधान में सिमुलेशन के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • डिजाइनिंग और ग्राफिक्स के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है।
  • सॉफ़्टवेयर टेस्टिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग में मॉडेलिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • व्यावसायिक संगठनों में ऑटोमेशन के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है।
  • ऑनलाइन मीटिंग्स के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है।
  • व्यक्तिगत उपयोग के लिए कंप्यूटर मनोरंजन के लिए उपयोगी होता है।

कंप्यूटर का इतिहास

“अबकस” का आविष्कार 2000 वर्ष पूर्व हुआ, यह दुनिया का पहला कंप्यूटर है। यह एक लकड़ी की रैक है, जिससे गणित की कैलकुलेशन की जाती है। “एबेकस” के विकास को 5 जनरेशनों में बांटा गया है, जो इसके आधुनिक रूप को स्पष्ट करते हैं। प्रत्येक जनरेशन ने बताया कि यह कैसे और किस तरह से आधुनिक बना। इसे साधारित रूप से 5 जनरेशनों में वर्गीकृत किया गया है, जिससे इसका विकास स्पष्ट होता है।

कंप्यूटर की जेनेरशन – Generation Of Computer In Hindi

पहली पीढ़ी – First Generation Vaccum Tubes (1940-1956)

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब्स और मैग्नेटिक ड्रम्स से बनी मेमोरी थी, जो बड़े आकार में थीं और ज्यादा बिजली खर्च करती थीं। इसके इस्तेमाल से गर्मी और malfunction की समस्याएं भी आती थीं। पंच कार्ड और पेपर टेप से इनपुट लिया जाता था, और प्रिंट आउट के लिए पेपर आउटपुट का इस्तेमाल हुआ करता था। इसमें UNIVAC और ENIAC जैसे कंप्यूटर्स शामिल थे। इस पीढ़ी के कंप्यूटर का इस्तेमाल करना महंगा और जटिल था।

दूसरी पीढ़ी – Second Generation Transistor (1956-1963)

  • Transistor का आविष्कार Bell labs ने 1947 में किया, जिसने vaccum tubes को बदला.
  • Transistor ने vaccum tubes की तुलना में कई गुना तेज़ और सस्ते तरीके से काम किया.
  • Second-generation computers में Assembly language और high-level languages का इस्तेमाल होता था.
  • COBOL और FORTRAN, second-generation computers के लिए high-level programming languages थे.
  • Transistors के इस्तेमाल से कंप्यूटरों की गति बढ़ी और उनका चलना सस्ता हो गया.

तीसरी पीढ़ी – Third Generation Integrated circuits (1964-1971)

  • Integrated circuits ने इस generation में transistors को बदल दिया, जिन्हें silicon chips में शामिल किया गया।
  • Semiconductor के रूप में इसने कंप्यूटिंग की गति और कुशलता को बढ़ाया।
  • Punch card और printout की जगह अब keyboard और Monitor का उपयोग होने लगा।
  • इसके साथ, operating system का विकास हुआ जो कंप्यूटर को संचालित करने में मदद करता है।
  • इस प्रक्रिया ने कंप्यूटिंग को नए और उच्च स्तरीय तक पहुंचाया।

चौथी पीढ़ी – Fourth generation Microprocessor (1971-Present)

  • चौथी पीढ़ी के microprocessor में हज़ारों integrated circuits को एक silicon chip में integrate किया गया था।
  • Intel 4004 चिप 1971 में develop हुआ, जिसमें सभी components fix थे।
  • इस सिस्टम ने 1981 में IBM द्वारा पहला घरेलू प्रयोग के लिए तैयार किया गया।
  • यह सिस्टम पूरे कमरे को कैप्चर करने की क्षमता के साथ विकसित हुआ था।
  • इसने अब हाथ के साइज का भी विकास किया और इंटेलेक्टुअल प्रॉपर्टी की रक्षा की गई।

पांचवी पीढ़ी – Fifth Generation Artificial Intelligence (Present and beyond)

  • पांचवीं पीढ़ी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वॉयस रिकग्निशन में आधारित है, जो विकसित हो रही है।
  • क्वांटम कैलकुलेशन और पैरलल प्रोसेसिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण हैं।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ये स्वयं निर्णय लेने में सक्षम हैं।
  • हम इस तकनीक का एक रूप आवश्यक आवश्यक्ताओं में वॉयस रिकग्निशन के रूप में देख रहे हैं।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में ये साथी हैं जो स्वयं सहारा देते हैं।

FAQ – कंप्यूटर से जुड़े पूछे जाने वाले सवाल

वर्क स्टेशन कंप्यूटर क्या है?

वर्क स्टेशन कंप्यूटर एक शक्तिशाली और विशेष उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन किया गया कंप्यूटर है। यह व्यावासिक गुणधर्मों और क्षमताओं के साथ एक स्थायी स्थान पर स्थापित होता है और उच्च गति और प्रदर्शन की आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसमें बड़ी संख्या में प्रोसेसिंग यूनिट्स, ज़्यादा रैम, ग्राफिक्स कार्ड्स, और अन्य उन्नत हार्डवेयर शामिल हो सकता है।

कंप्यूटर का जनक कौन है?

कंप्यूटर का जनक कोई एक व्यक्ति नहीं है, बल्कि कंप्यूटर का विकास कई लोगों के सहयोग से हुआ है। हालांकि, यदि हम एक व्यक्ति को इस तकनीकी उद्भाव के प्रमुख प्रेरक और समर्थनकर्ता के रूप में चिनित करें, तो चार्ल्स बैबेज को “कंप्यूटर का जनक” माना जाता है।

भारत में पहली बार कंप्यूटर कब आया?

भारत में पहला कंप्यूटर 1956 में आया था। इसका नाम हेक्टर (Hektor) था और यह भारत सरकार द्वारा इंडियन स्टेटिकल इंस्टीट्यूट (Indian Statistical Institute) को प्रदान किया गया था। हेक्टर भारत में पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था और इसका उपयोग अंशकारक और सांख्यिकीय गणनाओं के लिए किया जाता था।

कंप्यूटर फॅमिली क्या है?

कंप्यूटर परिवार एक ही डिजाइन और माइक्रोप्रोसेसरों के साथ कंप्यूटर की एक केटेगरी है जो एक दूसरे को सपोर्ट करती है। इसके अंतर्गत एक अच्छा उदाहरण आईबीएम या पीसी फॅमिली vs कंप्यूटर के ऐप्पल या मैक परिवार है।

संक्षेप में

कंप्यूटर ने हमारे समय में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है और इसने हमारे जीवन को सरल और आसान बना दिया है। यह विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमें तेजी से बदल रहे दुनिया में आगे बढ़ने में सहायक है। कंप्यूटर ने आने वाले समय में विभिन्न क्षेत्रों में योगदान किया है, जैसे कि शिक्षा, आर्थिक विकास, स्वास्थ्य, और विज्ञान।

कंप्यूटर ने विश्वभर में संचार को बदल दिया है और लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने में मदद कर रहा है। इसने नए विचार और नए समाधानों की खोज में भी सहायकता की है और विभिन्न क्षेत्रों में नई रूपरेखा बनाई है। कंप्यूटर का उपयोग गणना, डेटा संग्रहण, और विभिन्न कार्यों को अधिक सरल और दक्ष बनाने के लिए हो रहा है। इसका अद्वितीय योगदान ने आने वाले समय को और भी रोचक बना दिया है और व्यक्ति को एक नई दृष्टिकोण प्रदान किया है।

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

117 thoughts on “कम्प्यूटर क्या है – जानिए परिभाषा, विशेषताएं, महत्व एवं अन्य जानकारी”

  1. Computer ka avishkar kisne kiya ye mujhe aaj pata chala. Computer ke father kaun hai ye batane ke liye dhanyawad.

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  2. आपने बहुत ही अच्छा आर्टिकल लिखा है सर | खासकर जो आपने कंप्यूटर फुल फॉर्म बताई है, वो मुझे नहीं पता थी | और जो आपने कंप्यूटर के genration लिखे हैं, वह भी काफी अच्छे हैं |

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  3. Computer ke bare me puri jankari di gai hain. Padhane ke baad bahut khushi hui.
    Bahut hi achchha post hain.

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  4. Sir, mujhe computer ke baare me bahut kum jankari thi. apke articles padkar mene computer ki bahut achi knowledge mili hai . Thanksyou sir.

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  5. thanks brother aapne complete information ke sath usful article likha hai isse hame computer se judi un sabhi jankari ke baare m janane ka mauka mila jise hum nhi jante the … Once Again … Thank You

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  6. Hi Wasim,

    I really Loved your Post. Aapne Computer ke bare mai bohot he detail mai jankari de ha. Thank you for sharing with us.

    Thanks

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  7. computer ki ye detail jankari kaafi acchi lagi mujhe. isme se kaafi kuch mai pahle se janta tha but kuch jankari aisi thi jo mere liye bilkul new thi. thanx for share

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  8. वाह भाई वाह! वाकई हिंदी में इतनी अच्छी जानकारी। आपने बहुत मेहनत की है। बहुमूल्य जानकारी के लिये धन्यवाद।

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  9. वास्तव में कंप्यूटर की पीढ़ियों को समझना इतना आसान नही है लेकिन जिस तरह से आपने कंप्यूटर के बारे में यह डिटेल में जानकारी साझा की है यह किसी भी व्यक्ति के लिए कंप्यूटर की पीढ़ियों के बारे में समझने के लिए सबसे आसान है।

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    • पर्सनल का मतलब ही है निजी यानि की निजी कंप्यूटर जो सिर्फ निजी इस्तेमाल किया जाता हो या घर में इस्तेमाल होने वाला कंप्यूटर भी पर्सनल कंप्यूटर होता है.

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  10. So nice information..I like your site.
    this site is so informative..me daily visit krni hu…mujhe apki site bhut hi achi lagti hai..

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  11. thankyou so much sir aapne Apna kimati Samay nikal ke computer ke bare me itni acchi jankari di hai. aapka article logo ke liye bahut helpful hai.

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  12. कंप्‍यूटर के बारे बेहतरीन जानकारी दी गई हैं जिसको को पढ़ने के बाद कंप्‍यूटर के बारे अच्‍दे से जाकनारी को प्राप्‍त किया जा सकता हैं। धन्‍यवाद

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