कलेक्टर कैसे बने और इसके लिए क्या पढाई करें?

हम अक्सर अपने एरिया के लोगों से सुनते रहते हैं कि हमारे कलेक्टर साहब से मिलो अगर फलाना काम को पूरा कराना है तो लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की कि कलेक्टर कैसे बने, इसके लिए क्या पढाई करें और कलेक्टर की सैलरी क्या होती है?

क्या आप भी कलेक्टर बनना चाहते है, क्या आपका भी सपना है कि मैं एक बड़ा अधिकारी बनूँ तो यह बहुत ही अच्छी बात है, क्योंकि कलेक्टर बनना बहुत ही कठिन काम है.

लेकिन मैं आपको बता दू अगर आपने अपने अन्दर एक बड़ा आदमी बनने का जुनून भर लिया है, तो यह असंभव काम नहीं है, इंसानों के लिए किसी भी प्रकार की ऊंचाई को छूना असंभव नहीं माना जाता है.

अगर आप इंटरनेट पर सर्च करके कलेक्टर बनने की जानकारी प्राप्त करना चाहते है, और इस ब्लॉग पर आयें है तो आप बिलकुल सही जगह आयें है.

यहाँ हम आपको कलेक्टर बनने के लिए क्या योग्यता होनी जरुरी है? इसके बारे में हम आपको पूरे विस्तार से बताएंगे.

आज भी ऐसे बहुत सारे लोग है जो इस पद के बारे में नहीं जानते है की कलेक्टर कौन होता है? चलिए कोई नही आज की इस पोस्ट में हम आपको यह भी बताएँगे.

चलिए ज्यादा समय ना लेते हुए यह भी जान लेते है की इस अधिकारी की पोस्ट क्या है और इस पोस्ट पर पहुँचने के लिए क्या करना पड़ता है?

कलेक्टर बनने का तरीका?

collector kaise bane hindi

अपने जिले के अंतर्गत काम करने वाले अधिकारी के बारे में  सुनते हैं लेकिन क्या जानते हैं की ये कलेक्टर कौन होता है.

जैसा की अगर आप एक गाँव के निवासी है तो उस गांव में एक प्रधान ज़रूर होगा , या आप शहर में रहते है तो आपकी उस जगह का कोई ना कोई तो प्रसासनिक अधिकारी मतलब की मालिक होगा.

इसी से समझ जाइये की आप एक जिले में रहते है, वैसे ही उस जिले का मालिक कलेक्टर होता है, उसकी ही मर्ज़ी से उस जिले में सभी निर्णय होता है. उम्मीद करते है की आप यह जान ही गए होंगे की कलेक्टर कौन होता है.

आज की इस दुनिया में सभी छात्र सोचते है की हम पढ़ लिख कर एक अच्छी पोस्ट हासिल करे, उन सब में से एक है इस पोस्ट पर काम करने वाले अधिकारी की पोस्ट अधिक छात्रों का सपना एक बहुत बड़ा अधिकारी बनने का होता है.

क्योंकि एक बार कलेक्टर या एसपी बनने के बाद छात्र की अलग पहचान बन जाती है व इस क्षेत्र मे पैसे भी बहुत अधिक मिलते है जिसके कारण लोगो मे इसके लिए प्रतिदिन रुचि बढती रहती है.

यही वजह है कि जो लोगये अधिकारी बनने का सपना देखते है, उन्हें यह जानकारी भी चाहिए होती है की इइस पोस्ट पर काम करने वाले अधिकारी की सैलेरी कितनी होती है.

इस बात से चिंतित होने की आपको कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको इसकी भी अधिक जानकारी देंगे.


कलेक्टर बनने के लिए क्या पढाई करें?

कलेक्टर देश की सबसे बड़ी सरकारी नौकरी से एक है, जैसा की हम जानते है आज की इस दुनिया में चपरासी या कोई भी छोटी से छोटी नौकरी करने के लिए हमको काफी मेहनत करनी पढ़ती है.

यह तो फिर भी एक बहुत बड़ी सरकारी नौकरी है इसके लिए आप खुद ही सोच ले, की आपको कितनी मेहनत करनी पड़ेगी तो आपको हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है.

ऊपर हम आपको बता भी चुके है की कोई भी काम इंसान से बढ़कर नही होता है, कलेक्टर जिसे हम आम भाषा में ज़िला अधिकारी कहते है.

ये देश का सबसे प्रतिष्ठित अधिकारी होता है और यह एग्जाम देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है.

कलेक्टर का कार्य सरकारी योजनाओं को लागू करवाना, आम जनता की समस्या को हल करना, कर वसूली तथा कानून व्यवस्था बनाये रखना व जिले की जानकारी सरकार को देना भी कलेक्टर या मजिस्ट्रेट का कार्य होता है.

एक कलेक्टर का कार्य आम तौर पर अपने क्षेत्र में तैनात होने के बाद सरकारी नीतियाँ को सही तरीके से लागू करना है.

जो कि SDM, ADM, DM के रूप में होता है और पब्लिक और गौर गवर्नमेंट के बीच सुलह कराने वाले व्यक्ति के रूप में कार्य करते हुए दैनिक मामलों का संचालन करना है, इसलिए एक कलेक्टर से ही योजना और नीतियों के निर्माण तथा उनके क्रियान्वयन की अपेक्षा की जाती है.

जिले के अधिकारी की नियुक्ति राष्ट्र-पति द्वारा की जाती है तथा गवर्नमेंट उसको भारतीय गजट में सूचित करती है इसिलिए यह अधिकारी राजपत्रित अधिकारी भी कहलाते है.

अगर देखा जाए तो मुख्य रूप से इसका अर्थ हुआ की राष्ट्र-पति के अलावा इन ऑफिसर को कोई भी नही हटा सकता, इस ओहदे पर तैनात अधिकारी को राज्य सरकार भी सिर्फ Suspended ही कर सकती है.

लेकिन मुख्य रूप से उस पोस्ट से हटाने का अधिकार राज्य सरकार के पास भी नहीं होता है. तो आप सोच ही सकते है, की इसको पाना बहुत ही मुश्किल है, आसानी से हम इसको नहीं पा सकते है.

कलेक्टर बनने के लिए योग्यता

इस पद पर काम करने के लिए और अधिकारी के लिए योग्यता शुरुआत में सिर्फ आपके डिग्री लेवल तक की जरूरी है.

जैसे कि एजुकेशन कम से कम ग्रेजुएशन (स्नातक) किया हुआ होना चाहिए. नीचे हम आपको कुछ और बातें बता रहे है, यह आपके पास होना अनिवार्य है.

  • इस पद पर जाने के लिए उम्मीदवार का भारतीय होना‌ बहुत जरूरी है.
  • इसमें आपको Science, Art, Commerce या किसी भी Stream से बना जा सकता है, इसलिए उम्मीदवार विश्वविद्यालय से स्नातक ( Graduate) होना  बहुत जरूरी है भी.
  • उम्मीदवार जानलेवा बिमारी से ग्रस्त नही होना चाहिए.

कलेक्टर बनने के लिए आयु सीमा?

जैसा की हम जानते है की सरकारी नौकरी में सबसे पहले आपकी आयु देखि जाती है, की आप कितनी आयु के है अगर आपकी आयु कम होती है तो आपको उस नौकरी में दाखिला नहीं दिया जाता है. ऐसे ही इस पद की नौकरी होती है इसमें भी आपकी उम्र देखी जाएगी. हम आपको बता दे की ज़िला अधिकारी बनने के लिये उम्र सीमा विभिन्न वर्गो के लिए अलग अलग रखी गयी है. नीचे हम उन सभी की लिस्ट बता रहे है.

  • सामान्य श्रेणी (GENERAL) – 21 से 32 वर्ष (Note:- इसमें आप 6 बार ही Collector की परीक्षा दे सकते हैं.)
  • अन्य पिछड़ी जाति (OBC) – 21 से 32 वर्ष (3 वर्ष की छूट) (Note:- इसमें आप 9 बार Collector की परीक्षा दे सकते हैं.
  • अनुसूचित जाति/जनजाति (ST/SC) – 21 से 32 वर्ष ( 5 वर्ष की छूट) (Note:- इसमें आप जितनी बार चाहे उतनी अधिक परीक्षा दे सकते हैं.

कलेक्टर के लिए परीक्षा पैटर्न

इस पद को प्राप्त करने के लिए आपको यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम (CSE) देना होती हैं जो कि आप ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं.

ग्रेजुएशन पूरा होने का इन्तेजार ना करते हुए आप ग्रेजुएशन के साथ ही यूपीएसई की तैयारी करनी शुरु भी कर सकते है.

यह परीक्षा ग्रैड 1 के अधिकारीयों की भर्ती के लिए होती है तो जाहिर सी बात हैं कि यह आसान तो होगी नहीं और इस परीक्षा के लिए कॉम्पीटीशन भी बहुत रहता है.

नीचे हम आपको 3 स्टेप में इस परीक्षा को बाँट कर दे रहे है.

  • Preliminary Exam
  • Main Exam
  • Interview

प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं, जनरल स्टडीज और एप्टीटुड (General Studies and Aptitude) यह दोनों पेपर 200-200 Marks के होते हैं तथा दोनों में ही चार विकल्प वाले प्रश्न होते हैं.

यह दोनों ही पेपर 2 – 2 घंटे के होते है. यह परीक्षा जुलाई-अगस्त में होती है और इस परीक्षा को पास किए बिना आप इस पद पर काम नहीं कर सकते हैं. इसलिए आप इसको बहुत ही ध्यानपूर्वक पढ़े.

मुख्य परीक्षा (Mains Exam)

यह परीक्षा आपको प्रारंभिक परीक्षा के बाद देनी होती है, इसमें आपको 9 पेपर देने होते है, यह परीक्षा उम्मीदवार के लिए बहुत कठिन पढ़ती है.

यह परीक्षा दिसंबर-जनवरी में होती है बहुत से छात्र इस परीक्षा को पास नहीं कर पाते हैं. यदि आप इस परीक्षा को अच्छे मार्क्स से पास कर लेते है तो फिर आपको इसके के बाद इंटरव्यू के लिये बुलाया जाता है.

साक्षात्कार (Interview)

इंटरव्यू देना ये जिला अधिकारी बनने‌ का‌ अन्तिम स्टेज होता है जब उम्मीदवार प्रारम्भिक परीक्षा व मुख्य परीक्षा मे सफल‌ घोषित किया जाता है.

तभी उसको Interview में बुलाया जाता है, कलेक्टर बनने के लिए दोनों ही परीक्षाएं सफलता पूर्वक पास हो जाने के बाद अब सबसे अहम् होता है – इंटरव्यू, इसी में आपका और आपके पद का चुनाव किया जाता है.

डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बनने के लिए क्या करें?

जिला अधिकारी बनने के लिए भारतीय प्रशानिक सेवा परीक्षा जिसे UPSC (All India Civil Service Exam ) कहते है, जिसे हम कम शब्द में कहे तोCSE (Computer Science Engineering) भी कह सकते है.

इसकी परीक्षा एक साल मे‌ एक बार करवाई जाती हैं। परीक्षा में पास होने के बाद साक्षात्कार और रैंक के बाद चुना जाता है, कलेक्टर को IAS लेवल का अधिकारी होता है.

इस पद के लिए आवेदन करने के लिए आपका किसी भी विषय में स्नातकपूर्ण होना चाहिये, अगर आप सोच रहे है की 12 के बाद इस पोस्ट के लिए कॉलेज में क्या विषय लेकर पढाई करें तो हम आपको यही एडवाइस दे रहे है की आप स्नातक में आर्ट्स लेकर ही पढाई करे.

कलेक्टर की सैलरी?

कलेक्टर की सैलरी की बात करें तो ये विभिन्न संरचनाओं के आधार पर होता है, जैसे कि Junior Scale, Senior Scale, Super Time Scale वेतनमानों में अलग-अलग वेतन बैंड होते हैं.

Collector भी एचआरए मूल या आधिकारिक आवास का 40 प्रतिशत के हकदार होता है साथ ही उन्हें DA, TA भी मिलता है. इसमें Cabinet Secretary Apx, Super Time Scale के आधार पर सैलरी बढ़ती जाती है.

सरल शब्दों में कहा जाए कतो कलेक्टर बनने में आपकी जितनी भी धन राशि जाती है, अगर देखा जाए तो वह एक साल में आपकी पूरी हो जाती है.

अब आप सोच सकते है की कलेक्टर की कितनी सैलेरी होगी, जो कलेक्टर की नई पोस्ट में भर्ती होते है उनकी सैलेरी 60,000 से शुरू होकर 2.5 लाख तक होता है तथा बहुत से प्रकार के भत्ते दिए जाते हैं.

कलेक्टर के लिए एक गाड़ी मुफ्त दी जाती है, कलेक्टर का टेलीफोन बिल व बिजली बिल फ्री होता है, यदि कहीं प्राइवेट क्षेत्र में रहना पड़ता है तो पूरा खर्चा सरकार देती है और भी बहुत से भत्ते Collector को दिए जाते हैं.

संक्षेप में

कलेक्टर मतलब की जिला अधिकारी जो कि सबसे बड़ी पोस्ट होती है और आज एक अच्छी नौकरी पाने और बड़ा अफसर बनने का सपना आज सभी स्टूडेंट का होता है.

जिसके लिए स्टूडेंट परिश्रम करते है. लेकिन कई बार देखा जाता है की लोगो में पहले से ही एसपी या आईपीएस बंनने का सपना होता है.

ये तो हम सभी जानते है की की किसी भी परीक्षा की तैयारी या किसी गवर्मनेट नौकरीं पाना इतना आसान नही होता है. इन सब के लिए एक अच्छे मार्गर्शन की आवश्यकता होती है.

तभी कोई भी स्टूडेंट किसी परीक्षा या नौकरीं की अच्छी तैयारी कर सकता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हमने इस पोस्ट में ,हमने बताया की कलेक्टर कैसे बने और कलेक्टर की सैलरी क्या होती है? 

अगर आप स्टूडेंट है और इस पोस्ट से रिलेटेड या अन्य किसी जानकारी के बारे में पूछना चाहते है तो आप हमने नीचे दिए कमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है.

इसके साथ ही अगर आपको कलेक्टर कैसे बने के बारे में दी गयी जानकारी उपयोगी रही हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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