शतरंज एक ऐसा खेल जो प्राचीन समय से ही खेला जा रहा है. कहा जाता है की इस गेम को खेलने के वाले दिमाग तेज होना चाहिए. लेकिंग क्या आपन जानते हैं की शतरंज खेल के नियम क्या हैं (Chess Rules in Hindi)? अगर इसकी जानकारी नहीं है की शतरंज खेलने का तरीका क्या है तो ये पोस्ट अंत तक जरूर पढ़ें.
शतरंज एक ऐसा गेम है जो एक बोर्ड पर दो व्यक्तियों के बीच में खेला जाता है. इस गेम को खेलने के लिए कई नियम है, कुछ नियम तो ऐसे है जो इस गेम को सबसे शानदार व अच्छा बनाते है.
हमारे इस लेख में आपको इस गेम के बारे में जरूरी जानकारी के बारे में बताया जाएगा की यह शतरंज गेम क्या है ? , इसे कैसे खेला जाता है ? , इस गेम के नियम क्या – क्या है ? अतः आप इस लेख को अंत तक पढे ताकि आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके.
शतरंज खेल क्या है ?
शतरंज एक ऐसा खेल है जो दो व्यक्तियों के बीच में एक ब्लैक पट्टी पर खेला जाता है. शतरंज के खेल को मनोरंजन के साथ बुद्विवृद्वि के लिए भी खेला जाता है.
इस खेल की खास बात यह है की इस खेल को महाभारत के समय से पूर्व से ही खेला जा रहा है. यह दिमागी खेल है. प्राचीन समय में इस खेल का नाम ‘‘ चतुरंग ’’ था.
इस खेल की उपज भारत से ही मानी जाती है. इस खेल में दो व्यक्ति खेल सकते है और उन दोनों के पास काले और सफेद कलर ही होती है.
इस खेल को जो भी खेलते है उन दोनो के पास एक – एक राजा, वजीर, दो ऊँट, दो हाथी और आठ सैनिक होते है. इस खेल में वजीर और राजा होता है.
इस खेल को खेलने के बाद आपकी दिमाग की नशे जरूर खींच सकती है क्योंकि इस खेल को पूरा करने के काफी संतुलित मानसिकता की आवश्यकता होती है.
शतरंज खेल का इतिहास
शतरंज खेल के इतिहास वैसे तो कहीं सही और विस्तृत रूप से नही मिलेगा. परन्तु ऐसा कहा जा सकता है की इस गेम की शुरुआत 2000 साल से पहले हुई है.
ऐसा कहा जाता है की इस गेम की शुरुआत महाभारत काल से भी पूर्व हुई मानी जाती है. प्राचीन काल में भारत से शुरू हुआ यह खेल भारत के साथ यूरोप तक जा पहुंचा.
गुप्त साम्राज्य से यानी 280-550 में गुप्त काल से शुरू हुआ माना है. इस खेल की शुरूआत में इस खेल के अलग नियम थे जिनमे 1475 के आस पास इस खेल के नियमों में भी काफी बदलाव किये गये थें.
इस खेल में 1475 में जो भी बदलाव किए थे उसके बाद उस बदले हुए खेल को स्पेन और इटली में अपनाया गया.
शतरंज खेल का लक्ष्य
इस गेम खेलने के लिए कुछ लक्षण होते है. इस गेम के इन नियमों के लिए इस खेल को जाना जाता है.
इस खेल में दो प्रतिभागी होते है जो खेल में एक दूसरे के विरोधी होते है. खेल को खेलने के लिए चेस बोर्ड में 64 खाने होते है जिस पर गोटिया के सहारे खेलाना पड़ता है.
इस गेम मे दोनों खिलाड़ियों के पास सफेद व काली कलर की गोटिया होती है. इस खेल में 32 गोटिया होती है जिसमे एक एक के पास 16 गोटिया होती है.
इस खेल को खेलने के लिए एक एक खिलाड़ी के पास 1 राजा, 1 रानी, 2 हाथी, 2 घोड़े, 2 ऊॅठ एवं 8 प्यादे होते है जो इस गेम में मुख्यतः होते है.
इस खेल को खेलते समय खिलाड़ी के मन में केवल एक ही लक्ष्य होता है की सामने वाली खिलाड़ी को शह और मात दिया जा सके.
इस खेल में शह और मात उस स्थिति में किया जाता है जब एक खिलाड़ी सामने वाले खिलाड़ी के राजा की जगह पर कब्जा कर लेते है. इसी के साथ इस खेल का अंत हो जाता है.
शतरंज खेल के नियम
शतरंज खेल के कुछ नियम जो इस खेल को बनाते है विशेष
- मोहरे को चलना – इस गेम में जो भी मोहले होती है उन मोहरों को एक हाथ से चलना चाहिए. जब एक बार मोहरे चल जाए तो उसके बाद हाथ हटा लेना चाहिए उसके बाद यदि कोई भी चाल अवैध न हो तो उस चाल को वापस नहीं किया जा सकता, एक बार अगर चाल चल दी तो वह फाइनल है. जब कैसलिंग किया जाए, तो उसके बाद खिलाड़ी को एक हाथ से पहले अपने बादशाह को यानी बादशाह की गोटी को चलना चाहिए और तब उसके बाद उसे उसी हाथ से किश्ती चलना चाहिए.
- स्पर्श चाल नियम – इस खेल में स्पर्श चाल के नियम को अपनाना पडता है. अगर कोई गेम ज्यादा गंभीर है तो उस स्थिति में उसे खेल में यदि कोई खिलाड़ी चाल चलने में अपने किसी मोहरे को इस प्रकार से छूता है कि मानो जैसे उसने उस मोहरे को चलना हो, तो उस खिलाडी की वह चाल वैध अवश्य चलनी होगी. इसके बाद उसमें कोई दूसरी चाल नहीं चल सकते है जब की सामने वाला खिलाडी एक बार चाल च चल जाए.
- समय की पाबंदी – इस खेल को एक निश्चित समय में पूरा करना होता है, इस खेल को शुरू करते समय आपको एक घडी साथ रखनी पड़ सकती है जिससे की यह पता चल सकते की आप उस खेल को समय के साथ ही पूरा कर रहे है.
- चालों का वितरण – इस खेल में तकरीबन 50 प्रकार के चाल के नियमों के बारे में बताया गया है. इन चालो को किस तरह से उपयोग किया जाता है इसका एक चार्ट बना हुआ है जो आपको इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएगा. उन नियमों के अनुसार ही चालों को चलना पड़ता है.
गोटिया कैसे चलती है
जो भी इस गेम को खेलना चाहता है उसको यह पता रहना चाहिए की शतरंज के खेल के हर मोहर की अपनी अलग अनोखी चाल होती है. इस गेम में गोटी किसी अन्य गोटी के ऊपर नहीं चल सकती है.
पहला खिलाडी अपनी गोटी को नहीं चलाना चाहता है तो वह सामने वाली की गोटी का मार कर खुद की गोटी उस जगह पर रख सकता है परन्तु अगर किसी कॉलम में खुद की गोटी है तो वह अपनी खुद की गोटी उस काॅलम मे नही रख सकता है.
- राजा – इस खेल में यह मुख्य होता है. यह राजा इस खेल में सबसे कमजोर होता है और उस राजा को बचाने के लिए इस गेम को खेला जाता है. इस खेल मे राजा अपनी जगह से केवल एक ही जगह पर ऊपर नीचे चल सकता है.
- रानी – इस खेल में यह वजीर के नाम से जाना जाता है, यह राजा की रानी होती है. रानी इस खेल में कहीं भी आ जा सकती है.
- हाथी – यह भी इस खेल का एक और मुख्य पात्र होता है जो अपनी जगह से कही भी आ जा सकता है. यह हाथी केवल सीधा चल सकता है, आढा या तिरछा नही.
- ऊँट – ऊँट की खास बात तो यह है की यह इस खेल में केवल तिरछा चल सकता है, खड़ा नहीं चल सकता है.
- घोडा – इस खेल में यह एक अनोखा होता है, घोडा खेल में किसी भी दिशा में ढाई कदम चल सकता है.
- प्यादा – इस खेल में प्यादा एक सैनिक का कार्य करता है. यह इस गेम में एक कदम आगे चलता है परन्तु यह तिरछी गोटी को मारता है. इस खेल में यह पीछे नहीं चल सकता है.
शतरंज के कुछ विशेष नियम
शतरंज के खेल के कुछ विशेष नियम यह भी है जो इस खेल को और भी खास बनाते है.
- कैसलिंग – यह इस खेल का एक विशेष नियम है. इस नियम के अनुसार आप इस खेल मे 2 चीजें एक साथ कर सकते है जिसमे से पहली — एक राजा को बचा सकते है और साथ ही आप दूसरा – अपने इस खेल से हाथी को कार्नर से हटा कर बीच खेल में भी ला सकते है.
- शह और मात – इस खेल में जब राजा पर सब तरफ से शह हो जाते है तो, राजा उसके बाद इस नहीं बच पाता है उसे शह और मात कहते है. इसमे राजा खत्म हो जाता है.
- ड्राॅ – यह खेल अपने अंतिम परिणाम के साथ रद्द भी हो सकता है अगर दोनों खिलाडी राजी हो जाए तो.
सम्बंधित सवालों के जवाब
1. शतरंज खेल को खेलने के लिए कितने खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है ?
2. शतरंज का खेल किस प्रकार का खेल है ?
3. क्या शतरंज खेल को खेलने से दिमाग की शक्ति का पता चलता है ?
4. क्या शतरंज दिमाग के लिए सही है ?
5. शतरंज का खेल खेलने के लिए इतना हार्ड क्यों है ?
निष्कर्ष
शतरंज कहे;लने के शौक़ीन लोगों की कमी नहीं है लेकिन मुश्किल बात ये है की इसके नियम सबको सही ढंग से मालूम नहीं होता है.
शतरज के नियम को जाने बगैर ये खेल खेलना असम्भव है.
इसीलिए आज की पोस्ट में हमने ये बताया है की शतरंज कैसे खेला जाता है और इसके नियम क्या है (chess rules in hindi)
उम्मीद करते है आपको यह लेख पसंद आया होगा.