भारत के राष्ट्रपति का पद सर्वश्रेष्ठ पद होता है जो अपने ऊंचे विचारों के साथ भारत देश के सारी गतिविधियों को संभालते है. आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि भारत के राष्ट्रपति कौन है?
हमारे देश में राष्ट्रपति को देश के मुख्या का दर्जा दिया गया है जो हमारे देश का सारा कार्यभार धैर्य और संयम के साथ साथ ईमानदारी पूर्वक संभालते हैं. अलग-अलग देशों में राष्ट्रपति की शक्तियां भी विभिन्न होती है.
भारत के राष्ट्रपति कौन है?
हमारे देश भारत के राष्ट्रपति का नाम राम नाथ कोविंद है जो इमानदारी पूर्वक अपने कार्यों को करके भारत देश के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
यह देश के प्रति हर एक कार्य को उचित निर्णय के साथ करते हैं इसके साथ साथ जो भी कानून पारित करनी होती है उन कानूनों को सोच समझकर अपने महान विचारों के साथ उन कानूनों को पारित करते हैं जिससे भारत देश के जनता को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचती है.
विभिन्न देशों में राष्ट्रपति का चुनाव अलग-अलग तरीकों से किया जाता है कुछ देशों में राष्ट्रपति के पास सत्ता की सारी शक्तियां होती है और कुछ देशों में राष्ट्रपति की अपेक्षा प्रधानमंत्री को सत्ता की सारी शक्तियां दी जाती है.
जैसा कि अगर हम अमेरिका की बात करें तो अमेरिका के राष्ट्रपति को उस देश की सारी शक्तियां प्रदान की जाती है लेकिन अगर हम हमारे देश की बात करें तो हमारे भारत देश में राष्ट्रपति की अपेक्षा प्रधानमंत्री को सारी शक्तियां दी जाती है.
राष्ट्रपति के पास भी शक्तियां होती है जिनके अनुसार में अपने कार्यों को उचित तरीके से करते हैं लेकिन भारत देश में प्रधानमंत्री का पद सबसे ऊंचा माना जाता है.
भारत देश के राष्ट्रपति का जन्म कब हुआ?
भारत देश के राष्ट्रपति “रामनाथ कोविंद ” है जिनका जन्म 1 अक्टूबर 1955 में उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर जिले के परौख गांव में हुआ था अर्थात हमारे राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश राज्य के निवासी हैं.
रामनाथ कोविंद जी वकालत में बीकॉम करने के साथ-साथ एलएलबी की भी डिग्री प्राप्त की है.
इन्होंने अपनी वकालत का कार्य दिल्ली उच्च न्यायालय से प्रारंभ की थी. अपनी वकालत का कार्य दिल्ली उच्च न्यायालय से प्रारंभ करने के दौरान केंद्र सरकार के वकालत पद पर भी उन्होंने कार्य किया है और इस पद की शक्तियों का इमानदारी पूर्वक इस्तेमाल किया है.
रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति के पद पर कब नियुक्त हुए?
राष्ट्रपति के चुनाव के पश्चात जब इसके रिजल्ट की घोषणा की गई उस समय राष्ट्रपति चुनाव के अनुसार दिए गए रिजल्ट में रामनाथ कोविंद जी ने जीत हासिल की और 25 जुलाई 2017 को रामनाथ कोविंद जी को प्रणव मुखर्जी के स्थान पर राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया गया.
25 जुलाई 2017 से उन्होंने राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त होकर देश के सारे कार्यभार संभाल रहे हैं और अपने देश के प्रति हर एक कार्य को उचित निर्णय के अनुसार करने का आदेश देते हुए जनता की मुसीबतों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.
राष्ट्रपति का कार्यालय:-
राष्ट्रपति का कार्यालय 5 सालों में पूरा होता है अर्थात एक राष्ट्रपति 5 सालों तक इस पद पर नियुक्त रहते हैं और देश के सारे कार्यभार को संभालते है जैसे ही उनका 5 साल खत्म होता है तो लोकसभा और विधानसभा के सदस्यों द्वारा फिर से राष्ट्रपति का चुनाव होता है जिसमें योग्य प्रेसिडेंट को चुना जाता है.
राष्ट्रपति का कार्य क्या होता है?
हमारे देश में जितने भी राष्ट्रपति बने हैं वे सभी अपनी शक्तियों का सही इस्तेमाल करते हुए अपने देश की जनता की सेवाओं के लिए हर एक जरूरी कार्य को किए हैं जिससे देश की जनता की परेशानियां दूर हुई है और उनको लाभ पहुंचा है.
एक राष्ट्रपति गणराज्य के कार्यपालक अध्यक्ष होते हैं राष्ट्रपति सेनाओं का सर्वोच्च सेनानायक भी होते हैं. इन्हें देश का मुखिया भी कहा जाता है.
राष्ट्रपति को कार्यपालिका की शक्ति प्राप्त होती है जिसमें वे संविधान के अनुच्छेद 53 के तहत शक्तियों का प्रयोग कर अपने कार्यों को सही पूर्वक करते हैं
राष्ट्रपति संसद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इनके द्वारा दो अधिवेशन को स्थगित किया जाता है लेकिन पहले अधिवेशन का अंतिम बैठक और दूसरे अधिवेशन का पहला बैठक के बीच में 6 महीने से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए.
इन सभी कार्यों को राष्ट्रपति बहुत ही इमानदारी पूर्वक करते हैं और जहां तक संभव हो अपने देश के हर एक कार्य को सही ढंग से चलाने की कोशिश करते हैं जिससे देश की जनता के साथ-साथ हमारा भारत देश भी आगे बढ़ सके.
भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन बने थे?
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद बने थे जिनको 26 जनवरी 1950 ईस्वी को राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया गया था जिन्होंने इस पद पर लगभग 12 वर्ष से अधिक कार्य किया.
डॉ राजेंद्र प्रसाद गांधी जी को अपना आदर्श समझते थे और जब इनको राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया गया था उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत देश के प्रधानमंत्री थे और उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन बने थे.
हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति का जन्म 3 दिसंबर 1884 में बिहार राज्य के शिब्बन नमक जिले में हुआ था. इन्होंने भी वकालत की कार्य की है अर्थात राष्ट्रपति बनने के पहले ये वकील थे.
डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने और लगभग 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त रहकर देश के हर एक क्रियाकलापों को अपने महान विचारों के साथ करके अपने देश के प्रति अपना अच्छा योगदान दिये.
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति कौन बनी थी?
हमारे देश के प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल बनी थी जिन्होंने 2006 में हमारे देश के 12वें राष्ट्रपति पद पर नियुक्त हुई थी.
प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 ईस्वी को महाराष्ट्र के जलगांव नामक स्थान पर हुआ था. जिस समय प्रतिभा पाटिल हमारे देश के राष्ट्रपति बनी थी उस समय हमारे देश के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह थे.
इन्होंने भी अपने राष्ट्रपति की शक्ति का उपयोग अपने भारतवर्ष के अच्छे कार्यों में किए और अपने देश को आगे विकसित करने की प्रयास की.
प्रतिभा पाटिल जो भारत देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनी उनका विचार अपने देश के प्रति हमेशा सकारात्मक रहा और वह अपने कार्यों को भी एक उच्च विचार के अनुसार किए. भारत के एक राष्ट्रपति का जो कर्तव्य बनता है वह इन्होंने बहुत ही बखूबी निभाया और हमेशा अपने देश को आगे बढ़ाने की कोशिश की.
भारत के पूर्व राष्ट्रपति कौन थे?
रामनाथ कोविंद के पहले प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त थे जो 2012 में इस पद पर नियुक्त हुए , प्रणव मुखर्जी भारत के 13 राष्ट्रपति बने थे और 2016 तक राष्ट्रपति के कार्य को अपना कर्तव्य समझकर अपने भारतवर्ष के प्रति अच्छे कार्यों को कर महत्वपूर्ण योगदान दिए.इनका जन्म पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के मीरात गांव में हुआ.
प्रणव मुखर्जी भी अपने राष्ट्रपति पद का इस्तेमाल अच्छे कार्यों के लिए किए और इन्होंने जितने भी अधिवेशन किए उसमें देश को आगे बढ़ाने की हर एक नीति को अपनाने की कोशिश की जिससे देश आगे बढ़ सके.
प्रणव मुखर्जी को वर्तमान में बने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया. प्रणव मुखर्जी अपने देश के प्रति ऐसे बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किए हैं जिससे देश के क्रियाकलापों में बहुत ही सुधार आया है.
भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति कौन थे?
हमारे भारत देश के प्रथम उप राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन बने थे उन्होंने 1952 से 1962 तक राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त रहे और राष्ट्रपति के सारे कार्य को इमानदारी पूर्वक किये.
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1972 ईस्वी में भारत के दूसरे राष्ट्रपति पद पर नियुक्त हुए थे. इनका जन्म 5 सितंबर 1888 में तमिलनाडु राज्य में हुआ था. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजनीतिक में कदम रखने के पहले एक शिक्षक थे इसलिए इनका जन्मदिन 5 सितंबर को मनाया जाता है.
सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक सकारात्मक विचार के व्यक्ति थे जिन्होंने अनेक महान विचारों को हम लोगों को भाषण के दौरान प्रदान किया और इन सभी विचारों को आज भी लोग बहुत ही गर्व से पढ़ते हैं और इनके उच्च विचारों को समझ कर अपने जीवन में बदलाव लाते हैं.
भारत के राष्ट्रपति की सैलरी कितनी है?
भारत के राष्ट्रपति की सैलरी पहले की अपेक्षा अब बढ़ा दी गई है पहले राष्ट्रपति की सैलरी एक से डेढ़ लाख रुपए थी लेकिन अब भारत के राष्ट्रपति की सैलरी ₹500000 बढ़ा दी गई है.
इसके साथ-साथ राष्ट्रपति को अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है जैसे वाहन ,चिकित्सा, निवास, बॉडीगार्ड इत्यादि.
निष्कर्ष
हालांकि भारत देश में राष्ट्रपति का पद एक सर्वश्रेष्ठ पद है लेकिन इनके नाम की चर्चा अखबार में न्यूज़ चैनल में बहुत ही कम होते हैं वहीं प्रधानमंत्री की चर्चा हर एक न्यूज़ चैनल में होती रहती है जिसमें उनके नाम भी लिए जाते हैं.
इसलिए लोगों को प्रधानमंत्री की जानकारी होती है, और कई लोगों को राष्ट्रपति के नाम नहीं पता होते लेकिन इस तरह की जनरल नॉलेज हम लोगों को जाननी बहुत जरूरी है इसलिए हमने आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से बताया कि भारत के राष्ट्रपति कौन है?
उम्मीद है हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से आपको राष्ट्रपति से संबंधित सारी जानकारी मिली होगी और इसके साथ-साथ भारत के राष्ट्रपति का नाम भी पता चला होगा.