विज्ञापन क्या है और विज्ञापन का महत्व

अपने आसपास किसी न किसी रूप में हर दिन कई तरह के विज्ञापन जरूर देखते हैं. लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है विज्ञापन क्या है (What is Advertisement in Hindi) और इसकी आवश्यकता क्या है?

विज्ञापन किसी भी वस्तु को बेचने के लिए एक ऐसा कम्युनिकेटिंग माध्यम है जिसके द्वारा लोगों को पोस्टर, वीडियो, अनाउंसमेंट के द्वारा उन लोगों को आकर्षित किया जाता है. आज विज्ञापन का सबसे बड़ा प्लेटफार्म डिजिटल माध्यम है जिसमें सोशल मीडिया। काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की विज्ञापन का उद्देश्य क्या होता है और एक अच्छा विज्ञापन कैसे लिखें?, क्यों लोग आजकल अपने बजट का बहुत बड़ा हिस्सा इसके लिए खर्च करते हैं. इसके अलावा ये भी जानेंगे की विज्ञापन कैसे लिखें और इसके लाभ क्या हैं.

आपने क्या क्या प्रचार देखा है जो आपको अभी भी याद है. कुछ प्रचार बहुत attract करने वाले होते हैं जैसे “Washing Powder Nirma”, रमेश और सुरेश 5 स्टार चॉकलेट, Asian paints, Nerolac paints इत्यादि ये विज्ञापन शायद आपको भी याद होगा. तो चलिए जानते हैं विस्तार से इस के बारे में विज्ञापन क्या है और विज्ञापन अपील किसे कहते हैं?

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विज्ञापन क्या है – What is Advertisement in Hindi?

vigyapan kya hai

विज्ञापन एक ऐसा माध्यम है जिसका उपयोग करके उत्पाद या फिर सेवाओं के के गुणवत्ता के बारे में लोगों को जानकारी दी जाती है जिससे उपभोक्ता प्रभावित हो सके और उस सेवा या उत्पाद को खरीदें। इस पूरे जनसंचार को ही विज्ञापन कहा जाता है.

जब किसी उत्पाद या सेवा को पब्लिक के सामने अनोखे ढंग से प्रस्तुत किया जाता है जो कस्टमर्स को आकर्षित करने में सफल हो और उस प्रोडक्ट और सर्विस की सेल बढ़ जाये इसे विज्ञापन (Advertisement) बोलते है.

जब Advertisement ऐसे प्लेटफार्म से किया जाता है जहाँ से इसे बहुत सारे लोगो तक पहुँचाया जा सकता हो तो इसे Mass Advertisement बोलते है.

प्रचार को एक तरह से Selling art (विक्रय कला) भी बोला जाता है जो लोगों तक पहुँचने का बहुत बड़ा माध्यम है.

इस के द्वारा कस्टमर्स को फोटो, मैसेज, वीडियो और ऑडियो सुचना का इस्तेमाल कर के प्रोडक्ट की जानकारी और उसकी क्वालिटी को अच्छे से बतायी जाती है.

ये इंडस्ट्रीज के विकास का दुसरा रूप है. इंडस्ट्री में जब प्रोडक्शन बढ़ जाता है तो ये जरुरी हो जाता है की बने हुए प्रोडक्ट को सिर्फ पहुँचाया न जाये बल्कि उस प्रोडक्ट की जानकारी दे दी जाए.

जिसे उस प्रोडक्ट की जरुरत होगी वो खुद ही प्रोडक्ट की तलाश कर लेगा जिसे जरुरत नहीं होगी वो इसके बारे में सुनकर टाइम ख़राब नहीं करेंगा. यहाँ कहने का मतलब ये है की किसी भी प्रोडक्ट की पॉपुलैरिटी बढ़ने के लिए प्रचार मुख्य भूमिका निभाता है.
वो कैसे?

चालिये इसे मैं आप से ही एक सवाल पूछ्ने के बाद बताता हूँ.

Question

जब बरसात का मौसम आता है और मच्छर काटने लगते हैं तो आप क्या करते हैं?

आप शॉप तो जरुर जाते होंगे और बोलते होंगे की ALL OUT  या MORTEIN दे दीजिये!

अब आप मुझे बताये की ALL OUT और MORTEIN के बारे में आपको कहाँ से पता चला?

तो आपका जवाब होगा टीवी पर प्रचार देख कर.

जी हाँ आप सही समझे टीवी में प्रचार देख देख कर हमें बहुत सारे प्रोडक्ट की जानकारी मिलति है और उसे हम बड़े ब्रांड के रूप में जानते हैं और मानते भी है.

जब कोई त्यौहार नज़दीक होता है जैसे ईद, होली या दिवाली आने वाली होती है और आप उसकी तैयारी करनी शुरू कर देते हैं. आप को त्यौहार से जुड़े प्रचार भी देखने को मिलने लगते हैं.

Cadbury Celebration का विज्ञापन तो आपको याद ही होगा जो दीवाली स्पेशल गिफ्ट तैयार कर के पैक के रूप में टीवी में दिखाते है.

प्रचार देख कर ही Cadbury को गिफ्ट के रूप में लोग एक दूसरे को देते हैं. ये सब प्रचार का ही कमाल है की लोगो तक अपनी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ा दी जाती है की लोगो के मन में वो ब्रांड के रूप में अपनी छाप बना लेता है. इस तरह बिक्री बहुत बढ़ जाती है.

लाइव क्रिकेट मैच फुटबॉल मैच के दौरान हमें टीवी पर कई प्रकार के विज्ञापन दिखाए जाते हैं और यह प्रचार तंत्र का बहुत बड़ा हिस्सा है.

उस वक्त लोग टीवी से इस कदर जुड़े हुए होते हैं कि ओवर के बीच में भी विज्ञापन को देखते हैं.

एक बॉल मिस ना हो जाए इस वजह से दूसरे चैनल पर नहीं जाते हैं और यहां पर जो भी विज्ञापन चलते हैं लोगों के दिमाग में छप जाते हैं.

आप ने मोबाइल में अक्सर ब्राउज़िंग करते वक़्त, यूट्यूब में वीडियो देखते वक़्त और सबसे ज्यादा टीवी देखते टाइम विज्ञापन देखा होगा.

टीवी पर फिल्म देखने के बिच में कई बार आप कई उत्पादों का प्रचार देख कर बोर भी हो चुके होंगे.

ये सारे प्रचार के ही तरीके हैं जिन्हें आप अक्सर देखते हैं लेकिन शायद कभी कभी उसके ऊपर ध्यान देते है. क्यों की हम अपने काम की चीज़ पर ही ध्यान दे पाते है.

आज कल हर किसी के पास एंड्राइड की मोबाइल या स्मार्टफोन है और उसमे इंटरनेट कनेक्शन भी रहता है. जिससे लोग अपना अधिकतर समय ऑनलाइन रहते है. इस में यूट्यूब को वीडियोस देखने के लिए इस का उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है.

इसी बीच बहुत सारे वीडियो उत्पाद भी दिखाये जाते है. हम इसी के माध्यम से बहुत सारे लाइफ में प्रयोग होने वाले उत्पादों और सेवाओं के बारे जान पाते हैं और उनकी ब्रांड वैल्यू हमारे दिमाग में बैठ जाती है. और इस तरह हम उस प्रोडक्ट को जाकर खरीदते है.

विज्ञापन अपील क्या है?

विज्ञापन अपील संचार की एक रणनीति है जो विज्ञापन पेशेवर दूसरों का ध्यान आकर्षित करने और लोगों को खरीदने के लिएराजी करने के लिए उपयोग करते हैं.

दूसरे शब्दों में कहें तो आपकी जो विज्ञापन अपील है वह लोगों से अपील करती है क्योंकि आप विश्वसनीय हैं और बोलो आपने लोगों के भावना को आकर्षित किया है इसके लिए आपने लॉजिकल काम किया है.

विज्ञापन का उद्देश्य क्या है?

जब कोई नयी प्रोडक्ट लांच की जाती है तो उसके बारे में पब्लिक को कुछ भी मालूम नहीं होता, तो ऐसे में प्रचार के माध्यम से इसकी जानकारी हर एक आदमी तक बहुत ही आसानी से पहुंचाई जाती है.

किसी भी उत्पाद या सेवा की गुणवत्ता के बारे में बता कर लोगो को अपनी ओर आकर्षित किया जाता है.

प्रचार में दिखाये जाने वाले प्रोडक्ट की ब्रांड वैल्यू बनती है जिससे लोग उस पर भरोसा करने लगते हैं.

कस्टमर्स के दिमाग में उस प्रोडक्ट की छाप बन जाती है. जैसे लोग टूथपेस्ट बोलने की जगह पेप्सोडेंट या कोलगेट बोलते हैं.

प्रोडक्ट के ऊपर छूट देकर कस्टमर की संख्या बढ़ाई जाती और बिक्री भी बढ़ जाती है.

प्रचार के माध्यम से लोग अपने से मिलते जुलते प्रोडक्ट की तुलना कर के भी बताते हैं की कौन बेस्ट है.

प्रोडक्ट पर लोग विश्वास करते हैं और उसे पुरे परिवार के लोग पसंद करते हैं और कहीं भी जाये उसी का इस्तेमाल करते है. एक तरह से उस खास प्रोडक्ट के लिए आदत बना लेते हैं.

मार्किट में प्रोडक्ट की वजह से ही संतुलन बना रहता है.

विज्ञापन के प्रकार  – Types of advertisement in Hindi

हम हर दिन इंटरनेट का इस्तेमाल करते है. हर इंसान अब स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता है. चाहे आप गूगल खोले या यूट्यूब आपको हर जगह प्रचार देखने को मिलते होंगे.

साथ ही टीवी में भी आप चाहे न्यूज़, क्रिकेट, सीरियल या मूवीज देख रहे हो प्रचार वहाँ भी देखने को मिलता होगा. आप ऐड को अनेक रूप में देखते हैं. ये सारे अलग अलग तरह के विज्ञापन है. चलिए अब जान लेते हैं की आखिर प्रचार कितने तरह के होते है.

1. Persuasive Advertisement:

जब किसी नए प्रोडक्ट को लांच किया जाता है तो पैरेंट ब्रांड का ये लक्ष्य होता है की उपभोक्ता को प्रोडक्ट के trial के लिए आकर्षित कर सके. हर एक कपनी इसके लिए अलग अलग तरीके अपनाती है.

Persuasive Advertisement प्रोडक्ट को प्रमोट करने का ऐसा तरीका है जिसका लक्ष्य ग्राहक को राजी करना है ऐसे स्थिति में जब उस प्रोडक्ट की कम्पटीशन में पहले से ही बहुत सारे प्रोडक्ट मार्किट में उपलब्ध हो.

Trial के प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए लोगो को मोटीवेट करना और उस नए प्रोडक्ट के ब्रांड वैल्यू बढ़ने और उसे बनाए रखने के लिए भी प्रोत्साहित करते है. इसे कस्टमर विश्वसनीयता भी बढ़ने का चांस होता है.

2. Informative Advertisement:

इस तरह के प्रचार सुचना या इनफार्मेशन के ब्रॉडकास्ट करने या फिर बिज़नेस को ध्यान में रख कर काम करते है. इसके साथ ही इन प्रचार  का उद्देश्य लोगो को शिक्षित करना, हाई लिविंग कल्चर को डेवेलोप करना, ट्रेडिशनल सोच और स्पिरिचुअल प्रोग्रेस के लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित करना है.

सोशल डेवलपमेंट, अंतरराष्ट्रीय सौहार्द, वन्य जीवन संरक्षण, यात्री सुरक्षा के बारे में इनफार्मेशन देना भी इसका उद्देश्य होता है.

3. Institutional Advertisement:

Institutional Advertisement commercial institution के द्वारा पब्लिश किये जाते हैं और लोगो तक भी पहुंचाए जाते है. इस तरह के विज्ञापन ग्राहक में विश्वास और कॉन्फिडेंस पैदा करने के लिए प्रयोग किये जाते है.

राष्ट्र हित को लेकर बड़ी बड़ी इंडस्ट्री ग्रुप्स इंस्टीटूशन के रूप में nationally popular opinion बनाती है. इस में Advertising  का मकसद सोशल वेलफेयर यानि जन कल्याण होता है.

4. Industrial Advertisement:

इस तरह के Advertisement का लक्ष्य होता है कच्चा माल और equipment की बिक्री बढ़ाना.

इस तरह के प्रचार  का इस्तेमाल आम लोगो को आकर्षित करना नहीं होता बल्कि ये उन इंडस्ट्रीज या टार्गेटेड लोगो को aim करते हैं जो इस इंडस्ट्री से जुड़े प्रोडक्ट को इस्तेमाल करते हो.

चाहे वो प्रोडक्शन के मकसद से करे या फिर प्रोडक्ट के उपयोग के लिए करे.

5. Financial Advertisement:

फाइनेंसियल प्रचार जो होते हैं वो बैंक, लोन, इन्शुरन्स और mortgage से रिलेटेड होते है. इस के जरिये कंपनियां अपनी केटेगरी में आने वाली दूसरी कम्पनीज को अपने शेयर्स खरीदने के लिए मोटीवेट करती है.

इस के लिए कंपनी अपने इनकम और एक्सपेंस (खर्च) दोनों दिखाती है.

6. Classified Ads:

इस तरह के Ads बहुत संछिप्त और कम खर्च में लोगो तक पहुंचाए जाते है. ऐसे Ads शोक व्यक्त करने वाले (कोंडोलेंसेस), Astrological, मैरिज से जुड़ी, बधाई सन्देश, purchase, sale, requirement, job vacancy , दूल्हा और दुल्हन की तलाश के लेकर अख़बार में पब्लिश किये जाते है.

विज्ञापन के उदाहरण – Methods of Advertisement in Hindi

अगर आप एक बिज़नेस मैन है, किसी प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरर कंपनी के मालिक हैं, किसी सर्विस को प्रोवाइड करते हैं तो आपके लिए ऐसे कौन से मध्यम हैं जिनका उपयोग कर के आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस का प्रचार कर सकते है. तो जान लीजिये की इसके बहुत सारे माध्यम है और उसी की चर्चा अब हम यहाँ करने जा रहे है.

1. Television

एक ताज़ा रिसर्च से पता चला है की सभी प्रचार के बिच अभी भी टेलीविज़न बेस्ट और पॉपुलर प्रचार माध्यम है। टेलीविज़न में Ads चलाना काफी महंगा होता है.

जब कोई स्पेशल इवेंट होता है उस वक़्त तो हर सेकंड के हिसाब से पैसे लिए जाते है। जैसे क्रिकेट मैच के बीच में दिखाये जाने वाले Ads, High TRP वाले शोज के स्पोंसर के Ads, Soccar यानि वर्ल्ड कप फुटबॉल खेल के बिच दिखाये जाने प्रचार काफी हाई चार्ज किये जाते है।

टेलीविज़न में दिखाये जाने वाले Ads का पॉपुलर events

  • Football matches
  • Cricket matches
  • IPL T20 matches
  • High TRP shows jaise KBC, Big Boss
  • Latest released movies

2. Radio Advertisements

रेडियो विज्ञापनो को हवा में रेडियो waves के रूप में ट्रांसमीटर से ऐन्टेना तक प्रसारित किया जाता है और इस तरह रेडियो waves को रिसीव कर के जिस डिवाइस से साउंड के रूप में प्रचार सुनते हैं उसे रेडियो Advertisement बोला जाता है.

इस के माध्यम से प्रचार को प्रसारण करने के लिए किसी स्टेशन या फिर नेटवर्क से एयरटाइम या नेटवर्क ख़रीदा जाता है। रेडियो के जरिये Ads को बस साउंड के रूप में ही ब्रॉडकास्ट किया जा सकता है.

रेडियो Ads को जो सपोर्ट करते हैं वो इसे एक प्रॉफिट के रूप में देखते है. ये एक expanding माध्यम है जो की एयर और ऑनलाइन दोनों जगह मौजुद है। Arbitron के अनुसार बात की जाये तो रेडियो में लगभग 241.6 million लिस्टनेर या फिर 93% अमेरिकन है.

3. Online Advertisements

ऑनलाइन Ads कस्टमर्स को attract करने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं और वर्ल्ड वाइड वेब का प्रयोग करते है। इंटरनेट में बहुत सारे पॉपुलर search engines हैं जो Ads दिखाने का काम करती है.

सर्च इंजिन्स के अलावा भी websites और mobile app advertisements companies हैं जो वेबसाइट और applications दोनों जगह प्रचार दिखाने का काम करती है. यूट्यूब भी प्रचार दिखाने के मामले में अब बहुत पॉपुलर प्लेटफार्म है.

Best online advertisements search engines

  • Google
  • Media.net ( Yahoo & Bing Ad network)

इस के अलावा ऑनलाइन और भी वेबसाइट हैं जहाँ हम अपने खुद के चीजों  का प्रचार कर सकते है। यहाँ तक की अब आप अपने सेकंड हैंड यानि used गुड्स को भी सेल करने के लिए प्रचार कर सकते है।

  • OLX
  • Quikr
  • Justdial

4. Print Advertisement

इस तरह के प्रचार अख़बार,magazine, business magazine में पब्लिश किये जाते है.

ऐसे मगज़ीने के तरीके को प्रिंट Advertisement बोला जाता है. Impression Ad का जो पहला रूप होता है उसे क्लासिफाइड Advertising बोलते है.

5. Billboard Advertisement

Public place और रोड के किनारे जो बड़े बड़े बैनर और पोस्टर के रूप में Ads लगाये जाते हैं उन्हें billboard Advertisement बोलते है.

शहरों में बिल्डिंग और रोड के किनारे इस तरह के Ads को सबसे ज्यादा लगाया जाता है.

6. Shop Advertisement

वैसे प्रचार जो दुकानो के अन्दर में लगाये जाते हैं उसे शॉप Advertisement बोलते है. इसे दूसरे शब्दों में इन-स्टोर प्रचार भी बोलते है.

7. Air Advertisements

Aero plane में लगे Ads और एयर बैलून के जरिये किये जाने वाले Advertisement को एयर Advertisement बोलते है.

विज्ञापन के लाभ

अच्छा प्रचार करने से अधिक से अधिक लोगो का ध्यान आकर्षित करने का काम करता है. वो कौन सी विशेषताएं हैं जो एक प्रचार की क्वालिटी को बेहतर बनाती है.

चलिए जानते हैं की एक अच्छे प्रचार में कौन सी क्वालिटी होनी चहिये.

Innovative and original Decoration:

विज्ञापन को जब पब्लिश किया जाये तो उससे पहले ये जरुरी होता है की प्रस्तुति बहुत ही आकर्षक हो. उस में डेकोरेशन ऐसी हो की लोगों की नज़र खुद उसकी तरफ खिंची चली जाए.

Concentrate on main feature of Product:

जो प्रोडक्ट है उसकी सबसे बेस्ट क्वालिटी को ad में जरुर रखे ताकि उससे स्ट्रेंथ बढ़ जाए। इसे लोगों को समझ में आ जाये की ये प्रोडक्ट उन्हें क्यों खरीदनी चहिये।

Capable to attract everyone:

विज्ञापन चाहे किसी भी प्रोडक्ट का हो उसकी सबसे जरुरी विशेषता ये होती है की वो लोगो का ध्यान अपनी और खिंच सके.

प्रचार की scene, भाषा और प्रेजेंटेशन ऐसी हो जो लोगो के मन को भाए.

Easily Understandable:

प्रचार बनाने वाली कंपनी को इस बात का भी ख्याल रखना होता है की वो ऐसा विज्ञापन तैयार करे जिसे हर तरह के लोग पढ़ सके और समझ सके.

चाहे लोग शहर के हो या गांव के शिक्षित हो या फिर कम पढ़े लिखे सभी को प्रचार का मतलब आसानी से समझ में आ जाए. जिस ad को लोगो को समझने में दिमाग लगाना पड़ता है, उससे लोग जुड़ नहीं पाते और फिर बाद में उस पर से रूचि भी खतम हो जाता है.

Attractive Title:

कहते हैं न First Impression is the last impression, उसी तरह किसी भी Advertisement के title पर भी लोगो की पहली नज़र जाती है और उसे लोग पढ़ते है.

Title ऐसी होनी चाहिए की लोगो के मन में interest जग जाये की इसके अन्दर और क्या लिखा है.

विज्ञापन की आवश्यकता

vigyapan ki avashyakta
विज्ञापन की आवश्यकता
  • वस्तु के प्रति लोगों के दिल में उसकी ब्रांड वैल्यू बनाना
  • नए लांच होने वाली वस्तुओं और सेवाओं की सूचना लोगों तक पहुंचाना
  • उपयोगकर्ताओं और ग्राहकों को वस्तु के प्रति विश्वास उत्पन्न करना और इंटरेस्ट पैदा करना
  • ग्राहकों के दिमाग को प्रभावित करना ताकि वह उस उत्पाद को अपने दिमाग में बैठा सकें
  • मांग में बढ़ोतरी करने के लिए डिस्काउंट के बारे में बताना
  • लोगों को प्रेरित करना ताकि वह वस्तु या सेवा को खरीदें
  • दूसरी कम दूसरी कंपनी के वस्तुओं के साथ तुलना करके जानकारी देना ताकि ग्राहकों को समझ में आया कि कौन सा उत्पाद बेहतर है.

विज्ञापन का महत्व

आज ऐसा वक़्त आ चूका है जब लोगों के बीच दूरियाँ ख़तम हो चुकि है. इसका सबसे बड़ा कारण ही हर दिन तेज़ी से डेवेलोप होती टेक्नोलॉजी.

अब दूरियों का कोई मतलब नहीं रहा हर कोई किसी से भी और कभी भी जुड़ा हुआ रह सकता है.

हर दिन मार्किट बढ़ता जा रहा है और कोई मार्किट में अपना पकड़ बनाना चाहता है और साथ ही इसे पक्का करना चाहता है.

जो छोटे बिज़नेस होते हैं वो भी अपने आप को बड़ा करना चाहते है और इसके लिए हर तरह के प्रयास करते है.

इसी कड़ी में वो Advertisement का सहारा लेते है और अपने प्रोडक्ट को दुनिया के हर इंसान तक पहुँचाना चाहते हैं.

पुराने वक़्त में श्रोत कम थे और लोगो तक पहुँच पाना मुश्किल था लेकिन अभी घर बैठे आप लाखों लोगों तक अपनी सेवा या प्रोडक्ट को बहुत ही आसानी से पहुंचा सकते है.

इस के लिए जरुरत के अनुसार प्रचार के अलग अलग तरीको का प्रयोग करते है. प्रचार किसी प्रोडक्ट के लिए बहुत जरुरी होता है.

क्यों की ये एक आइना होता है जो बिना लोगो तक पहुंचे हुये अपने बारे में सारी क्वालिटी को बता देता है. चलिए जन लेते हैं की आखिर इसका महत्व क्या  हैं.

वस्तु/उत्पाद की जानकारी 

प्रचार के माध्यम से लोगों को प्रोडक्ट से जुडी हर जानकारी मिल जाती है की ये वस्तु किस काम की है? और इसकी क्या विशेषता है इसके साथ ही ये भी मालूम चल पता है की ये औरो से कैसे अलग है.

विक्रेता का लाभ 

प्रचार के जरिये सिर्फ ग्राहक या consumer को ही नहीं बल्कि इसे बेचने वाले दुकानदार को भी लाभ मिलता है.

बाजार का निर्माण

नए प्रोडक्ट्स के बारे में जानने के लिए लोगो को मिलता है. इसे उस प्रोडक्ट के लिए बाजार बनाने में उपयोगी होता है.

आर्थिक विकास 

प्रचार राष्ट्र सेवा में भी योगदान देता है. प्रचार के माध्यम से लोगो को जागरूक किया जाता हैऔर इस तरह बाजार भी बढ़ता है और लोगो की लेवल ऑफ लिविंग भी ऊँची होती जाती है.

इस तरह देश की इकॉनमी मज़बूत होती है और देश के विकाश में मदद मिलती है.

विज्ञापन कैसे लिखें – How to write advertisement in Hindi?

जब भी आप विज्ञापन लेखन शुरू करें तो कुछ बातें ऐसी हैं जिनका ध्यान आपको देना जरुरी है.

उन बातों को हम यहाँ बताने जा रहे हैं तो आप इन बातों को जरूर फॉलो करें.

  • जिस वस्तु का प्रचार लिख रहे हैं उसका नाम जरूर लिखें इससे ब्रांडिंग होती है.
  • उत्पाद की गुणवत्ता की साडी जानकारी लिखें.
  • काल्पनिक चीज़ें न लिखें जिनका उत्पाद से दूर दूर का कोई नाता ना हो. जो वास्तविकता हो उसी के ऊपर लिखें.
  • कुछ ऐसे लिखें जो बिलकुल नया और आकर्षक हो क्यूंकि लोगो को आकर्षित करना सबसे महत्वपूर्ण काम होता है.
  • आप अपने लाइन्स को कविता की जैसी लिखें जो सुनने में अच्छा लगे.
  • वस्तु का पूरा ज्ञान और जानकारी लें लें तभी आप उसके बारे में सब कुछ लिख सकेंगे.

विज्ञापन के उदाहरण

जब हम किसी भी प्रकार के विज्ञापन को अपने मोबाइल पर, टीवी पर देखते हैं तो हमें बहुत जल्द प्रभावित कर लेते हैं.

इसकी सबसे बड़ी वजह यह होती है कि उनका जो तरीका होता है विज्ञापन लेखन का या फिर उसे तैयार करने का वह प्रभावशाली होता है और वह कुछ ऐसे कोटेशन का इस्तेमाल करते हैं हमारे दिमाग में छप जाते हैं.

चलिए विज्ञापन के उदाहरण के बारे में समझते हैं.

यहां हम टूथपेस्ट पहले लेते हैं. कॉलगेट का विज्ञापन जरूर देखते होंगे उसमें वह खास तौर पर एक सेंटेंस बार-बार दोहराते है क्या आपके टूथपेस्ट में नमक है?

चलिए दूसरा उदाहरण देखते हैं जिसमें हम बात करेंगे सर्फ एक्सेल के बारे में. इसमें बार-बार इस बात पर जोर दिया जाता है कि अगर आपके घर में सर्फ एक्सेल है तो फिर दाग अच्छे हैं.

यानी कि आप अपने कपड़े को गंदा कर सकते है और इस तरह वक्त पूरी तरह से आकर्षित हो जाते हैं.

विज्ञापन की भूमिका

अगर किसी उत्पाद या सेवा को लोगों तक पहुंचाना है तो इसका सबसे बढ़िया माध्यम कहा जाए तो वह विज्ञापन ही है. इसलिए इसके भूमिका को कोई भी नकार नहीं सकता.

किसी उत्पाद या सेवा की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसकी गुणवत्ता के बारे में लोगों तक किस माध्यम से पहुंचाया जा रहा है.

अच्छा उत्पाद होने के बावजूद अगर उसकी मार्केटिंग सही तरीके से नहीं की गई तो संभव है कि वह उत्पाद या सेवा लोगों तक पहुंच ना सके और उसे सफलता ना मिल सके.

कई बार तो ऐसा भी होता है कि अच्छी गुणवत्ता ना होने के बावजूद भी बहुत सारी सेवाएं और उत्पाद लोगों तक आसानी से पहुंच जाती है भले ही बाद में उसे नकार दिया जाता है.

कोई भी नया लांच होने वाला उत्पाद लोगों तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लेगा अगर उसकी विज्ञापन में दम होगा.

विज्ञापन से क्या लाभ है?

विज्ञापन उत्पाद से जुडी हर प्रकार की जानकारी उपभोक्ता को आसानी से पहुंचा देती है और उपभोक्ता का उत्पाद के विषय में ज्ञान में बढ़ोतरी करती है. कम से कम समय में ोोभोक्ता अच्छी क्वालिटी के उत्पाद का चुनाव कर सकता है.

विज्ञापन के तीन माध्यम कौन से हैं?

आज के समय में विज्ञापन के माध्यमों का काफी तेज़ी से बदलाव हुआ है. पहले मुख्य तीन माध्यम संचार पात्र – पत्रिकाएं, रेडियो और टेलीविज़न हुआ करते थे.

उत्पादक विज्ञापनों पर धन व्यय क्यों करता है?

उत्पादक और उपभोक्ता के बीच के अंतर् को समाप्त करने का माध्यम ही विज्ञापन कहलाता है जो की उत्पाद के विषय में उपभोक्ता तक संपर्क स्थापित करता है एवं इसके माध्यम से किसी भी उत्पाद की लोकप्रियता बधाई जाती है, जिससे इसकी बिक्री में काफी बढ़ोतरी होती है.

विज्ञापन से विक्रय पर क्या प्रभाव पड़ता है?

विज्ञापन लोगों को ये विश्वास दिलाता है की जिस उत्पाद की जानकारी वे देख रहे हैं वो उच्च गुणवत्ता की है एवं मूल्य, गुण एवं प्रयोग के बारे में भी समझ जाते हैं. सबसे बेतरीन उत्पादों में से एक है जिससे यह उपभोक्ताओं के बीच प्रोत्साहन बढ़ने में सफल होती है और इस प्रकार इसके विक्रय में तेज़ी आती है.

विज्ञापन के कितने अंग होते हैं?

इसके निम्नलिखित अंग हैं:
1. श्रव्य माध्यम (सुनने योग्य), 2. दृश्य माध्यम (देखने योग्य), और 3. दृश्य-श्रव्यात्मक माध्यम (सुनने एवं देखने योग्य)

विज्ञापन प्रबंधक कौन होता है?

विज्ञापन प्रबंधक मतलब है विज्ञापन को मैनेज करना वाला व्यक्ति जिसका काम कंपनी के कस्टमर को प्रोडक्ट्स और सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर ज्ञान बढ़ाना.

संक्षेप में

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने यहाँ जाना की प्रचार करने के कितने माध्यम होते है और विज्ञापन अपील किसे कहते हैं? इसके अलावा इस पोस्ट में हमने ये भी जाना की इसके कितने प्रकार होते है.

किस तरह अब अपने प्रोडक्ट को लोगों तक पहुँचाना बहुत आसान हो चूका है. अपने सेवाओं को लोगों तक पहुंचाकर एक तरह से ये काम राष्ट्रहित के तहत ही आता है, देश की ग्रोथ होती है.

उम्मीद है अब आप समझ गए होंगे कि विज्ञापन क्या है (Advertisement in Hindi) और इसकी आवश्यकता क्यों है.

पढ़ने वाले छात्रों को भी विज्ञापन लेखन की कला सिखाई जाती है. हमने इसीलिए इस पोस्ट में ये भी बताया की विज्ञापन कैसे लिखें?

इस पोस्ट के जरिये आपने ये भी जाना की विज्ञापन का महत्व क्या है. दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट पसंद आई हो तो इसे सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा शेयर करे.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

20 thoughts on “विज्ञापन क्या है और विज्ञापन का महत्व”

  1. sir me aapko pichale 6 mahine se follow kar rha hun.

    mene aapse bahut knowledge hasil kiya hai.

    useful jankari dene thanks sir.

    Reply
  2. बहुत अच्छी और सटीक जानकारी दी है आपने।

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  3. Very nice post and information I am student of bcom and after reading this post clear my lot of doubt . Thanks

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  4. bahut hi badiya post hai sir ji aapne advertisment ke bare bahut hi acche se batya hai sath hi advertisment se relaed kai sare points ko aapne bahut hi achhe se cover kiya hai .very helpful information.

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