हम में से हर कोई ऊर्जा के महत्व को समझता है और इसीलिए हमने सोचा की आपको बताया जाये की आखिर ISA का फुल फॉर्म क्या है (ISA Full Form ).
ऊर्जा के कई रूप हैं और हम अपने रोज के कामों में ऊर्जा का उपयोग करते रहते हैं और इसलिए यह जानना जरूरी है कि इनमें से एक ऊर्जा जो सौर ऊर्जा के रूप में जाने जाती है उसका हम कैसे उपयोग कर सकते हैं
आप भी इस ऊर्जा का सही ढंग से इस्तेमाल करें इसीलिए आपको भी यह जानना जरूरी है कि आई एस ए का फुल फॉर्म क्या है (What is the full form of ISA in Hindi) और इसका हिंदी में पूरा नाम क्या होता है?
ISA का पुरा नाम क्या है – What is the full form of ISA in Hindi ?
ISA का फुल फॉर्म International Solar Alliance है.
इंटरनेशनल सोलर एलाइंस होता है जिसका हिंदी मतलब है अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन।
भारत ने 23 नवंबर 2015 ईस्वी को पेरिस में फ्रांस के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की शुरुआत की.
इसका मुख्यालय भारत के गुरुग्राम में स्थित है.
इसमें सबसे अहम भूमिका की बात करें तो इस गठबंधन की शुरुआत करने में भारत की काफी ज्यादा रही है. भारत के प्रधानमंत्री ने इस गठबंधन की शुरुआत की और घोषणा की जब वह लंदन के फैमिली स्टेडियम में अपना भाषण दे रहे थे.
इस गठबंधन को बनाने का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ ऊर्जा जलवायु बचाव और अस्थाई पर्यावरण को बनाए रखने में सभी देशों को अग्रसर रहना।
इस गठबंधन के दौरान जिन देशों ने इसमें भाग लिया था वह मुख्य तक कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच बसे हुए थे और उन्हें इसीलिए इसका आमंत्रण दिया गया जिन देशों में सूरज की रोशनी काफी ज्यादा पड़ती है और उस एनर्जी को आसानी से ग्रहण स्टोर किया जा सकता है.
जो देव कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच में बसे हुए हैं उनमें सूर्य की रोशनी से बनने वाली ऊर्जा भी काफी ज्यादा हो सकती है.
इस गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए करीब 121 देशों ने अपना समर्थन दिखाया और. जो कर्क और मकर रेखा के बीच में नहीं है वह भी इस गठबंधन का हिस्सा कभी भी बन सकते हैं संयुक्त राष्ट्र संघ के जितने भी सदस्य हैं उन सभी ने पहले ही इस में शामिल होकर इस ऊर्जा के प्रति अपना समर्थन दिखा चुका है.
इस गठबंधन को इंटरनेशनल एजेंसी फॉर पॉलिसी एंड एप्लीकेशन के द्वारा संबोधित किया जाता है.
निष्कर्ष
ऊर्जा से गिरे हुए हैं और इसकी बिना एक पल भी नहीं रह सकते। हमारे जो ऊर्जा हम पेट्रोल कोयला इत्यादि के रूप में उपयोग करते हैं वह सीमित मात्रा में उपलब्ध होते हैं और यह बहुत जल्द खत्म हो जाएंगे।
यही वजह है कि एक ऐसी ऊर्जा का पता लगाया जा सके और उसका उपयोग किया जा सके। जो सीमित मात्रा में नहीं है. इस ऊर्जा को हम सौर ऊर्जा के नाम से भी जानते हैं.
सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस ऊर्जा को इंस्टॉल करके रखना क्योंकि अगर आप यह जान ले कि 1 दिन की जितनी सौर ऊर्जा होती है अगर उसे हम स्टोर कर सके तो इसके बदले में हम किस ऊर्जा का उपयोग काफी सालों तक कर सकते हैं.
यही वजह है कि आज के पोस्ट में हमने आपको बताया कि आई एस ए का फुल फॉर्म क्या होता है हिंदी में पूरा नाम क्या है हम उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें
Bsc