अधिकांश युवा की पसंद ऑफिसर बनना होता है, अब चाहे राज्य स्तर पर हो या फिर केंद्रीय स्तर पर, कहीं भी कोई मौका नहीं गंवाना चाहते है। अगर आप भी उन्हीं में से एक है, तो आपको आज हम एक नए अफसर पद के बारे में बताने वाले है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि CDO ऑफिसर कैसे बनें और इसके लिए क्या योग्यता की आवश्यकता होती है। यहां सीडीओ के सारे कार्यों से लेकर इसके सैलरी के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। यदि आपको पूरी जानकारी चाहिए, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
सीडीओ ऑफिसर बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और इसके लिए खास तैयारी करनी होती है। आपको हम हर संभव जानकारी यहां उपलब्ध करवाने वाले है। अंतिम परिणाम तक जाने की क्या प्रक्रिया होती है, सभी चरणों का यहां उल्लेख किया जाएगा। अब बस अपने सपनों को पूरा करने में लग जाएं और भीड़ से अलग अपनी पहचान बनाएं।
CDO ऑफिसर क्या होता है?
हमारा देश को राज्यों, जिलों, प्रखंडों में विभाजित किया गया है और पूरे सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर स्तर पर ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है। उन्हीं में से एक है सीडीओ ऑफिसर, जिन्हें किसी जिले के विकास की जिम्मेवारी दी जाती है। CDO का फुल फॉर्म Chief Development Officer होता है, मतलब मुख्य विकास अधिकारी।
इनका चुनाव राज्य लोक आयोग द्वारा आयोजित किए गए एग्जाम से किया जाता है। किसी जिले को आगे ले जाने के लिए जो भी संभव कार्य होता है, वह सब इन्हीं के आदेश पर किया जाता है। ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों के विकास, कंस्ट्रक्शन, परिवहन सुविधा, जैसे सभी कार्यों को देखने की जिम्मेदारी इन्हीं अफसरों की होती है। उन्हें यह भी देखना होता है कि सभी विकास कार्य सही से हो रहे है या नहीं।
CDO ऑफिसर का क्या कार्य होता है?
आप सिर्फ यह देख कर सीडीओ बनने की ना ठान ले कि इसमें आपका ओहदा ऊंचा होगा, बल्कि आपके कंधों पर ड्यूटी भी उतनी ही अधिक होगी। आपको बता देते है कि एक सीडीओ ऑफिसर के क्या क्या कार्य होते है, इसके बाद भी अपना अंतिम निर्णय ले।
- जिले में होने वाले सरकारी कार्यों जैसे सड़क निर्माण, बिजली की सुविधा, विकास योजनाओं को लागू करना, इत्यादि आपके ही देख रेख में होती है।
- अपने जिले के विकास से संबंधित मीटिंग की अध्यक्षता की जिम्मेवारी भी इनकी ही होती है। जहां वो अपने नए प्लान के बारे में बता सकते है।
- यदि कोई उनके आदेश को नहीं मानते है, तो उन पर करवाई करने का भी पावर उनके पास होता है।
- सीडीओ ऑफिसर चाहे तो उन्हें निलंबित कर सकते है या फिर बर्खास्त भी करने का अधिकार रखते है।
सीडीओ ऑफिसर बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए?
आपने मन बना लिया है, तो यह भी जान ले कि इस परीक्षा के लिए आपके पास क्या क्या योग्यता होनी चाहिए। आप इसकी जांच कर ले और तभी आगे की प्रक्रिया में भाग ले।
- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से आपको ग्रेजुएशन करना है। आप कोई भी विषय लेकर अपने स्नातक की पढ़ाई कर सकते है।
- अपने ग्रेजुएशन में कम से कम 50% होने चाहिए, इसके बाद ही आप इसके योग्य माने जायेंगे।
- आपकी उम्र 21 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के बीच होना चाहिए, अन्य आरक्षित वर्गों को अधिकतम उम्र में कुछ वर्ष की छूट दी जाती है।
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CDO ऑफिसर कैसे बनें? जाने स्टेप
आप जिस सवाल की तलाश में यहां तक आए थे, उसी के बारे में अब हम बताने वाले है। आपको इन सारे स्टेप को फॉलो करना होगा, उसके बाद ही आप एक सफल सीडीओ ऑफिसर बन पायेंगे। आइए, उन्हीं के बारे में विस्तार से पढ़ते है और सफलता की ओर कदम बढ़ाते है।
1. अपनी पढ़ाई पूरी करें
सीडीओ बनने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए, इसलिए सबसे पहले अपनी पढ़ाई अच्छे से पूरी करें। एक बार आप इस परीक्षा के योग्य हो जाते है, उसके बाद बेझिझक आवेदन दे सकते है। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके कॉलेज को मान्यता प्राप्त हो, तभी आप इसकी परीक्षा में शामिल हो पाएंगे।
2. परीक्षा के लिए आवेदन भरें
आपके राज्य में राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा वेकेंसी निकाली जाती है। यदि आपने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है, तो आपको इसके लिए आवेदन देना चाहिए। आवेदन में अपनी सही सही जानकारी भरें और जो दस्तावेज़ आपके पास मौजूद है, उसी की डिटेल दे। जब आपका सलेक्शन हो जाता है, तो उन्हीं पेपरों को देख कर वेरिफिकेशन किया जाता है। अंत सोच समझ कर ही इस पद के लिए एप्लीकेशन अप्लाई करें।
3. एग्जाम की तैयारी करें
सिर्फ फॉर्म भरने से ही आप ऑफिसर नहीं बन जायेंगे, इसके लिए आपको खूब पढ़ना भी होगा। सिलेबस की अच्छे से जांच कर ले और उसके अनुसार किताबें लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दे। इसकी परीक्षा भी तीन स्तरों में होती है और सबका अलग अलग सिलेबस भी होता है, इसलिए अच्छे से पढ़ें और अपने नोट्स भी बनाएं।
4. परीक्षा में शामिल हो और पास करें
एप्लीकेशन देने के बाद कुछ महीनों में विभिन्न सेंटरों में परीक्षा ली जाती है। आप एडमिट कार्ड डाउनलोड करके अपना सेंटर पता कर सकते है और फिर परीक्षा देने भी जाएं। आप यदि सारे स्तर को पास करते जाते है, तो ऑफिसर बनने से आपको कोई नहीं रोक सकता है।
5. ट्रेनिंग पूरी करें
जब आप मेरिट लिस्ट में आ जाते है और ज्वाइनिंग लेटर आपको मिल जाती है, तो आपको ट्रेनिंग पूरी करनी होती है। हर राज्य का ट्रेनिंग पीरियड भिन्न हो सकता है, किसी में 6 महीने तो कहीं एक साल का प्रशिक्षण दिया जाता है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आपको किसी फिर किसी ब्लॉक में नियुक्त किया जाता है, जहां के विकास का कार्य आप ही देखते है।
सीडीओ ऑफिसर बनने की क्या प्रक्रिया होती है?
आपने यह तो जान लिया कि सीडीओ ऑफिसर बनने के लिए क्या क्या करना होगा, लेकिन इसकी एग्जाम पैटर्न क्या होता है, उसके बारे में भी जानकारी हासिल कर ले।
1. प्रारंभिक परीक्षा
जिस तरह से यूपीएससी के प्रीलिम्स में ऑब्जेक्ट सवाल पूछे जाते है, ठीक उसी तरह राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के प्रीलिम्स में वस्तुनिष्ठ प्रश्न ही पूछे जाते है। इसमें आपको इतिहास, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान, विज्ञान, गणित, सामान्य अध्ययन, से संबंधित प्रश्न दिए जाते है। इसमें नेगेटिव मार्किंग भी होती है और सही उत्तर देने पर एक अंक दिया जाता है। कट ऑफ मार्क्स लाने के बाद ही आप अगले स्टेप के लिए क्वालीफाई कर पाते है।
2. मुख्य परीक्षा
यदि आपने प्रीलिम्स की परीक्षा पास कर ली है, तो आप मुख्य परीक्षा में भी शामिल हो सकते है। इसमें आपसे अंग्रेजी, हिन्दी और सामान्य ज्ञान, इत्यादि से सवाल पूछे जाते है। आपको निबंध लिखने भी दिया जाता है, जो जितने अच्छे से निबंध लिखता है, उसे उतना ही अधिक मार्क्स दिया जाता है। इसमें आपको सब्जेक्टिव में जवाब देना होता है, इसलिए जवाब लिखने की प्रैक्टिस करते रहें। अगर आप मेंस में अधिक अंक अर्जित करते है, तो मेरिट लिस्ट में आने का चांस अधिक हो जाता है।
3. इंटरव्यू
जो भी कैंडिडेट दोनों ही परीक्षा में पास हो जाते है, उन्हें इंटरव्यू में बुलाया जाता है। इंटरव्यू में आपसे पद से जुड़े कुछ सवाल पूछे जाते है और आपकी पर्सनेलिटी की जांच यहीं हो जाती है। आपने जिस भी विषय से ग्रेजुएशन किया है, उससे भी प्रश्न पूछे जाते है। इंटरव्यू में ही आपके डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन की जाती है, इसलिए अपने पेपरों को साथ लेकर ही जाएं। आपका आत्मविश्वास जितना अधिक होगा, उतना ही ज्यादा आप इंटरव्यूअर को इंप्रेस कर पाएंगे।
सीडीओ ऑफिसर की सैलरी कितनी होती है?
सरकारी नौकरी में तो सभी को हर महीने सैलरी मिल जाती है और जितना ऊंचा पोस्ट होता है, उसमें वेतन भी उतना ही अधिक दिया जाता है। अब सीडीओ ऑफिसर को 7th पे कमीशन के अनुसार हर महीने 37000 से लेकर 67000 तक की सैलरी दी जाती है। इतना ही नहीं वेतन के साथ इन अफसरों को अन्य सुविधा भी दी जाती है। निवास के लिए सरकारी आवास मिलता है, टेलीफोन की सेवा, बिजली, वाहन, मेडिकल, आदि जैसी सारी सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती है। हर वर्ष इसमें इंक्रीमेंट भी होते जाते है और कुछ ही वर्षों में आपका पेमेंट लाखों तक पहुंच जाता है।
सीडीओ ऑफिसर बनने से क्या लाभ है?
आप जिस भी पद में जाना चाहते है, अवश्य है कि उसके बारे में पूरी जानकारी रखना भी जरूरी समझते होंगे। आपको हम बताएंगे कि सीडीओ ऑफिसर बनने से आपको क्या लाभ मिलेगा।
- यह एक सरकारी नौकरी है, इसलिए हर महीने आपको सैलरी मिलती रहेगी। इससे कभी भी आपको आर्थिक तंगी की समस्या नहीं होगी।
- आपके पास कई अधिकार होते है, यदि विकास का कार्य सही से नहीं हो पाता है, तो आप उसके लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कारवाई भी कर सकते है।
- सैलरी के अलावा वाहन, मकान, बॉडीगार्ड, आदि जैसी सारी सुविधा भी दी जाती है। ऑफिस से लेकर पूरे शहर में आपका एक अलग ही रूतबा भी होता है।
- परिवार और समाज में आपका सम्मान बढ़ जाता है, युवा आपको एक प्रेरणा के रूप में देखते है और बड़े बुजुर्ग आपका उदाहरण देते है।
- अगर आप देश से भ्रष्टाचार दूर करना चाहते है, तो सीडीओ ऑफिसर बन कर आप इसमें योगदान दे सकते है।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि आपको आज का लेख उचित लगा होगा और संपूर्ण जानकारी भी मिल गई होगी। हमने आपको बताया कि CDO ऑफिसर कैसे बनें, उसकी बारे में सारे महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख भी किया है। यदि आपको कोई अन्य प्रश्न पूछना है, तो कॉमेंट बॉक्स से पूछ सकते है। अगर आपको इसी तरह के आर्टिकल पढ़ना है, तो हमारे पेज को आज ही सब्सक्राइब कर दे। आप अपने मित्रों के संग भी इसे साझा कर सकते है और नए नए पोस्ट पढ़ते रहें।