Forest Officer कैसे बनें? योग्यता, प्रक्रिया, कार्य और सैलरी 

हम सब जानते है कि पर्यावरण हम सबके लिए कितना महत्वपूर्ण है और इसके संतुलन में सबसे अहम रोल जंगल ही निभाते है। इनके बिना पूरी पृथ्वी में प्रदूषण तेज़ी से फैल जाएगा और अपनी बेसिक जरूरतों के लिए लोग दर दर भटकेंगे। हमारे देश की सरकार जंगल और वहां रहने वाले जीव जंतुओं की सुरक्षा हेतु फॉरेस्ट ऑफिसर की नियुक्ति करती है।

अगर आप भी एनवायरमेंट से अथाह प्रेम करते है, तो यह कैरियर आपके लिए उचित होगा। आज हम आपको बताएंगे कि Forest Officer कैसे बनें, उसके लिए आवश्यक योग्यता और अन्य सारी जरूरी जानकारी देंगे। 

इस नौकरी के जरिए आप हमेशा पर्यावरण से जुड़े रहेंगे और शहर की धूल भरी जिंदगी से कहीं दूर नेचर के बीच जीवन जीने का मौका भी मिलेगा। हम आपको हर संभव मदद करेंगे ताकि कोई भी सवाल मन में बाकी ना रह जाएं। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें और परीक्षा के लिए तैयारी शुरू करें। 

Forest Officer किसे कहते है? 

अन्य विभागों में जिस तरह ऑफिसर्स होते है, ठीक उसी प्रकार पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी फॉरेस्ट ऑफिसर को नियुक्त किया जाता है। यह एक सरकारी पद होता है, जो केंद्र और राज्य सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के अंर्तगत काम करते है।

फॉरेस्ट ऑफिस ग्रेड B लेवल के अधिकारी होते है और इस पोस्ट को हासिल करने के लिए यूपीएससी का एग्जाम देना पड़ता है। इन्हें जंगलों और वहां रहने वाले जीवों की पूरी जिम्मेवारी दी जाती है, और वन संरक्षण कानून तोड़ने वालों को पकड़ने का भी काम इन्हीं का होता है।

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फॉरेस्ट ऑफिसर का क्या काम होता है?

किसी भी पोस्ट की परीक्षा देने से पहले यह जरूर जान लेना चाहिए कि क्या आप वह काम कर पाएंगे। एक फॉरेस्ट ऑफिसर को काफी कार्य करने होते है और ज्यादातर समय चौकना भी रहना पड़ता है। आपको अपनी तैयारी मजबूत बनाने से पहले यह जानकारी प्राप्त करनी होगी कि आगे क्या क्या काम करने होंगे। 

  • जंगल सर्वे करना, पेड़-पौधों और जीवों की जानकारी रिकॉर्ड में दर्ज करना होता है।
  • पालतू जानवरों को संरक्षित भूमि पर चरने से रोकना हमारा काम है।
  • जंगली जानवरों की सुरक्षा और इलाज का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है।
  • जंगल के विकास के लिए नई योजनाएं बनाना और पेड़ लगवाना हमारा कार्य है।
  • फॉरेस्ट ऑफिसर को सहायकों के साथ गाइड करना होता है।
  • आग लगने पर त्वरित बुझाने का कार्य हमारी जिम्मेदारी है।
  • पुल, सड़क, नहर, बांध का निर्माण और मरम्मत हमें सौंपा जाता है।
  • अवैध लकड़ी और शिकार को रोकना हमारा कार्य है।
  • फॉरेस्ट गार्ड को विभिन्न स्थानों पर तैनात करना हमें करना होता है।
  • बिजली और टेलीफोन के तारों की निगरानी रखना हमारी जिम्मेदारी है।
  • सचेत रहकर जंगल में लापरवाही से बचना हमारा कर्तव्य है।
  • वन्यजनों की सुरक्षा के लिए निषेध बोर्ड लगाना हमारा काम है।
  • बाड़ों और सड़कों की देखभाल हमें सौंपी जाती है।
  • जानवरों की जांच और उनके लिए सुरक्षा का कार्य हमारा है।
  • जंगल की सुरक्षा में हमें सहायता के लिए नीचे रैंक वाले कर्मचारी मिलते हैं।

Forest Officer बनने के लिए योग्यता 

अब आपको जानने की आवश्यकता है कि कौन लोग इसके योग्य होते है। हर व्यक्ति के लिए यह एग्जाम नहीं होता है, आपको योग्यता जानने के लिए पूरी जानकारी प्राप्त करनी होगी। 

1. नागरिकता योग्यता

किसी अन्य देश का नागरिक इस एग्जाम के लिए अयोग्य होता है। यदि आप मूल रूप से भारत के ही निवासी है, तभी आप फॉर्म अप्लाई कर सकते है। इसके अतिरिक्त नेपाल, भूटान, जैसे शरणार्थी नागरिकों को भी सरकार द्वारा मिलने वाले योग्य पात्रता के आधार पर ही उन्हें परीक्षा देने की अनुमति मिलती है। 

2. भर्ती उम्र सीमा

अब कोई भी बच्चा या बूढ़ा नागरिक इस भर्ती में शामिल नहीं हो सकता है। इसके लिए एक उम्र सीमा तय की गई है, जिनके बारे में जानना आवश्यक है। उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम उम्र 35 वर्ष। यदि आप SC/ST कैटेगरी से है, तो आपको 5 वर्ष की छूट दी जाती है। वहीं अगर आप OBC है, तब 3 वर्ष की छूट देनी का नियम है। रक्षा सेवा कर्मियों को भी 5 वर्ष तक की छूट दी गई है और दिव्यांगों को भी 10 साल की छूट प्राप्त है। 

3. शैक्षणिक योग्यता

किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से आपने ग्रेजुएशन की डिग्री ले रखी है, तभी आप योग्य होगा। हर विषय को यहां मौका नहीं दिया जाता है, निम्न के कुछ सब्जेक्ट है जो इस परीक्षा को दे सकते है। 

  • फिजिक्स
  • केमिस्ट्री
  • बॉटनी
  • जूलॉजी
  • गणित
  • जियोलॉजी
  • Statistics
  • पशु चिकित्सा विज्ञान
  • इंजीनियरिंग (कोई भी ब्रांच) 

4. शारीरिक योग्यता

इसमें हर वर्ष नियम बदलते है, आपको नोटिफिकेशन पर नज़र रखनी होगी। फिजिकल में आपकी लंबाई, वजन और सीने की चौड़ाई का माप किया जाता है। वहीं महिलाओं से सिर्फ लंबाई और वजन की ही मांग की जाती है। आपको सारी डिटेल के लिए खुद को अपडेट रखना होगा और फॉर्म भरने से पहले ब्राउजर जरूर पढ़ ले।

5. परीक्षा अटेम्प्ट 

आप अनगिनत बार इस एग्जाम में शामिल नहीं हो सकते है, अलग अलग कैटेगरी के लिए एक तय अटेम्प्ट रखा गया है। यदि आप सामान्य वर्ग से है, तो आप केवल 6 बार ही इस एग्जाम को दे सकते है। यदि आप ओबीसी के कैंडिडेट है, तो आपके पास 9 बार मौका है। इसके अलावा SC/ST और दिव्यांगो के लिए कोई भी लिमिट सेट नहीं की गई है। हालांकि, उम्र सीमा पार करने के बाद कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे सकता है। 

Forest Officer, कैसे बनें? जाने पूरी प्रक्रिया

आप इतना कुछ जान चुके है, तो अब बारी है इसकी प्रक्रिया के बारे में जानने की। आपको कई चरणों को फॉलो करना होगा, उसके बाद ही अंतिम में सफलता हासिल होगी। 

1. UPSC IFOS का फॉर्म भरें

  • यूपीएससी द्वारा जारी IFOS के एप्लीकेशन फॉर्म को पहले भरना होगा।
  • उम्र और शैक्षणिक योग्यता की अनुमति होने पर आवेदन देना चाहिए।
  • यूपीएससी की ऑफिशियल साइट पर नज़र रखें और आवेदन लिंक का इंतज़ार करें।
  • फॉर्म ऑनलाइन भरें और IAS, IPS, IFOS की प्राथamikta चुनें।
  • फॉर्म लिंक यूपीएससी साइट पर सक्रिय होता है, इसे ध्यान से देखें।
  • प्राथमिकता देने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरें, IAS, IPS, IFOS के लिए एक ही फॉर्म होता है।
  • यूपीएससी के साथ साथ IAS, IPS, IFOS के लिए एकत्र आवेदन करें।

2. प्रीलिम्स एग्जाम में शामिल हो

  • फॉर्म भरने के बाद, महीनों में एडमिट कार्ड भेजा जाता है, जिसमें आपका एग्जाम केंद्र दिखाया जाता है।
  • प्रीलिम्स में ऑब्जेक्टिव सवालों से कट ऑफ मार्क्स निर्धारित होता है, पास होने के लिए।
  • एग्जाम की स्थान और समय का अंकित जानकारी एडमिट कार्ड पर मिलता है।
  • सफलता के लिए आवश्यक निर्दिष्ट मार्क्स को प्राप्त करना होता है।

3. मेंस या मुख्य परीक्षा दे

  • प्रीलिम्स पास होने पर, मेंस की परीक्षा देनी होगी।
  • छः पेपरों की परीक्षा होती है, जिसमें 4 विषयों के सवाल होते हैं।
  • 2 विषय विभाग तय करता है, और 2 विषय आपको चुनना होता है।
  • आपकी सामर्थ्य के अनुसार विषय चयन करें, अन्यथा तैयारी में कठिनाई हो सकती है।
  • सक्षमता के हिसाब से ही चयन करें, ताकि परीक्षा में सफलता हो।

4. इंटरव्यू में जाएं

  • मेंस में सिलेक्शन होने पर इंटरव्यू के लिए मेहनत करें।
  • अपने बारे में, ग्रेजुएशन विषय और सामान्य सवालों का संयमपूर्ण और सटीक जवाब दें।
  • हर प्रश्न का संयमपूर्ण और सटीक उत्तर देना आवश्यक है।
  • सफलता के लिए पूरी कोशिश और सही उत्तर महत्वपूर्ण हैं।

5. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन

  • इंटरव्यू पास होने पर, बुलाया जाता है आगे के प्रक्रिया के लिए।
  • आखिरी चरण में, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है और ओरिजिनल पेपर लाए जाते हैं।
  • मेडिकल और फिजिकल जांच भी होती है आपकी।
  • पुलिस वेरिफिकेशन से पहले अपराध और केस की जानकारी प्राप्त की जाती है।
  • सभी दस्तावेज सही होने पर होता है आपका अंतिम सिलेक्शन।
  • ट्रेनिंग के बाद, विभाग के कार्यों की पूर्ण जानकारी मिलती है।
  • इसके पश्चात, कुछ महीने की ट्रेनिंग के बाद होता है आपका अंतिम रूप।

फॉरेस्ट ऑफिसर एग्जाम का पैटर्न क्या होता है?

एग्जाम के हर स्टेप को समझने के बाद आपको इसके पैटर्न के बारे भी जानकारी इक्कठा कर लेना चाहिए। इसके दो लिखित परीक्षा होते है, जिसके लिए अलग अलग पैटर्न होते है, उन्हीं के बारे में यहां बताने वाले है। दोनों की एग्जाम के लिए सिलेबस की डिटेल ऑफिशियल साइट पर मौजूद अपडेटेड सिलेबस से मिल जाएगी। 

1. प्रीलिम्स एग्जाम 

प्रीलिम्स में आपसे बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते है, जिसमें 4-5 ऑप्शन दिए रहते है। आपको सही का चुनाव करना होता है, यदि आपने कोई गलत कर दिया तो नेगेटिव मार्किंग हो जाती है। इन प्रश्नों में आपसे सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी, गणित और रीजनिंग पूछे जाते है। इसमें प्राप्त अंक अंतिम मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाते है, यह सिर्फ क्वालिफाइंग एग्जाम होता है। इस परीक्षा में जो लोग चयनित होते है, उन्हें ही मेंस के लिए चुना जाता है। 

2. मेंस एग्जाम

मेंस के लिए कुल छः पेपरों का एग्जाम देना होता है, जिसे चार स्टेप में लिया जाता है। आपकी मदद के लिए हम सभी को एक एक करके बताते है। 

  • पेपर 1 में आपको इंग्लिश का एग्जाम देना होगा, इसमें टोटल 300 अंक के सवाल पूछे जाते है। यह परीक्षा सब्जेक्टिव होती है और हल करने के लिए 3 घंटे का समय भी दिया जाता है। 
  • पेपर 2 की परीक्षा में सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे जाते है। इसमें भारत के वनों, पशु, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, आदि के बारे में प्रश्न हल करने होते है। यह भी 300 अंक का होता है और सवालों को बनाने के लिए 3 घंटे दिए जाते है। 
  • पेपर 3 और 4 आपके द्वारा चुने गए विषय के सवाल होते है, जिन्हें दो पेपर में पूछा जाता है। यह एक ही सब्जेक्ट के दो अलग अलग पत्र होते है। दोनों को मिलाकर टोटल 200 मार्क्स का सवाल आता है और बनाने के लिए इसमें भी 3 घंटे दिए जाते है। 
  • पेपर 5 और 6 भी आपके ही चुने हुए दूसरे विषय के पेपर होते है। इसे भी दो चरणों में पूछा जाता है और कुल 200 नंबर का ही प्रश्न दिया जाता है, समयावधि भी 3 घंटे की ही रहती है। 

Forest Officer की सैलरी कितनी होती है?

फॉरेस्ट ऑफिसर के विभिन्न पद होते है, जो नीचे रैंक पर काम कर रहे होते है, उन्हें कम तनख्वाह दी जाती है और ऊपर जाते जाते बढ़ जाता है। इनकी न्यूनतम सैलरी 56,100 होती है और अधिकतम 2,25,000 तक चला जाता है।

यह भी हर नए वर्ष में बदलता रहता है, इसलिए जिस वर्ष में आप एग्जाम देंगे, उसके बारे में पीडीएफ से जानकारी प्राप्त कर ले। 

निष्कर्ष:

सरकारी नौकरी की चाह हो और हरे भरे जगहों में रहने का सपना, तो आपको फॉरेस्ट ऑफिसर जरूर बनना चाहिए। आज हमने आपको बता दिया है कि Forest Officer कैसे बनें, उनका क्या कार्य होता है, कौन से एग्जाम देना पड़ता है और पैटर्न क्या है। यदि इसके बाद में आपको कुछ और पूछना है, तो कॉमेंट बॉक्स के सहारे अपनी जिज्ञासा शांत कर सकते है। अगर आपको ऐसे ही लेख पढ़ने है, तो हमारे साथ जुड़ें रहे और अपने नॉलेज बढ़ाते जाएं। 

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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