आज के इस आर्टिकल में हम आप सभी लोगों के समक्ष इपीएफ अकाउंट तथा पीपीएफ अकाउंट के मध्य में अंतर स्पष्ट करने वाले हैं और हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिर दोनों है क्या?
तो बिना समय व्यर्थ किए जानने का प्रयास करते हैं कि इपीएफ अकाउंट तथा पीपीएफ अकाउंट में अंतर क्या होता है? और किन लोगों को इसका लाभ उठाने का अवसर प्रदान किया जाता है.
ईपीएफ अकाउंट क्या होता है?
इपीएफ अकाउंट की अगर बात की जाए तो इसे एम्पलाई प्रोविडेंट फंड अकाउंट के नाम से जाना जाता है.
इपीएफ अकाउंट को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत ही इस अकाउंट को खोला जाता है.
ईपीएफओ का नया अपडेट सामने आया है जिसके तहत केंद्र कर्मचारियों का ईपीएस पेंशन बढ़ जाएगी, कर्मचारी पेंशन योजना से संबंधित यह क्या मामला है? इससे जुड़ी सारी बात जानने के लिए इस आर्टिकल को देखें.
अब आपके मस्तिष्क में यह बात अवश्य आ रही होगी कि इपीएफ अकाउंट कौन-कौन खुलवा सकते हैं.
हम आपको बता दें कि इपीएफ अकाउंट को कंपनियों के द्वारा उनके कर्मचारियों के वास्ते खुलवाया जाता है.
अगर किसी कंपनी में 20 से भी अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं, तो वहां पर एक अकाउंट खुलवाना अनिवार्य होता है.
ईपीएफ अकाउंट में कर्मचारियों के वेतन में से हर महीने कुछ हिस्सा काटकर के कंपनी के द्वारा जमा किया जाता है और इस पर कर्मचारी को ब्याज प्रदान किया जाता है.
आपको बता दें कि इपीएफ अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज दर भी 8.1% है. अर्थात यदि किसी कर्मचारी के इपीएफ अकाउंट में ₹100000 है तो उसे इसके ऊपर ₹8100 का ब्याज प्रदान किया जाएगा.
क्या होता है यूएएन नंबर?
जब इपीएफ अकाउंट खुलवाया जाता है तब कर्मचारी को यूएएन नंबर प्रदान किया जाता है. ऐसे में यूएन नंबर क्या है और यह कैसे मिलेगा इसे जानने के लिए एक अन्य आर्टिकल के मदद से पूरी जानकारी दी गई है.
जिसके माध्यम से उन्हें देश के किसी भी कोने में कार्य करने और इपीएफ अकाउंट का लुफ्त उठाने का अवसर प्रदान किया जाता है.
अगर किसी एक कर्मचारी के पास ईपीएफ अकाउंट है तो उसे UAN नंबर प्रदान किया जाता है जिसे वह कार्य छोड़ने की स्थिति में प्रयोग कर सकता है.
शायद आपको हमारी यह बातें समझ में नहीं आ रही होगी, तो चलिए एक उदाहरण के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं.
मान लीजिए राम नाम का एक कर्मचारी है जो कि X कंपनी में काम करता है X कंपनी में काम करते करते उसे 10-15 साल हो जाते हैं और उस कंपनी को छोड़कर के अब वह Y कंपनी में काम करना चाहता है.
ऐसे में जो ईपीएफ काट कर के एक्स कंपनी उसके इपीएफ अकाउंट में डाल रही थी. अब वह कार्य Y कंपनी के द्वारा किया जाएगा ऐसे में यूएएन नंबर बहुत ही ज्यादा सहायक सिद्ध होता हैं.
जितने भी आम नागरिक है उनके भविष्य सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने बहुत सारी पेंशन योजनाएं लेकर आई है जिसके तहत वह अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. ऐसे में यदि कोई चाहता है पेंशन योजना का लाभ लेना और उसका आवेदन करना तो यहां जानकारी साझा की गई है.
क्या इपीएफ अकाउंट आम नागरिक भी खुलवा सकते हैं?
अब आपके मन में भी यह बात अवश्य ही आ रही होगी कि क्या इपीएफ अकाउंट को आम नागरिक भी खुलवा सकते हैं.
तो इसका उत्तर है नहीं! इपीएफ अकाउंट खुलवाने का कार्य केवल कर्मचारियों के द्वारा ही किया जा सकता है, क्योंकि इसे ईपीएफओ अर्थात कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत खुलवाया जाता है.
इसके अतिरिक्त यदि बात की जाए इस अकाउंट के फायदे की तो इससे कर्मचारी को पेंशन की भी सुविधा प्रदान की जाती है, जो कि उन्हें रिटायरमेंट के पश्चात आर्थिक सहायता प्रदान करती है.
जितने भी प्रोविडेंट फंड के सदस्य हैं और ऐसे में यदि कोई चाहता है ऑनलाइन UAN नंबर जनरेट करना तो इसकी पूरी जानकारी यहां से जाने.
आम नागरिकों के लिए भी है पीएफ अकाउंट की सुविधा:
अब हमने इस बात को डिक्लेअर तो कर दिया है कि इपीएफ अकाउंट केवल कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के द्वारा ही खुलवा जा जा सकता है.
तो ऐसे में आपके मन में भी बात अवश्य आ रही होगी कि जो लोग आम नागरिकों की सूची में आते हैं और छोटा मोटा बिजनेस करते हैं क्या उन्हें पीएफ अकाउंट का लाभ नहीं मिलेगा? तो इसका उत्तर है, बिल्कुल मिलेगा.
आपको बता दें आम नागरिक भी पीएफ अकाउंट में निवेश करके पेंशन की सुविधा का फायदा प्राप्त कर सकते हैं.
किंतु उनको पीएफ अकाउंट खुलवाना पड़ेगा उनके पीएफ अकाउंट को पीपीएफ अकाउंट के नाम से जाना जाता है.
जितने भी आम नागरिक है उनके भविष्य सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने बहुत सारी पेंशन योजनाएं लेकर आई है जिसके तहत वह अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं ऐसे में यदि कोई चाहता है पेंशन योजना का लाभ लेना और इसका आवेदन करना तो यहां जानकारी साझा की गई है.
पीपीएफ अकाउंट के विषय में भी जाने:
पीपीएफ अकाउंट मतलब कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट को विशेष तौर से आम नागरिकों के लिए प्रारंभ किया गया है.
आपको बता दें कि पीपीएफ अकाउंट में व्यक्ति विशेष निवेश करके पेंशन की सुविधा प्राप्त कर सकता है.
आपको बता दें इस अकाउंट को खोलने के वास्ते कोई भी आम नागरिक आसानी से आवेदन कर सकता है. इसके वास्ते उन्हें किसी भी प्रकार की कोई झंझट नहीं होगी.
अगर आप भी अपना पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहते हैं और पेंशन की सुविधा का लुफ्त उठाना चाहते हैं.
तो उसके लिए आपको अपने किसी भी नजदीकी बैंक या फिर पोस्ट में जा करके अकाउंट खुलवाना होगा.
आपको इसमें सालाना ₹500 से ₹150000 तक की रकम जमा करने की अनुमति होगी. इसके ऊपर ही आपको ब्याज दिया जाएगा जिसका फायदा उठा सकते हैं.
एक बात का विशेष स्मरण आपको होना चाहिए कि पीपीएफ अकाउंट में प्रदान किया जाने वाला ब्याज दर इपीएफ अकाउंट की तुलना में थोड़ा सा कम होता है.
इसके अलावा अगर आप चाहे तो आप पेंशन स्कीम में भी निवेश करके पेंशन की सुविधा का लुफ्त उठा सकते हैं और अपने वृद्धावस्था को सिक्योर कर सकते हैं.
हर कोई अपने भविष्य सिक्योर करने के लिए बैंक या किसी कंपनी में निवेश करते रहते हैं. ऐसे में एक अन्य आर्टिकल के जरिए जाने पूरी डिटेल्स कि कैसे एलआईसी पेंशन योजना में निवेश करके जीवन भर पेंशन पा सकते हैं.
निष्कर्ष:
आज के article में हमने आप सभी लोगों के साथ ईपीएफ अकाउंट और पीपीएफ अकाउंट के मध्य में क्या अंतर होता है इसके विषय में जानकारियां प्रदान की है.
हमें आशा है कि हमारा यह प्रयास आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आया होगा.
किंतु यदि आप हमसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं या फिर हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो यह काम आप कमेंट के जरिए आसानी से कर सकते हैं.
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