अगर हमें कोई काम करना होता है या मनोरंजन करना होता है या कभी हमें कुछ जानना होता है जैसे हमें दिल्ली जाना है और हम स्टेशन से कभी दूर रहते हैं तो हमें ये जानना है की ट्रेन कितने बजे है! तो हम कम्प्यूटर का प्रयोग करते है. इसलिए आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कंप्यूटर के पार्ट्स क्या क्या है (Parts of computer in hindi).
कभी- कभी हम ये भूल जाते है कि हमारे हाथ में जो स्मार्टफोन है वह कम्प्यूटर का ही वर्जन है. अगर आप इससे परिचित है तो आपको मालूम होगा की कम्प्यूटर अकेला एक भाग नहीं होता है यह वह सिस्टम है. जो विभिन्न उपकरणों या भागों के समूह से मिलकर बना होता है.
ये सभी उपकरण सामूहिक रूप से मिलकर कार्य करते हैैं। आज हम आपको अपने इस लेख में कंप्यूटर का परिचय देंगे और बताएंगे कि इसके पार्ट्स क्या क्या है इसके अलग-अलग भाग कार्य क्या क्या है? यह सब जानने के लिए आप हमारे लेख को अंत तक पूरा पढ़ें ये लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होने वाला है।
कंप्यूटर का परिचय
आज हमे मनोरंजन या कोई काम करना होता है तो हम कम्प्यूटर का उपयोग करते अगर हमे कुछ जानना होता है तो सबसे पहले हम कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते है आज ये हमारी एक आवश्यक जरूरत बन गया है क्योंकि सैकड़ों काम को सेकंडों में कर देता है।
आज सरकारी दफ्तर, दुकानों कंपनियों तथा घर आदि में हर जगह कंप्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है. मुझे लगता है कि बहुत ही कम लोग होंगे जो आज कंप्यूटर से परिचित नहीं होंगे वरना आज सभी इससे परिचित है क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का दौर चल रहा है.
भला अब परिचित नहीं होंगे तो फिर कब? आजकल कम्प्यूटर के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव सी लगती है।
कम्प्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन या युक्ति है जो इनपुट उपकरणों द्वारा दिए गए निर्देशों पर कार्य करती है और आउटपुट उपकरणों द्वारा सूचना प्रदान करती है। अगर आपको कम्प्यूटर के उपकरणों की जानकारी नहीं है तो आप इसको सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। आजकल अधिकतर प्रितियोगीता परीक्षाएं कम्प्यूटर के द्वारा होती है जिसके लिए आपको कंप्यूटर व इसके उपकरणों की जानकारी होना आवश्यक है।
कम्प्यूटर के पार्ट्स – Parts of computer in Hindi?
जिस तरह से मनुष्य की बॉडी विभिन्न अंगों से मिलकर बनी होती है और अगर एक भी अंग ख़राब हो जाये तो व्यक्ति को काम करने में काफी समस्या हो जाती है ऐसे जैसा कि मैं पहले ही बता चुका की अकेला एक उपकरण नहीं है ये विभिन्न उपकरणों के साथ मिलकर कार्य करता है अर्थात विभिन्न उपकरणों का सामूहिक रूप है।
और अगर इसका एक भी उपकरण ना हो तो कंप्यूटर को भी चलाना या कहे सकते है कि काम करना मुश्किल हो जाता है कंप्यूटर मुख्य रूप से चार उपकरणों इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, प्रोसेसिंग डिवाइस तथा स्टोरेज डिवाइस से मिलकर से मिलकर बना है। जिनके बारे में नीचे हमने डिटेल में एक -एक करके विस्तार से बताया है –
इनपुट डिवाइस (Input Device)
यह कम्प्यूटर का वह सिस्टम है जो डेटा को निर्देश के रूप में दर्ज करता है क्योंकि कंप्यूटर एक इेक्ट्रॉनिक मशीन है जो देता इनपुट के रूप में लेता है तथा निर्देशों के हिसाब से डेटा को प्रोसेसिंग के लिए संगठित करता है। इनपुट डिवाइस निम्न है
कीबोर्ड (Keyboard)
कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है. यह टाइपराइटर के जैसा दिखता है. इस पर बहुत सारे बटन होते है जिसकी सहायता से निर्देश को टाइप किया जाता है.
जैसे कि अगर कंप्यूटर पर हमने कुछ भी टाइप करना होता है तो इन्ही का इस्तेमाल किया जाता है इसलिए आज हर कंप्यूटर में कीबोर्ड होना आवश्यक होता है।
माउस (Mouse)
माउस भी कम्प्यूटर का इनपुट डिवाइस होता है जिसका कार्य कंप्यूटर को इनपुट देना होता है. इसके ऊपर दो बटन होते है. इसे प्वाइंटिंग डिवाइस भी कहते है. इसके द्वारा विभिन्न एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर को अत्यंत तीव्र गति से चलाकर परिणाम प्राप्त कर सकते है.
आज इसका इस्तेमाल काफी किया जा रहा है और नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए अब विभिन्न प्रकार के माउस बनाये जा रहे है जो व्यक्ति के लिए कंप्यूटर पर काम करने को काफी आसान बनाते जा रहे हैं।
टच स्क्रीन (Touch Screen)
आजकल कम्प्यूटर की को स्क्रीन आ रही है बो टच स्क्रीन है जिसमें हम डेटा इनपुट टच के द्वारा देते है। बैसे जब शुरू में कंप्यूटर आया था तब ये सब नही था लेकिन आज इस टेक्नोलॉजी ने सब कुछ बदल कर रख दिया है। मतलब की अब ऐसे कंप्यूटर भी मौजूद है जिनकीं टच स्क्रीन के द्वारा काम किया जा सकता है।
माइक्रोफोन (Microphone)
माइक्रोफोन का उपयोग अलग -अलग प्रकार की ध्वनियों को कम्प्यूटर में रिकॉर्ड करने मै किया जाता है। यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमे कंप्यूटर के कार्य को और भी आसान बना दिया है। और इसका इस्तेमाल काफी किया जा रहा हैं
वेबकैम (Web Cam)
बेवकैम का उपयोग वीडियो कॉल करने में किया जाता है. इसका उपयोग किसी प्रोग्राम का लाइव प्रसारण करने में भी होता है। इस टेक्नोलॉजी ने लोगों की बातचीत को काफी आसान बना दिया है, कोई व्यक्ति दूर बैठकर इंटरनेट की मदद से ऐसे बात कर सकता है जैसे कि वह दोनों आस पास ही है।
जायस्टिक (Joystick)
जॉयस्टिक उपयोग कम्प्यूटर में गेम खेलने के लिए होता है। आज अगर कंप्यूटर जब कोई गेम खेलने बैठता है तो यह टेक्नोलॉजी कंप्यूटर पर गेम खेलने के लिए उपयोग में लायी जाती है। इस टेक्नोलॉजी की ही देन है जो आज कंप्यूटर पर गेम खेलना आसान हो गया है।
आउटपुट डिवाइस (Output Device)
जब इनपुट डिवाइस द्वारा डेटा को निर्देश किया जाता है फिर प्रोसेसिंग के बाद सूचना को आउटपुट डिवाइस की सहायता से प्रस्तुत किया जाता है उदाहरण के लिए जब हम ईमेल भेजते है या कोई मेसेज भेजते है तो हम प्राप्त सूचनाएं आउटपुट डिवाइस (मॉनिटर) में प्राप्त होती है। ये निम्न है:-
मॉनिटर (Monitor)
यह टीवी जैसा दिखता है। आप कीबोर्ड पर कुछ भी टाइप करते है वह सब मॉनिटर पर प्रदर्शित होता है। इस पर ही हमे हमारे जवाब व उत्तर प्राप्त होते है। इस पर हम विडियोज़ तथा वीडियो गेम आदि खेल सकते है। इसका चलन आज आफिस, स्कूल, कंपनी ने काफी देखा जाता है।
स्कैनर (Scanner)
इसके द्वारा हम फोटो या कोई अन्य डॉक्युमेंट को स्कैन करके कम्प्यूटर मैं लोड करते है। जैसे कि जब हम कोई फॉर्म भरते है या कही के लिए फ़ोटो सकैन करके भेजना होता है तो उसमे स्कैनर का ही इस्तेमाल किया जाता है।
स्पीकर (Speaker)
स्पीकर की सहायता से ही ही हम किसी वीडियो या किसी ऑडियो की आवाज़ सुन पाते है और समझ पाते है। कंप्यूटर पर तेज आवाज में संगीत सुनना होता है तो स्पीकर की उसमे सबसे अहम भूमिका नही होती है। क्योंकि कंप्यूटर में इतनी आवाज़ नही होती है कि तेज़ आवाज़ में संगीत को सुना जा सके। इसलिए तेज़ आवाज़ में कंप्यूटर पर संगीत सुनने के लिए स्पीकर का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रिंटर (Printer)
प्रिंटर के द्वारा ही हम कम्प्यूटर में मौजूद किसी डॉक्युमेंट या फोटो को कागज पर प्रिंट करते है।इसका कार्य हार्ड कॉपी देना होता है। ये एक आउटपुट डिवाइस है। इसका इस्तेमाल आज आधुनिक युग मे काफी किया जाता है।
प्रोजेक्टर (Projector)
प्रोजेक्टर का मुख्य कार्य कम्प्यूटर में उपस्थित डेटा (विडियोज, फोटो आदि) को किसी दीवार या पर्दे पर दिखाना होता है। आज स्कूल, कॉलेज में प्रेजेंटेशन के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
प्लॉटर (Plotter)
वैसे प्लोटर भी एक तरह का प्रोजेक्टर ही होता है जिसका कार्य किसी ग्राफिक्स डिजायन को पेपर छापना होता है। नई पेपर, शादी कार्ड आदि को छापने के लिए इसी का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Unit)
जब इनपुट डिवाइस कम्प्यूटर को निर्देश देते है तो प्रोसेसिंग डिवाइस उसे संपादित या गणना कर आउटपुट को सूचना या रिजल्ट के रूप में उपलब्ध कराता है यह इंटरनल होती है। इसके निम्न भाग होते है –
माइक्रो प्रोसेसर (Microprocessor)
कम्प्यूटर की गति, क्षमता इसी पर निर्भर करती है। ये कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण अंग होता है। इसे सीपीयू भी कहा जाता है। यह मनुष्य के मस्तिष्क की तरह ही होता है इसे कम्प्यूटर का दिमाग भी कहते है। यह कम्प्यूटर के अंडर्ट ही सारी गति विधियों पर नजर रखे होता है।
फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk)
ये एक प्रकार की स्टोरेज होती है। इसका उपयोग हम सूचनाओ स्थायी रूप से संग्रहीत करने में करते है।
रैम (RAM)
रैम का पूरा नाम रैंडम एसेस मेमोरी होता है। इसमें अपने प्रोग्राम तथा किये गए कार्य को कुछ समय के लिए इसमें रख सखते है कुछ समय के लिए संचित कर सकते है कुछ समय बाद ये ये अस्थाई रूप से संचित डेटा नष्ट हो जाता है। इस मेमोरी को रीड राइट मेमोरी भी कहा जाता है।
रोम (ROM)
इसका पूरा नाम रीड ओनली मेमोरी होता है। यह एक ऐसी स्मृति है जिसे लिखे गए प्रोग्राम के आउटपुट को केवल पढ़ा ज सकता है। इसमें कोई प्रोग्राम या सूचना को संचित नहीं किया जा सकता है। इसका कार्य अति आवश्यक डेटा या निर्देशो को कम्प्यूटर में स्थाई कर देना होता है जो समयानुसार कार्य करते है।
मदरबोर्ड (Motherboard)
नीएक एक कम्प्यूटर सर्किट होता है रैम, प्रोसेसर रोम फ्लॉपी डिस्क हार्ड डिस्क तथा अन्य एप्लिकेशन आदि को इंस्टॉल करते है। यह एक पतली प्लेट की तरह होता है लेकिन ये अपने बहुत सारी चीजों को समाहित करे होता है। ये कम्प्यूटर बहुत सारे पार्ट्स डायरेक्टली कनेक्टेड होता है।
ग्राफिक्स कार्ड (Graphics Card)
इसका कार्य मॉनिटर पर अच्छी तरह से इमेज दिखाना होता है।
ऑडियो कार्ड (Audio/Sound Card)
यह ध्वनि को प्रोड्यूस करता है यह मदरबोर्ड पर होता है। यह भी कंप्यूटर का काफी इम्पोर्टेन्ट पॉर्ट होता है।
सीडी या डीवीडी ड्राइव (CD/DVD Drive)
कम्प्यूटर या लैपटॉप में एक सीडी या डीवीडी ड्राइव होती हैं जब हमे सीडी या डीवीडी से कुछ देखना होता है तो इन्हे इसी ड्राइव में लगाकर देखा जाता है।
आपने कम्प्यूटर से सम्बन्धित दो शब्द सुने होंगे हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर अब हम आपको बताएँगे ये क्या होते है।
हार्डवेयर (Hardware)
साधारणतया कम्प्यूटर के सभी भाग या उपकरण हम देख सकते है, या छू सकते है। ऐसे सभी पार्ट को हार्डवेयर कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहे तो यह बो पार्ट होते है जो कंप्यूटर का फिजिकली रूप से निर्माण करते है। जैसे – मॉनिटर, माउस, प्रिंटर कीबोर्ड इत्यादि।
सॉफ्टवेयर (Software)
कंप्यूटर का कोई अपना मस्तिष्क नहीं होता इसलिए वह चितान करके स्वता कार्य नहीं करता उसे क्या कार्य करना ये बताने के लिए उसे हमे निर्देश देना पड़ते है। ये निर्देश एक प्रोग्राम के रूप में होते है जिन्हे सॉफ्टवेयर कहा जाता है। अतः साफ्टवेयर कंप्यूटर का वह पार्ट होता है जिसे हम देख सकते है उस पर कार्य कर सकते पर उसे छू नहीं सकते। ये तरह – तरह के होते है। आज हम जो स्मार्टफोन चला रहे ये भी इसमें भी सॉफ्टवेयर होता है।
अगर आप कंप्यूटर के पार्ट्स (Parts of computer) के बारे में इंग्लिश आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो आप इसे पढ़ सकते हैं क्योंकि इसमें बहुत ही बेहतरीन ढंग से इसके बारे में विस्तार से बताया गया.
संक्षेप में
कंप्यूटर हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में काफी महत्वपूर्ण अंग बन चुका है. इसलिए आज मैंने इस पोस्ट में आपको कंप्यूटर के पार्ट्स (Parts of computer in Hindi) के बारे में जानकारी दी. मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह बताने की कोशिश की कि एक कंप्यूटर चाहिए अलग-अलग भागों से मिलकर बना होता है. जिसमें हर भाग अपनी अहम भूमिका निभाता है.
इसके पहले भी हमने कंप्यूटर से जुड़ी कई प्रकार की जानकारी आपके साथ साझा की है जिसमें इसकी परिभाषा और इसके महत्व के बारे में चर्चा की है अगर आपको यह पोस्ट भी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें.