Rice Mill Business Plan : चावल मिल का व्यापार कैसे शुरू करें

क्या आप राइस मिल का व्यापार करने की सोच रहे हैं। तो आप सही जगह आए। क्योंकि इस आर्टिकल में आप को बेहतरीन तरीके से बताए जाएंगे कि आप इस व्यापार की शुरुआत कैसे कर सकते हैं? और कितने निवेश के साथ? 

अगर आप सोच सोच कर परेशान है और जानना चाहते हैं कि चावल का व्यापार को कैसे करें?, इस व्यापार की शुरुआत के लिए क्या-क्या करना होगा?, किन-किन मशीनों की आवश्यकता होगी?, कितना निवेश करना होगा?,  कितनी प्रॉफिट आएगी?, कौन-कौन से लाइसेंस लगेंगे? तो आप चिंता ना करें क्योंकि आपके सभी सवालों का जवाब आपको आज हम यहां देने वाले हैं, तो आप हमारे इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पूरा पढ़ें ।

चावल की मिल का व्यापार शुरु करने से पहले जानें, चावल की खपत कितनी है?

Rice mill का व्यापार शुरू करने जा रहे हैं तो थोड़ा रुकिए, पहले चावल की मांग एवं खपत के बारे में जानकारी ले ले। हमारे भारतीय बाजारों में चावल की कितनी मांग है,  मांगो के अनुसार आपको कितना उत्पादन करना चाहिए,  इसकी जानकारी आपको रखनी चाहिए अपने व्यापार को शुरू करने से पहले।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सबसे ज्यादा चावल की खेती भारत में की जाती है और भारत विश्व का दूसरा ऐसा देश है जहां चावल का उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है। जबकि निर्यात के मामले में भारत पहले स्थान पर आता है। क्योंकि भारत विश्व का पहला ऐसा देश है जहां से चावल का निर्यात सबसे अधिक किया जाता है। 

चावल की मांग की बात करें तो हमारे भारत देश से लेकर दूसरे देशों में भी चावल की बहुत मांग है।  हर घर में चावल का उपयोग किया जाता है और हर दिन किया जाता है। क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर वाला अनाज है जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है दिन प्रतिदिन के कार्य के लिए।

आजकल लोग चावल का उपयोग तरह-तरह को व्यंजन बनाने में करते हैं। इसलिए चावल की मांग बाजार में पूरे वर्ष रहती है वह भी एक समान। एवं दिन प्रतिदिन इसकी मांग बढ़ती जा रही है। अगर आप राइस मिल का बिजनेस करते हैं तो आप महीने का लाखों रुपया कमा सकते हैं। यह बहुत ही फायदेमंद बिजनेस है।

चावल कैसे बनते हैं?

क्या आपको पता है कि प्रत्येक दिन के भोजन में आप जिसे शामिल करते हैं वह चावल कैसे बनते हैं? अगर आप सोच रहे हैं कि डायरेक्ट खेतों से तोड़कर आप तक पहुंचाए जाते हैं तो ऐसा नहीं है। क्योंकि धान से चावल बनने के लिए चावल को कई प्रक्रियाओं से गुजरना होता है

भारत में हमारे किसान धान की खेती करते हैं और धान से ही चावल बनाया जाता है। राइस मिल का व्यापार करने के लिए आपको इन किसानों पर ही निर्भर रहना होगा। क्योंकि इन किसानों से ही आप धान खरीद कर उसे चावल के रूप में बदल कर आप व्यापार कर पाएंगे। आर लाभ कमा पाएंगे। 

चावल बनाने के लिए कौन-कौन सी मशीनों का उपयोग किया जाएगा  एवं चावल बनाने की पूरी प्रक्रिया हम आपको आगे बताने वाले हैं तो आप हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

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चावल की मिल का व्यापार शुरू करने के लिए आपको कितना निवेश करना होगा?

चावल की मील का व्यापार शुरू करने से पहले आपको इसमें लगने वाले लागत का आकलन कर लेना चाहिए। क्योंकि यहां पर निर्भर करता है कि आप इस बिजनेस के लिए कितना पैसा लगाना चाहते हैं आपकी पूंजी क्या है?

अगर आप छोटे पैमाने पर राइस मिल का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो आपको कम से कम ₹500000 से ₹600000 लगेंगे। जो कि छोटे-छोटे मशीन आएंगे जिससे आप छोटी  मात्रा में व्यापार कर पाएंगे। 

अगर आप बड़ी मात्रा में राइस मिल का व्यापार शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए आपको 30,00,000 से ₹40,00,000 लग सकते हैं। इस व्यापार के लिए आपको अच्छा खासा बडे मात्रा में जमीन लगेंगे।  जिसमें आप अपने राइस मिल के लिए मशीनों को स्थापित करेंगे।

इन मशीनों का उपयोग करने के लिए होने वाली  बिजली का खपत का इंतजाम आपको खुद से करना होगा। मेरे कहने का मतलब है आपको अपना खुद का electric transformer लगवाना होगा। राइस मिल के मशीनों का सही तरीके से संचालन के लिए एवं देखरेख के लिए आपको शिक्षित व्यक्ति की आवश्यकता होगी जिसका खर्चा आपको उठाना होगा।

राइस मिल का बिजनेस में आपकी आमदनी कितनी होगी? 

अगर आप ₹500000 से ₹600000 के साथ निवेश कर बारको करते हैं तो आपकी आमदनी ₹30000 से ₹40000 तक की होगी वहीं अगर आप अपना निवेश बढ़ाते हैं और बड़ी मात्रा में व्यापार करते हैं तो आप महीने का लाखों रुपया भी कमा सकते हैं।

अगर आप ज्यादा प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो आप जब-जब धान की कीमत कम हो तभी किसानों से कम कीमत में धान को खरीद कर रख ले अपने गोदाम में। जब चावल की कीमत बढ़ जाए तब आप इसे बाजारों में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।

राइस मिल का व्यापार करने के लिए आपको कुछ जरूरी लाइसेंस बनवाने होंगे

आइए जानते हैं वह कौन कौन से हैं? किसी भी चीज का व्यापार करना चाहते हैं तो आपके लिए लाइसेंस बनवाना आवश्यक हो जाता है। आप खाद्य पदार्थ से संबंधित बिजनेस करना चाहते हैं तो यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है। अपना बिजनेस शुरू करने के लिए आप को सरकार से कुछ परमिशन लेने पड़ते हैं लाइसेंस के जरिए तो आइए जानते हैं आपको कौन कौन से लाइसेंस लगेंगे।

  1. Fssai 
  2. GST registration
  3. Farm Registration
  4. NOC form pollution control board
  5. Udyog Aadhar Registration

राइस मिल के लिए लगने वाले उपकरण कौन-कौन से हैं?

चावल की मील शुरू कर रहे हैं तो आपको बड़े-बड़े मशीनों की आवश्यकता होगी। धान को किसानों से खरीद कर, इन मशीनों का प्रयोग कर धान को चावल के रूप में तैयार किया जाता है, जो कि एक लंबी प्रक्रिया है। 

आइए जानते हैं किन-किन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है धान से चावल बनाने के लिए साथ ही इन मशीनों का प्रयोग के बारे में भी हम आपको बताएंगे। 

  1. Rice cleaning machine
  2. Rice De stoner machine
  3. Hanskar machine
  4. Pedi separator machine
  5. Rice whitener
  6. Rice polishing machine
  7. Grinding machine
  8. Grain dryer
  9. Major and packaging
  10. Rice milling detection machine 

धान से चावल बनाने के लिए इन मशीनों का प्रयोग कैसे करें?

  1. Rice cleaning machine:– इस मशीन का प्रयोग धान को साफ करने के लिए किया जाता है।
  1. Rice De stoner machine:–साफ करने के बाद  राइस डी स्टोनर मशीन की सहायता से साफ किए हुए धान में मौजूद छोटे-मोटे कंकड़ पत्थर को अलग किया जाता है।
  1. Hanskar machine:– इस मशीन का उपयोग धान के छिलके को निकालने के लिए किया जाता है।
  1. Pedi separator machine धान के छिलके निकालने के बाद इस मशीन में डालकर धान से चावल को अलग किया जाता है।
  1. Rice whitener:– इस मशीन के जरिए धान से किए गए अलग चावल को ब्राउन राइस की परत और रोगाणुओं के हिस्से को अलग किया जाता है।
  1.  Rice polishing machine:– इस मशीन का प्रयोग चावल की पॉलिशिंग गेम लिए किया जाता है।
  1. Grinding machine:– पॉलिश किए हुए चावल को इस मशीन में डालकर चावल के छोटे एवं बड़े टुकड़ों को अलग अलग किया जाता है। 
  1. Grain dryer:– ग्रीन ड्रायर मशीन की सहायता से अलग किए हुए चावलों को अच्छे से सुखाया जाता है ताकि इनकी self life बनी रहे। लंबे समय तक खराब ना हो।
  1. Major and packaging:– इस मशीन की सहायता से तैयार किए गए चावलों को नापा एवं तोला  जाता है। फिर उसके बाद उसकी पैकेजिंग की जाती है अब यह बाजारों में बिकने के लिए तैयार है।

राइस मिल के लिए सही जगह का चयन

Rice manufacture plant लगाने के लिए सही जगह का चयन करना इस व्यापार के लिए अति आवश्यक है। कच्चे माल का संचय के लिए एक स्थान की जरूरत होगी ,मशीनों को स्थापित करने के लिए बड़े स्थान की जरूरत होगी साथ ही  जब आप चावल तैयार करेंगे तब उसके भंडार के लिए जगह की आवश्यकता होगी। इन सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस प्लांट के लिए आपको कम से कम 2000 से 3000 वर्ग फुट के जमीन की आवश्यकता होगी। 

निष्कर्ष

हेलो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको चावल कि मिल के व्यापार से जुड़ी पूरी जानकारी दी है। आप इस बिजनेस को करना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को एक बार जरूर पढ़ें ध्यान पूर्वक क्योंकि यहां आपको सब कुछ विस्तारपूर्वक समझाया गया है उम्मीद करते हैं हमारा आज आर्टिकल आपको पसंद आया होगा।

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Ahmed Ruhul Amin

हिंदी भाषा के माध्यम से सरकारी योजना, परीक्षा, नौकरी, तकनीक और ट्रेंडिंग जानकारी लिखना मुझे बहुत पसंद है.

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