जिन लोगों को गणित बहुत पसंद होता है उन्हें भौतिक शास्त्र पढ़ना भी बहुत पसंद होता है. अगर आपको नहीं मालूम कि भौतिक शास्त्र यानी कि फिजिक्स क्या है (What is physics in hindi) और इसका क्या महत्व है तो आपको इस विषय के बारे में जरूर जानना चाहिए. क्योंकि यह विज्ञान के अंतर्गत आने वाला एक बहुत ही प्रमुख विषय हैं. इस पोस्ट में हम यह भी जानेंगे की फिजिक्स का इतिहास क्या है और इसकी परिभाषा क्या है (Definition of physics in hindi).
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को विज्ञान में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी तीनों एक साथ पढ़ाया जाता है. लेकिन दसवीं क्लास पास करने के बाद में 11वीं से सभी विषयों को अलग अलग से पढ़ाया जाता है और इनकी परीक्षा भी अलग ही ली जाती है. मान लीजिए अगर किसी बच्चे ने 10+2 के लिए साइंस पढ़ने का निर्णय लिया है तो उसे फिजिक्स केमिस्ट्री पढ़ना अनिवार्य होता है. इन विषयों के अलावा मैथमेटिक्स और बायोलॉजी में से कोई एक का चुनाव कर सकते हैं या फिर दोनों विषयों को पढ़ सकते हैं. किसी भी क्वांटिटी के कैलकुलेशन के लिए गणित का होना जरूरी है लेकिन जो घटनाएं हमारी जिंदगी में आसपास होती रहती हैं उसे भौतिकी के अंतर्गत लिया जाता है.
आपने अंतरिक्ष संस्थान नासा और इसरो के बारे में जरूर सुना होगा जो हर साल कुछ ना कुछ नया मिशन करते हैं और पृथ्वी के बाहर अंतरिक्ष में रिसर्च करने के लिए स्पेसक्राफ्ट, सेटेलाइट इत्यादि भेजते हैं. इन सभी मिशन में फिजिक्स बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अगर इंसान को फिजिक्स का ज्ञान ना होता तो आज हम हवाई जहाज में उड़ नहीं पाते, ना तो बिजली बन सकती और ना ही गाड़ियां चला पाते. आप बस इतना समझ लीजिए कि जिस तरह गणित हर जगह होता है उसी तरह जितनी भी काम होते हैं उन सभी में फिजिक्स छुपा हुआ होता है. ऐसी अनगिनत चीजें हैं जिसका पता हम इस के जरिए लगाते हैं और हम जानते भी नहीं कि आखिर ये क्यों होता है. भले ही हम बहुत सारी चीजों से अनजान होते हैं लेकिन वास्तविकता में वहां पर फिजिक्स काम कर रहा होता है. अब जान लेते हैं आखिर यह फिजिक्स क्या होता है (What is Physics in Hindi).
फिजिक्स क्या है – What is physics in hindi
फिजिक्स विज्ञान की वह शाखा है जिसमें सामान्य तौर पर यूनिवर्स में हो रहे प्राकृतिक घटनाओं का विश्लेषण किया जाता है और इन घटनाओं को समझा जाता है. भौतिक विज्ञान यानी फिजिक्स पदार्थ और उर्जा का अध्ययन करने वाला विज्ञान है और यह बहुत ही पुराना और फैला हुआ स्टडी का क्षेत्र है. अधिकतर लोग फिजिक्स शब्द सुनते हैं और डर जाते हैं. लेकिन यह सिर्फ रॉकेट वैज्ञानिकों के लिए नहीं है. वास्तव में हर कोई इस से घिरे हुए होते हैं. भले ही आप इसे महसूस ना करते हो आप हर दिन इस का उपयोग करते हैं.
जब आप भौतिकी के बारे में सोचते हैं तो एक बात समझ में आती है कि इसके कई साइंटिफिक नियम है जो कि बार-बार टेस्ट की गई है और कंफर्म किया गया है और इन स्टेटमेंट का डिस्क्राइब करने के लिए फिनोमेना बनाए गए हैं. फिजिकल फिनोमिना रियालिटी में भौतिकी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसके विज्ञानी इन नियमों को बनाने और हमारे यूनिवर्स के काम करने के तरीके के बारे में बताते हुए कभी-कभी एक्सपेरिमेंट को दोहराते हैं. इन कानूनों जैसे गुरुत्वाकर्षण और न्यूटन के गति के नियम इतना अच्छी तरह से टेस्ट किया जाता है की उन्हें सत्य के रूप में स्वीकार किया जाता है और उनका उपयोग हमें यह भविष्यवाणी करने में मदद करने के लिए किया जा सकता है कि अन्य चीजें कैसे बिहेव करेंगे.
फिजिक यूनिवर्स में प्राकृतिक घटनाओं की एक्सप्लेनेशन हमें बताता है इसीलिए इसे अक्सर सबसे यूनिक विज्ञान माना जाता है. यह दूसरे सभी विज्ञानों के लिए एक आधार बना कर देता है यानी के भौतिकी के बिना जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान या कुछ और नहीं कर सकते.
भौतिकी की परिभाषा – Definition of physics in hindi
फिजिक्स विज्ञान की वह शाखा है जिसमें पदार्थ और उर्जा के प्रकृति और गुणों के बारे में अध्ययन किया जाता है. भौतिक विज्ञान में पदार्थ के रूप में मैकेनिक्स, गर्मी, लाइट, रेडिएशन, साउंड, बिजली, मैग्नेटिज्म और परमाणु की संरचना शामिल है.
Physics is the branch of science in which the nature and properties of matter and energy are studied. Physics includes the mechanics, heat, light, radiation, sound, electricity, magnetism and the structure of an atom.
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विज्ञान का जनक – Father of Physics
क्या आप जानते हैं कि विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है. नहीं मालूम चलिए मैं आपको बता देता हूं. आपने इस शख्स का नाम हमेशा सुना होगा अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) यह वही इंसान है जिन्होंने विज्ञान का पर्दा उठाया और आज भी उनके नियमों को फॉलो किया जाता है.
भौतिक शास्त्र की शाखाएं – Branches of Physics in hindi
जैसे-जैसे विज्ञान विकसित होता गया वैसे ही इसमें नए-नए ब्रांचेस भी विकसित हुए.
Classical physics:
विज्ञान की वह शाखा जिसमें सर आइज़क न्यूटन और जेम्स क्लार्क मैक्सवेल के Law of Motion और ग्रेविटेशन के बारे में बताया गया है . इस शाखा में मुख्य रूप से पदार्थ और ऊर्जा के नियमों के बारे में पढ़ने को मिलता है. अक्सर भौतिकी जो 1900 से पहले की तारीख में है उसे क्लासिकल फिजिक्स के रूप में जाना जाता है. और उसके बाद कि इसको आधुनिक फिजिक्स के नाम से जाना जाता है.
क्लासिकल फिजिक्स में एनर्जी और पदार्थ को अलग-अलग क्वांटिटी के रूप में जाना जाता है. एकॉस्टिक, ऑप्टिक्स, क्लासिकल मैकेनिक्स, और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक ट्रेडिशनल के अंतर्गत ट्रेडिशनल ब्रांच है. इसके अलावा जो भी इसके सिद्धांत को Null माना जाता है वह खुद-ब-खुद क्लासिकल के अंतर्गत करार कर दिया जाता है. न्यूटन के नियम क्लासिकल भौतिकी के सबसे मुख्य फीचर में से एक हैं.
Modern physics
मॉडर्न फिजिक्स भौतिकी की वह शाखा है कि मुख्य रूप से थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी और क्वांटम मैकेनिक्स से संबंधित है. अल्बर्ट आइंस्टीन और Max Plank मॉडर्न फिजिक्स के पायोनियर थे. क्योंकि यही लोग पहले साइंटिस्ट थे जिन्होंने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी और क्वांटम मेकैनिक्स रिस्पेक्टिवली दुनिया के सामने लेकर आए.
मॉडर्न फिजिक्स में ऊर्जा और पदार्थ को अलग-अलग एनटीटी नहीं माना जाता है. बल्कि इन्हें एक-दूसरे का अलग अलग रूप माना जाता है.
Nuclear physics
Nuclear physics विज्ञान की ऐसी शाखा है जो परमाणु नाभिक के घटको, संरचना, बिहेवियर और अंतर क्रियाओं से संबंधित है. फिजिक्स की इस शाखा को परमाणु यानी के एटॉमिक फिजिक्स के साथ कंफ्यूज नहीं करना है. जिसमें परमाणु को अपने इलेक्ट्रॉनों सहित पूरा अध्ययन किया जाता है.
माइक्रोसॉफ्ट इनकार्टा एंक्लोपीडिया के अनुसार, न्यूक्लियर विज्ञान इस प्रकार परिभाषित किया गया है.
” भौतिकी की वह शाखा जिसमें परमाणु नाभिक की स्ट्रक्चर, कोर्सेज और बिहेवियर का स्टडी किया जाता है.”
मॉडर्न एज में न्यूक्लियर फिजिक्स बहुत ही वाइड एरिया हो चुका है और इसमें काफी स्कोप भी बन चुके हैं और इसका इस्तेमाल भी कई क्षेत्रों में किया जा रहा है. इसका उपयोग पावर जेनरेशन, न्यूक्लियर वेपन, मेडिसिन, मैग्नेटिक रेजोनेंस, इमेजिंग, इंडस्ट्री, एग्रीकल्चरल आइसोटोप के लिए भी उपयोग किया जा रहा है.
Mechanics
मैकेनिकल फिजिक्स एक ऐसी शाखा है जो बलों के प्रभाव में वस्तुओं की गति से संबंधित है. अक्सर सिर्फ इसे मैकेनिक्स के नाम से ही जाना जाता है इसके अंदर भी दो शाखाएं हैं.
- क्लासिकल मैकेनिक्स
- क्वांटम मैकेनिक
क्लासिकल मैकेनिक्स वस्तुओं की गति और गति का कारण बनने वाली ताकतों से संबंधित है जबकि क्वांटम फिजिक्स वह शाखा है जो सबसे छोटे कणों यानी इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के व्यवहार से संबंधित है.
Acoustics
शब्द “acoustics” ग्रीक शब्द akouen से लिया गया है, जिसका अर्थ है “सुनने के लिए.”
इसलिए, हम acoustics को इस की एक शाखा के रूप में परिभाषित कर सकते हैं जो अध्ययन करती है कि ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है, संचारित होती है, प्राप्त होती है और नियंत्रित होती है. Acoustic भी विभिन्न माध्यमों (यानी गैस, तरल और ठोस) में ध्वनियों के प्रभाव से संबंधित है.
Atomic physics
एटॉमिक एक ऐसी शाखा है जो परमाणु की संरचना से संबंधित है. यह मुख्य रूप से नाभिक के आसपास के गोले में इलेक्ट्रॉनों की व्यवस्था और व्यवहार से संबंधित है. इस प्रकार एटॉमिक विज्ञान ज्यादातर इलेक्ट्रॉनों, आईएलओ और न्यूट्रल एटम की जांच करती है.
एटॉमिक फिजिक्स की दिशा में शुरुआती चरणों में यह एक पहचान रहा था कि सभी पदार्थ परमाणुओं से मिलकर बने हैं. एटॉमिक के सहित शुरुआत स्पेक्ट्रेल लाइंस की खोज और उन्हें समझने के प्रयास से पहचाना जाता है. इससे यह समझने में आसानी हुई है कि परमाणु की संरचना कैसी है और वह कैसे व्यवहार करते हैं.
Geophysics
जियोफिजिक्स एक ऐसी शाखा है जिसमें पृथ्वी के बारे में अध्ययन होता है. यह मुख्य रूप से पृथ्वी की संरचना, आकृति से संबंधित है लेकिन जियोफिजिसिस्ट ग्रेविटेशनल फोर्स और भूकंप मैग्मा इत्यादि के बारे में भी अध्ययन करते हैं.
जियोफिजिक्स को19वीं शताब्दी से अलग डिसिप्लिन के रूप में मान्यता दी गई थी लेकिन इसकी शुरुआत तब से मानी जाती है जब से मैग्नेटिक कंपास बना था.
Biophysics
माइक्रोसॉफ्ट इनकार्टा एंक्लोपीडिया के अनुसार, बायोफिजिक्स को इस प्रकार परिभाषित किया गया है, ” भौतिकी के सिद्धांतों और तकनीकों का उपयोग करके जैविक घटना और समस्याओं का अंत विषय अध्ययन बायोफिजिक्स कहलाता है. इस से प्राप्त तकनीकों का उपयोग करके जीवो की जैविक समस्याओं और जीवो में अणुओं की संरचना का अध्ययन करता है. बायोफिजिक्स सबसे जमीनी उपलब्धियों में से एक जेम्स वाटसन और फ्रांसीसी क्रिक द्वारा डीएनए की संरचना की खोजें.
Thermodynamics
थर्मोडायनेमिक्स फिजिक्स का एक ऐसा ब्रांच है जिसमें हिट और टेंपरेचर और उनके एनर्जी और वर्क से रिलेशन के बारे में स्टडी करते हैं. इन पॉइंट्स का बिहेवियर थर्मोडायनेमिक्स के 4 नियमों के द्वारा कंट्रोल किया जाता है.
थर्मोडायनेमिक्स के क्षेत्र को निकोलस लियोनार्ड के काम से विकसित किया गया था जो मानते थे कि इंजन एफिशिएंसी वह concept थी जो फ्रांस को नेपोलियन युद्ध को जीतने में मदद कर सकती थी. स्कॉटिश फिजिसिस्ट लॉर्ड केल्विन थर्मोडायनेमिक्स की परिभाषा के साथ आने वाले पहले व्यक्ति थे.
Astrophysics
Astrophysics शब्द दो लैटिन शब्दों से मिलकर बना हुआ है. Astro का अर्थ होता है Star (स्टार) phi और phisis इसका अर्थ होता है प्रकृति.
इस प्रकार एस्ट्रोफिजिक्स को खगोल विज्ञान की एक शाखा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो इस के नियमों का उपयोग करके ब्रह्मांड यानी सितारों, आकाशगंगा और ग्रहों के अध्ययन से संबंधित है.
Optics
ऑप्टिक्स विज्ञान की एक शाखा है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन(जैसे लाइट और इंफ्रारेड रेडिएशन) इसके पदार्थों के साथ इंटरेक्शन और इंस्ट्रूमेंट जिनका इस्तेमाल इंटरेक्शन के द्वारा जानकारी प्राप्त करना होता है के बारे में स्टडी की जाती है.
फिजिक्स का इतिहास- History of Physics in Hindi
Thales दुनिया के पहले भौतिक वैज्ञानिक थे और उनके सिद्धांतों ने वास्तव में डिसिप्लिन को अपना नाम दिया. उनका मानना था कि दुनिया कई चीजों से मिलकर बनी हुई है. जबकि वास्तविकता में यह सिर्फ पानी का बना हुआ है जिसे प्राचीन ग्रीक में Physis भी कहा जाता था.
जब मटेरियल के सॉलि़ड लिक्विड और गैस फेस के साथ में पानी इंटरेक्ट करता है तो इससे अलग अलग प्रॉपर्टी बनते हैं. यह नेचुरल इंसिडेंट को साइंस की घटना के रूप में व्याख्या करते हैं.
Anaximander अपने प्रो टेबल डिशनरी थ्योरी के लिए प्रसिद्ध है,थेल्स के विचारों को विवादित किया और उन्होंने यह बताया कि पानी के बजाय एपीरोन नामक पदार्थ बिल्डिंग ब्लॉक से पूरा यूनिवर्स बना हुआ है. आजकल के साइंटिफिक रिसर्च से हम कह सकते हैं कि यह एक तरह से सेम ही आईडिया था जैसा कि आप हाइड्रोजन हमारे ब्रह्मांड में सभी पदार्थों के बनने में बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में है.
Heraclitus (लगभग 500BC) ने प्रस्तावित किया ब्रह्मांड को नियंत्रित करने वाला सिर्फ एक नियम है जो कि प्रिंसिपल ऑफ चेंज के नाम से हम जानते हैं. इसके अनुसार कोई भी चीज हमेशा एक जैसी नहीं होती है. इस ऑब्जरवेशन की वजह से वह उस समय के विज्ञान के महानतम विद्वानों में से बन गए जोकि रोल ऑफ टाइम इन यूनिवर्स इस के इतिहास में यह सबसे महत्वपूर्ण कंसेप्ट था.
आर्कमिडीज हम उनके eureka moment की वजह से जानते हैं जिन्होंने डेंसिटी और उछाल के प्रिंसिपल की खोज की और वह भी जब वह नहाने का आनंद उठा रहे थे. लेकिन इस के इतिहास में उनका योगदान बहुत गहरा था. उनकी प्राचीन भौतिकी उनके आविष्कार के गिफ्ट के साथ नजदीकी से जुड़ी हुई थी क्योंकि उन्होंने मैथमेटिक्स आर्टिकल प्रिंसिपल का उपयोग करने के लिए किया था जो आज भी सामान्य है.
आर्कमिडीज ने लीवर के अंडर लाइंग मैथमेटिक्स का कैलकुलेशन किया और बड़े चीजों को कम फोर्स लगा के उसको एक जगह से दूसरे जगह हटाने के नियम का विकास किया. जब उन्होंने किसी नए उपकरण का आविष्कार नहीं किया तो उन्होंने उन पर सुधार किया और उन सिद्धांतों को निर्धारित किया जिन्होंने सोफिस्टिकेटेड मशीनों के निर्माण की अनुमति दी. उन्होंने प्रिंसिपल ऑफ विलियम स्टेट और सेंटर आफ ग्रेविटी आईडियाज के नियम विकसित किए जिससे इस्लामिक विद्वान, गैलीलियो और न्यूटन भी प्रभावित हुए.
आखिरी, और प्राचीन फिजिसिस्ट में से एक सबसे प्रसिद्ध, टॉलेमी था. यह इस के विज्ञानी और खगोलशास्त्री रोमन साम्राज्य के समय के प्रमुख दिमागों में से एक था. उन्होंने कई ग्रंथ और किताबें लिखीं, जिनमें पहले के यूनानी दिमाग के काम शामिल थे, जिनमें हिप्पार्कस भी शामिल था, और उन्होंने कुछ sophisticated calculations की गणना करके आकाश की गति को भी निर्धारित किया.
प्राचीन विज्ञान में उनका काम और नाम पूरी दुनिया में फैला था जिसके माध्यम से यूनानियों का ज्ञान मध्ययुगीन काल के महान इस्लामी विद्वानों को दिया गया था.
निश्चित रूप से, प्राचीन यूनानियों के योगदान ने इस के इतिहास के कोर्स को डायरेक्शन दिया, ब्रह्मांड को रेखांकित करने वाले गणित को रिफाइन किया और धर्मशास्त्र और विज्ञान के डिफरेंस को शुरू किया. प्राचीन विज्ञानं के इस विषय के बारे में उनका ज्ञान यूरोप में जल्द ही भुला दिया जाएगा क्योंकि विज्ञान और खासकर इस विषय के स्टडी इस्लामिक सदनों और चीन और भारत के महान दिमागों में फैल चुका है.
फिजिक्स का महत्व – Importance of Physics in hindi
जैसा कि हम पहले जान चुके हैं कि ये विषय विज्ञान की वह शाखा है जिसमें पदार्थ और उर्जा के बारे में अध्ययन करते हैं साथ ही उनके इंटरेक्शन के बारे में अभी पढ़ते हैं. यह मनुष्य जाति के जीवन में काफी महत्व रखता है.
- फिजिक्स एक ऐसा विषय है जो लोगों को काफी प्रेरित करता है इससे प्रकृति को समझने और उसके बारे में जानकारी हासिल करने के लिए लोगों को उत्साहित करता है.
- विज्ञान के ऐसे शाखा है जिसमें फंडामेंटल नॉलेज भविष्य के टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं.
- इसी शाखा की वजह से आज हम रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजने के काबिल हो सके हैं और हवाई जहाज में हर दिन अनगिनत लोग एक जगह से दूसरे लोग बस कुछ घंटे में ही चले जाते हैं
- आज हम दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में ऊंची – ऊंची इमारतों को बनते हुए देखते हैं जिसमें इस विज्ञान के नियम को हम नकार नहीं सकते हैं. क्योंकि ऊंची इमारतों को प्रकृति से आने वाले विपदाओं से बचाने के लिए इस के नियमों का पालन करते हुए बिल्ड किया जाता है. यानी कि तूफान, भूकंप इत्यादि के आने पर ऊंची इमारतें किस तरह से सुरक्षित हो सकती हैं इसके लिए इसी विज्ञान का ही सहारा लिया जाता है.
- रसायन विज्ञान, इंजीनियरों, कंप्यूटर वैज्ञानिकों कि शिक्षा के साथ साथ बायोमेडिकल और इस विज्ञान के चिकित्सकों के लिए ये विषय एक महत्वपूर्ण तत्व है.
- इस विज्ञान के सहारे हमारी जिंदगी में काफी सुधार हुआ है. इसका इस्तेमाल मेडिकल एप्लीकेशन, जैसे अल्ट्रासोनिक, लेजर सर्जरी इत्यादि में क्या जाता है.
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संक्षेप में
विज्ञान का हमारे जीवन में क्या महत्व है यह लगभग हर कोई जानता है लेकिन जिसे यह नहीं मालूम कि फिजिक्स क्या है (What is physics in Hindi) उन्हें भी इस पोस्ट के जरिए अब अच्छे से समझ में आ ही गया होगा कि इस विज्ञान की शाखा का हमारी जिंदगी में क्या महत्व है. जो लोग पढ़े लिखे होते हैं उन्हें इस शाखा के बारे में बहुत अच्छी तरीके से मालूम होता है लेकिन जो लोग इससे अनजान है, इसके बारे में बिल्कुल किसी तरह का ज्ञान नहीं रखते वह भी हर वक्त इसी विज्ञान का इस्तेमाल करते हैं.
इस पोस्ट के जरिए हमने आपको यह भी बताया कि इसका इतिहास क्या है और साथ ही साथ हमने यहां पर यह भी बताया कि इसकी परिभाषा क्या है (Definition of physics in Hindi). यह विज्ञान की एक शाखा है लेकिन इसके अंतर्गत भी कई तरह की शाखाएं हैं इसीलिए हमने आपको इस विज्ञान की शाखाओं के बारे में भी यहां पर विस्तार से बताया है. दुनिया कितनी भी बदल जाए, ये विज्ञान अपना काम करता रहता है. हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर अच्छी लगी होगी. अगर आपको यह पोस्ट हेल्पफुल लगी हो तो इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अधिक से अधिक शेयर करें.
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