क्या आप भी यह सोच कर परेशान है कि अपनी पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें (How to develop personality in Hindi). जब हम छोटे होते हैं तो उस वक्त इन बातों का जरा भी ध्यान नहीं देते हैं कि पर्सनालिटी क्या होती है. लेकिन जब हम एक उम्र में पहुंचते हैं तो उस वक्त अपने पर्सनालिटी को लेकर चिंता करने लगते हैं. वही शुरुआती दिनों में जब हम स्टूडेंट होते हैं तो उस वक्त अपने पर्सनालिटी को लेकर कोई टेंशन लेकर नहीं रखते. अगर आप एक स्कूल के स्टूडेंट हैं और अभी से चाहते हैं कि आपकी पर्सनालिटी सबसे बेहतर लगे तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको 10 बेस्ट पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स इन हिंदी बताने वाले हैं. अगर आप इन टिप्स को फॉलो करते हैं तो भले ही वह लड़का हो या लड़की आपकी पर्सनालिटी सबसे बेहतर होगी.
हमारा देश भारत गांव का देश है और अधिकतर लोग गांव से ही जुड़े होते हैं. इसी वजह से रहन-सहन जो होता है वह शहरी दुनिया से बिलकुल अलग होता है और हम भी उसी के अनुरूप ढले हुए होते हैं. वैसे तो हर इंसान की क्वालिटी एक दूसरे से अलग ही होती है और सब का अपना एक अलग ही व्यक्तित्व होता है. फिर भी जब इंसान कॉर्पोरेट दुनिया में पहुंचता है तो उसे अपनी पर्सनालिटी को उसके अनुरूप बनाना पड़ता है.
आज के समय में सभी चाहते हैं कि वह अंग्रेजी में बातचीत करें और सभी को इंप्रेस कर सकें. उसी दौरान यह भी सुनने को मिलता है कि पर्सनालिटी डेवलपमेंट नाम की भी कोई चीज होती है. पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्या है इसके बारे में हमने पहले एक पोस्ट पूरी डिटेल के साथ लिख चुके हैं जिससे आप यहां से पढ़ सकते हैं. जब आप जान जाएंगे कि व्यक्तित्व विकास कितना महत्वपूर्ण है तो आप भी इसे जरूर सीखना चाहेंगे. इसलिए आज के पोस्ट में हमने पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए बेहतरीन 10 बेस्ट पर्सनैलिटी डेवलपमेंट इन हिंदी में लेकर आए हैं. बेहतर तरीके से अपने जीवन में लागू कर सकेंगे और अपने भविष्य को सुधार सकेंगे तो चलिए जानते हैं पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें (How to develop personality in Hindi).
पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें – How to develop personality in hindi
पर्सनालिटी डेवलपमेंट का यह मतलब नहीं है कि आप सुंदर और आकर्षक दिखते हैं बल्कि यह मतलब है कि आप लोगों के सामने अपने आप को कैसे प्रजेंट करते हैं. अगर सही तरीके से पर्सनालिटी डेवलपमेंट को समझते हैं तो फिर आप सबसे स्मार्ट लगेंगे और अपनी अलग ही छाप छोड़ सकेंगे. आपकी सोच कैसी है, आपका बॉडी लैंग्वेज कैसा है, और आप किस तरीके से बात करते हैं यह सभी बातें पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के अंतर्गत ही आते हैं. वैसे तो पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए कई कोर्स कराए जाते हैं जिसमें लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाती है. जब आप किसी इंटरव्यू के लिए बैठते हैं तो उसमें आपकी पर्सनालिटी को पूरी तरह से परखा जाता है. आपसे बातचीत करके जाना जाता है कि आपकी सोच क्या है, आप इंटरव्यू देते वक्त किस तरह की हरकतें करते हैं, और आपका बात करने का तरीका क्या है. इसी के आधार पर आपका सिलेक्शन किया जाता है.
अब यहां सवाल यह उठता है कि पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे किया जाए? व्यक्तित्व के विकास में क्या मदद कर सकता है. अगर आसान शब्दों में कहें तो पर्सनालिटी डेवलपमेंट अपने कुछ लक्षणों और गुणों को बेहतर बनाने के लिए एक पहल है जो आपके पूरे प्रणाली को बदलने में योगदान देता है. कोई फर्क नहीं पड़ता है कि अभी आपकी उम्र क्या है सुधार के लिए हमेशा ही चांस होता है. एक अच्छी पर्सनालिटी होने से आपकी प्रोफेशनल और सोशल लाइफ और भी बेहतर हो सकती है. तो जान लेते हैं व्यक्तित्व विकास के लिए महत्वपूर्ण क्या है.
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10 बेस्ट पर पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स इन हिंदी
इंसान को कभी भी यह नहीं समझना चाहिए कि वह किसी से कम है. अगर इंसान पक्का इरादा कर ले तो कुछ भी बदल सकता है फिर पर्सनालिटी क्या चीज है. हम यहां पर पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करते हैं इसके लिए 10 बेहतरीन टिप्स लेकर आए हैं जो यकीनन आप के लिए व्यक्तित्व विकास में काफी फायदेमंद साबित होंगे.
ड्रेसिंग स्टाइल बेहतर बनाएं
हमेशा इस बात का ध्यान दे की आप किस जगह पर जा रहे हैं और वहां की सोसाइटी कहती है उसके अनुसार ही अपनी ड्रेसिंग स्टाइल रखें. अगर आपने गांधीजी की कहानी पढ़ी होगी तो उसमें यह भी वाक्य सुना होगा कि एक बार गांधीजी किसी पार्टी में गए थे तो वह धोती कुर्ता पहन कर गए. इस वजह से उन्हें पार्टी से बाहर निकल गया लेकिन फिर जो सूट पैंट पहन कर गए तो उन्हें किसी ने न तो रोका ना ही टोका.
इस कहानी से हमें यही पता चलता है कि आजकल की सोसाइटी में ड्रेसिंग का कितना महत्व है. अपने ट्रेसिंग कोड के बारे में तो जरूर ही सुना होगा. हर जगह एक ही ड्रेस पहन कर हम नहीं जा सकते हैं. जब हमे पार्टी में जाना होता है तो उसी के अनुसार हम पार्टी के ड्रेसेस अलग रखते हैं. ऑफिस जाना होता है तो ऑफिस के लिए ड्रेस अलग रखते हैं. छुट्टियों में जाना होता है तो छुट्टियों के लिए अलग तरह के ड्रेस का इस्तेमाल करते हैं. इससे हमें यही समझ में आता है कि ड्रेस कोड बहुत मायने रखता है और यह किसी इंसान की शख्सियत को यानी के व्यक्तित्व को दूसरों के सामने रखता है.
ऐसा कभी ना करें कि कोई भी ड्रेस कहीं भी पहन कर चले जाएंगे. इससे लोगों के दिल में आपके लिए एक नेगेटिविटी पैदा होगी और उन्हें लगेगा कि इस इंसान की ड्रेसिंग स्टाइल सही नहीं है.
हर इंसान यूनिक होता है
यह हमेशा ध्यान रखें कि हर इंसान एक दूसरे से अलग है और उनके अंदर के गुण और व्यक्तित्व भी अलग ही होते हैं. अगर आप अपनी तुलना किसी दूसरे इंसान के गुणों से करते हैं तो फिर यह आपके लिए एक टेंशन वाली बात हो जाती है. अब कभी भी अपनी तुलना किसी दूसरे इंसान से ना करें. जो इंसान खुद का कंपटीशन खुद से करता है वही आगे बढ़ता है. यानी कि हम अपने आप को एक पैरामीटर मान लेते हैं और हर दिन पिछले दिन से बेहतर बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं.
इसका मैं आपको एक उदाहरण देकर बताता हूं अगर आप आज से 5 साल पहले कि अपनी फोटो देखे तो आपको अपने शरीर और चेहरे में काफी बदलाव दिखेगा. हो सकता है उस वक्त आप फिट ना हो आपकी वजन ज्यादा हो लेकिन आज आप काफी फिट लग रहे होंगे. या फिर आप पहले फिट होंगे और अभी आप हेविवेट हो गए तो यह आपको खुद से कंपैरिजन करने के बारे में बताता है जिसे आप देखकर समझ सकते हैं कि आप में सुधार हुआ है या फिर आप पीछे गए हैं.
दुनिया में कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है लेकिन वह अपनी पर्सनालिटी तो पहले से बेहतर बना सकता है. जो सामान्य तौर पर लोगों के साथ में बिहेवियर होता है वैसा ही बिहेवियर दूसरों के साथ रखें. सबसे हंस कर बात करें इससे लोग आपके लिए पॉजिटिव थिंकिंग रखेंगे. अपने गुणों को और निखारने की कोशिश करें बजाय इसके कि दूसरों पर क्वालिटीज को देखकर आप डाउन हो जाए.
सोशल स्किल सीखे
सिर्फ अच्छी सूरत होने से आप अपनी जिंदगी में कामयाब नहीं हो सकते हैं. इसकी बजाय आप अपने सोशल स्किल को सुधारने की कोशिश करें. अब जितना अधिक सामाजिक तौर पर लोगों के साथ इंटरेक्ट करेंगे और उनके साथ बातचीत करेंगे उनके साथ अच्छी रिलेशनशिप रखेंगे आप अपने लिए उतना बेहतर महसूस करेंगे.
जब आप किसी से बात कर रहे हो तो उनके साथ हमेशा पॉजिटिव जेस्टर रखने की कोशिश करें यानी कि जब भी आप किसी से बात करें तो अपनी बॉडी लैंग्वेज बेहतर रखने की कोशिश करें. ऐसा नहीं कि आप बात अच्छी कर रहे हो लेकिन आपका हाथ कुछ और काम कर रहा हो यह लोगों के मन में गलत भावना आपके लिए पैदा कर देता है. हमेशा इस बात का ध्यान देकर आप जब भी बात करें तो बॉडी लैंग्वेज हमेशा सही हो कभी भी कोई गलत इंडिकेशन ना दें.
सोशल इंटरेक्शन से दूर ना भागे
अगर आपको ऐसा लगता है कि आप गुड लुकिंग नहीं हैं और इस वजह से लोगों से मिलना पसंद नहीं करते हैं तो यह आपकी बहुत बड़ी गलतफहमी है. ऐसे मौके ढूंढिए जहां पर की अलग-अलग तरह लोग होते हो सोशल गैदरिंग होती हो, और लोगों के साथ खुलकर बातचीत करने की कोशिश करें. अब जितनी अधिक लोगों के से बातचीत करने की कोशिश करेंगे आपको अपने लिए उतना अच्छा महसूस होगा. पर्सनालिटी डेवलपमेंट के अंतर्गत यह काफी महत्वपूर्ण टिप्स है इसे जरूर फॉलो करने की कोशिश करें.
ऐसा देखा जाता है कि बहुत से लोग इंट्रोवर्ट होते हैं यानी कि जो कम बातचीत करते हैं. ऐसे लोग भीड़भाड़ वाले एरिया को तो पसंद नहीं करते हैं साथ ही जहां पर एक ग्रुप हो और किसी बारे में बातचीत हो रही हो वैसी जगह में भी जाना पसंद नहीं करते हैं. इसकी वजह से वह सोशल एक्टिविटीज से काफी कटे हुए रहते हैं और अपने आप को अकेला महसूस करते हैं. दूसरे लोग भी उनके लिए नेगेटिव थिंकिंग रखते हैं कि है इंसान किसी के साथ घूलता मिलता नहीं है.
इसीलिए अपने पर्सनैलिटी को बदलना है तो आपको थोड़ा सा सोशल तो जरूर होना पड़ेगा. इसके लिए आप एक दोस्त से शुरुआत कर सकते हैं उसके बाद और भी दोस्त बना सकते हैं. आप ऐसा भी कर सकते हैं कि सबसे पहले कुछ लोगों को अपने घर में पार्टी करने के लिए बुलाए. इससे आपको नए लोगों से दोस्ती करने का मौका मिलेगा और एक अच्छा सोशल ग्रुप भी बन जाएगा.
अपने पॉजिटिविटी को पहचाने
जब किसी भी एक इंसान के पास में कुछ लिमिटेशंस होती हैं तो उनके पास पॉजिटिविटी भी होती है. यह ऐसे सकारात्मक चीजें हैं जो आपकी लाइफ में बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए आपको इन पर कंसंट्रेट करना चाहिए. अपने स्टूडेंट को पहचाने, उनको स्वीकार करें और उनके साथ काम करें. यह आपको मुसीबत भरे वक्त में भी काम आएंगे और आपको मुसीबतों से बाहर निकाल कर लाएंगे. पॉजिटिविटी आपको जिंदगी भर आपके व्यक्तित्व को अच्छा बनाती है.
जिस भी इंसान की थिंकिंग पॉजिटिव होती है तो यह भी एक तरह की स्टैंड है. वह इंसान खुद तो कभी हारता नहीं साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी मोटिवेट करता है और उन्हें भी हार मानने से बचाता है. अगर आपके पास किसी और तरह की स्ट्रेंथ हैं तो उसे और मजबूत बनाएं जो आपके पॉजिटिव थिंकिंग को और बेहतर करेगी.
अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले
हमेशा नया सीखने की कोशिश करें. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जितना जानते हैं उसी में खुश रहने की कोशिश करते हैं उससे बाहर निकलने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं करते. लेकिन दोस्तों आज वह समय नहीं है कि आप अगर एक मिडिल क्लास फैमिली से हैं तो हमेशा उसी में लटके रहे हैं. यह बिल्कुल भी गलत है. अगर आप अपनी इसी जिंदगी से खुश हैं तो फिर आप डिवेलप नहीं कर रहे हैं. आप हमेशा अपने से हाई लेवल थिंकिंग रखें ताकि उसके लिए आप मेहनत कर सकें और वहां से ऊपर उठने की कोशिश करें.
फेल होने से ना डरे
करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान
रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान
यह काफी पुराना हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ यह होता है कि जब एक रस्सी बाहर बार किसी पत्थर पर रगड़ ती है तो उस पत्थर पर गड्ढा बना देती है, जब एक मिट्टी के घड़े को एक पत्थर के ऊपर रखने से गड्ढा हो जाता है तो फिर अगर एक इंसान मेहनत करें वह सफल क्यों नहीं हो सकता. एक बार फेल होंगे, दो बार फेल होंगे, तीन बार फेल होंगे चलिए मान लेते हैं 10 बार लेकिन एक 11वीं बार आप जरुर सफल होंगे.
कभी भी फेल होने से ना डरे. अगर आप फेल होने से डरते हैं तो फिर आप लड़ना नहीं जानते. आपने चींटी को जरूर देखा होगा जब किसी दीवार पर चढ़ती है, वह कई बार नीचे गिरती है लेकिन जब तक वह अपनी चढ़ाई पूरी नहीं कर लेती तब तक हार नहीं मानती. आप फिर भी एक इंसान है. जिस रोज आप फेल होने से डरना छोड़ देंगे ना उसी दिन आप सफल हो जाएंगे. क्योंकि प्रयास करने वाला हमेशा सफल होता है. और
इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं.
यह हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का कहना है.
अपनी उपस्थिति सब जगह बनाएं
अपने आपको बात करने के लहजे में ऐसा ब्रांड बनाकर उतारे कि लोग कहे वाह भाई वाह इस इंसान से बात करके मजा ही आ गया. जिस दिन इंसान ने आपसे बातचीत करने के बाद ये बोल दिया तो फिर आप समझ ले कि आप लोगों को आकर्षित कर सकते हैं.
कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो भीड़ में भी अकेला होते हैं. कभी भी ऐसा इंसान बनकर अपनी पहचान ना बनाएं. भीड़ में अक्सर लोग खोए हुए होते हैं लेकिन उन्हें पहचाना जाता है जिनका व्यक्तित्व सबसे बेस्ट होता है. ऐसी शख्सियत बनाएं कि अगर आप भीड़ में भी जाए तो सभी लोग आपकी तरफ तवज्जो दें. ऐसी शख्सियत या व्यक्तित्व वाले इंसान की सबसे ज्यादा कदर की जाती है.
हर जगह लीडर बनने की कोशिश करें
दोस्तों मैं मानता हूं हर कोई लीडर नहीं बन सकता है. लेकिन एक बात बता देता हूं कि अगर आप को कोई टास्क दिया जाए और अगर आपके पास उसके बारे में नॉलेज हो जाए फिर आप उसकी अथॉरिटी ले सकते हैं. या फिर आपको जो भी काम दिया जाए अगर आप उस काम को जानते हैं तो भी आप इसकी जिम्मेवारी ले सकते हैं कि अब जिसे उस टॉपिक को समझायेंगे बहुत अच्छे से समझा सकते हैं. जिस दिन आप दूसरों को समझाने में माहिर हो गए उस दिन आप लीडर बन जाएंगे.
कोई भी इंसान पहले से ट्रेनिंग लिया हुआ नहीं होता है कि वह लीडर ही बनेगा यह किसी का नेतृत्व करेगा. कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जिन्हें कुछ भी नहीं आता लेकिन उन्हें लीडर बना देने पर अपनी जिम्मेदारी समझ में आ जाती है और इसके लिए वह कड़ी मेहनत करके फिर अपने काम को अंजाम देते हैं और बेहतरीन ढंग से. आप बस अपने शब्दों को दूसरों को अच्छे से समझाने में मेहनत करे. अच्छे से अच्छे तरीके से अपनी बातों को एक्सप्रेस करने की कोशिश करें. इससे आपके सुनने वाले आपसे अट्रैक्ट होंगे.
चलिए मैं आपको एक एग्जांपल ही बता देता हूं. 2007 में जब भारत विश्व कप जो कि वेस्टइंडीज में हो रहा था हार गई थी तो कप्तानी लाइक कोई भी इंसान नहीं था. उस समय महेंद्र सिंह धोनी को T20 टीम का कप्तान बना कर वर्ल्ड कप खेलने के लिए भेज दिया गया. क्या महेंद्र सिंह धोनी बहुत बड़े कप्तान हुआ करते थे उस वक्त? नहीं ना
फिर भी उन्होंने वर्ल्ड कप में अपना हंड्रेड परसेंट दिया और सीखते सीखते भारत के सबसे बड़े कप्तान के रूप में उभर कर आए. उन्होंने 2011 में वर्ल्ड कप भी दिलाया. यह ऐसा उदाहरण है जिससे आप बार-बार सोचेंगे तो आपको हमेशा प्रेरणा मिलेगी कि कोई भी इंसान लीडर बनकर अपने रिस्पांसिबिलिटी को अगर समझ ले तो फिर उससे बेहतर लीडर और कोई नहीं हो सकता.
एफर्ट करें और कंसिस्टेंट रहे हैं
मेहनत करें, स्मार्ट तरीके से मेहनत करें और लगातार करते रहे. लोगों की असफलता का सबसे बड़ा कारण यह होता है कि वह कुछ समय के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं इसमें डाउट वाली कोई बात नहीं. लेकिन जब उन्हें कुछ रिजल्ट नहीं दिखाई देता तो फिर वह हार मान लेते हैं. या फिर 6 महीना 1 साल तक मेहनत करेंगे फिर सोचेंगे यार इससे कुछ नहीं होने वाला चलो रहने दो.
कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो बीच बीच में रेस्ट लेकर मेहनत करते हैं. यानी कि जब उन्हें मन करता है तो वह जी तोड़ मेहनत करते हैं और जब मन करता है तो फिर आराम करते हैं. इस सूरत में भी आपको यही कहूंगा कि इस स्थिति में सफलता मिलनी मुश्किल है.
आप जो भी लक्ष्य बनाएं उसके लिए टारगेट फिक्स करें मेहनत करें हर रोज करें जब तक की सफलता न मिल जाए. कंसिस्टेंसी किसी भी काम को करने में सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट है.
कभी भी Giveup ना करें
कंसिस्टेंसी के बाद एक और बात बहुत महत्वपूर्ण है वह है हार ना मानना. कुछ लोग हार नहीं मानते हैं लेकिन मेहनत करनी छोड़ देते हैं या फिर कम मेहनत करते हैं. इससे भी लोगों का गलत इंपैक्ट दूसरों के सामने पड़ता है. और इस तरह के एक व्यक्तित्व रखने वाले लोग सफल नहीं हो पाते. आप अपनी पर्सनैलिटी ऐसे बना कर रखे जो इंसान कभी हार ही ना मानता हो. भले ही कितनी परेशानी आ जाए अब उस परेशानी से लड़ने के लिए तैयार रहते हो और फेल होने से कभी ना डरते हैं.
संक्षेप में
आज के पोस्ट में अपने जाना की पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें (How to develop personality in Hindi). जो भी इंसान है ऐसा सोचता है कि उसकी सूरत अच्छी नहीं है या फिर वह गुड लुकिंग नहीं है इसीलिए वह लोगों के पास नहीं जा सकता तो यह उसकी गलत सोच है. इंसान को चेहरे से नहीं बल्कि उसके गुणों से पहचाना जाता है. सफलता चेहरा देखकर नहीं आती है बल्कि मेहनत देखकर आती है. और ऐसा भी नहीं है कि पर्सनालिटी उसी की अच्छी होती है जिसकी सूरत अच्छी होती है.
जिस इंसान का बात करने का तरीका और लोगों के साथ में बिहेवियर बहुत अच्छा हो उस इंसान को अच्छा कहा जाएगा ना की एक अच्छी सूरत रखकर बदतमीजी से बात करने वाला इंसान की. इसीलिए आज के पोस्ट में हमने आपको बेहतरीन 10 बेस्ट पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स इन हिंदी बताने की कोशिश की है जिसे अगर आप फॉलो करेंगे तो मैं आपको सुनिश्चित करता हूं कि यह आपके पर्सनालिटी को निकाल देंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी अगर यह पोस्ट आपको सच में अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक में अधिक से अधिक शेयर करें.
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