पैन कार्ड का पूरा नाम Permanent Account Number होता है. ये एक identification कार्ड होता है जिसे हर तरह के फाइनेंसियल लेन देन (transaction) के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ये एक यूनिक कार्ड है जिसमे 10 alphanumerical character होते हैं जिसे इनकम टैक्स या आयकर विभाग हमें देती है. पैन कार्ड Indian Income tax Act, 1961 के तहत लैमिनेटेड कार्ड के रूप में इशू किया जाता है.
आज के वक़्त में पैन कार्ड क्यों जरुरी है ये तो हर कोई जानता ही है. हर जगह इस का इस्तेमाल होता है चाहे वो बैंक अकाउंट खुलवाना हो, इनकम टैक्स भरना हो, क्रेडिट कार्ड बनाना है या फिर ऑनलाइन वॉलेट अकाउंट बनवाना हो. इसीलिए आज की पोस्ट में हम जानेंगे की पैन कार्ड क्या है (What is PAN Card in Hindi) और पैन कार्ड किस काम आता है?
इस कार्ड के बिना ऑनलाइन फाइनेंस से जुड़े कोई काम नहीं हो सकते.
Demonetization (नोटबंदी) के बाद से इंडियन गवर्नमेंट के सलाह पर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने सभी खाता धारकों के लिए इसको आधार कार्ड के साथ जोड़ना अनिवार्य कर दिया है.
मैं आपको सरल भाषा में बताऊंगा की ये क्यों जरुरी है और इसे कैसे बनाये? जिससे आप आसनी से इसके बारे में समझ जाएंगे. इसके साथ ही समझेंगे की इस के फ़ायदे क्या क्या हैं.
तो चलिये बिना देरी किये हुए जानते हैं की आखिर ये पैन कार्ड किसे कहते है (What is PAN Card in Hindi) और इसका हमारे देश में क्या महत्व है.
पैन कार्ड का परिचय
पैन कार्ड Central Board of Direct Taxes (CBDT) की देख रेख में जारी किया जाता है.
पैन कार्ड आइडेंटिफिकेशन प्रूफ के रूप में हमारे बहुत काम आता है. इस के जरिये इंडियन गवर्नमेंट इनकम टैक्स के बारे में पूरी जानकारी हासिल करती है.
पैन कार्ड हर तरह की फाइनेंसियल लेन देन के काम आता है.इसके जरिये इनकम टैक्स भुगतान, नया बैंक अकाउंट खुलवाने में, टैक्सेबल सैलरी रिसीव करने के लिये, जायदाद की ख़रीद बिक्री करने में जरुरत पड़ती है.
ये एक पहचान पत्र की तरह काम करता है लेकिन इसमें एड्रेस नहीं होता इसीलिए इसका इस्तेमाल एड्रेस प्रूफ की तरह नहीं होता है. ये दिखने में बिलकुल डेबिट/क्रेडिट कार्ड के साइज का होता है.
इसमें आपका नाम, पिता का नाम, जन्म तारीख, पैन नंबर दर्ज किया हुआ होता है. इसके साथ ही इसमें फोटो और सिग्नेचर भी रहता है.
पैन कार्ड को हिंदी में क्या कहते हैं?
इसको इंग्लिश में परमानेंट अकाउंट नंबर बोला जाता है. यानी कि शब्द PAN का फुल फॉर्म Permanent Account Number होता है.
इसको हिंदी में स्थाई खाता संख्या कहते हैं.
जैसा की पहले ही हम बात कर चुके हैं की पैन कार्ड 10 करैक्टर लम्बा अल्फा न्यूमेरिक यूनिक करैक्टर होते है.
हर पैन कार्ड नंबर एक दूसरे से अलग और यूनिक होता है. इसमें बहुत सारी जानकारी होती है. चलिए इसे उदाहरण से समझते हैं.
इस नंबर कुछ इस तरह का होता है AAWA1234J
- इसमे पहले के 5 letters इंग्लिश अल्फाबेट्स होते हैं उसके बाद 4 न्यूमेरिकल नंबर होते हैं और लास्ट में फिर एक इंग्लिश अल्फाबेट होता है
- शुरू के 5 अल्फाबेट्स में पहले के 3 अल्फाबेट्स A-Z के बिच में कोई भी लेटर हो सकता है.
- 4th अल्फाबेट्स निचे दिए लिस्ट के अनुसार चुना जाता है.
- कपनी के लिए – C
- किसी Person के लिए – P
- Hindi undivided family (HUF) के लिए – H
- Firm के लिए – F
- Association of persons के लिए (AOP) – A
- Trust के बारे में denote करने के लिए – T
- Individual के लिए (BOI) – B
- Local Authority – L
- Artificial Jurisdiction Person – J
- Government – G
- 5thअल्फाबेट किसी भी person के surname या last name , किसी आर्गेनाईजेशन या कंपनी के नाम का पहला लेटर होता है.
- इसके बाद 6-9 characters के जो 4 न्यूमेरिकल डिजिट्स होते हैं वो 0001 से लेकर 9999 के बिच में से लिए जाते हैं.
- लास्ट डिजिट एक अल्फाबेट होता है जो पीछे के 9 characters के द्वारा एक फार्मूला अप्लाई कर के निकाला जाता है.
पैन कार्ड के फायदे – Benefits of PAN Card in Hindi
अब आगे हम बात करेंगे की इसके फ़ायदे क्या हैं:
- इनकम टैक्स में होने वाली प्रॉब्लम्स और गड़बड़ी से ये कार्ड बचाता है.
- इँडियन गवर्नमेंट द्वारा इशू किया हुआ कार्ड हर जगह वैलिड है. हर सरकारी ऑफिस और बस ट्रैन हर जगह इसकी मान्यता है.
- इसीलिए आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्था में इसे ID प्रूफ की तोर पर दे सकते है
- Full time के अलावा पार्ट टाइम जॉब में भी इसको दिखाने से आपको भुगतान आसानी से हो जाता है.
- अगर आप कहीं पर टेम्पररी जॉब या फिर पार्ट टाइम वर्क करते हैं तो इससे आप साल के लास्ट में TDS claim कर सकते है.
- 50,000 से ज्यादा की लेन देन करने के लिये.
- इससे शेयर मार्किट में 50,000 से ज्यादा की अमाउंट के ट्रांसक्शन करने मे.
- किसी होटल में 25,000 से ज्यादा अमाउंट को Payकरने के लिए ये काम करता है.
पैन कार्ड किस काम आता है
यह हमारे लिए एक पहचान पत्र के रूप में काम करता है. जब कोई बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए बैंक जाता है तो वहां पर पैन कार्ड जमा करना अनिवार्य है. इसके बिना बैंक अकाउंट नहीं खुल सकता है.
इससे टैक्स की जानकारी मिलती है और सरकार को टैक्स चोरी होने उसकी जानकारी मिल जाती है.
इसके अलावा कोई अगर बहुत सारी बैंक में अपना अकाउंट खुलवा आता है और उसे लगता है कि अलग-अलग अकाउंट में पैसा रखने से सरकार की नजर से बच जाएगा तो इसमें सबसे अहम भूमिका पैन कार्ड ही निभाता है.
जिससे सरकार को यह पता चल जाता है कि उसके या किसी इंसान के पास में कुल कितनी संपत्ति है.
पैन कार्ड क्यों जरुरी है?
परमानेंट अकाउंट नंबर हर नागरिक के लिए जरुरी है. बहुत सारे ऐसे काम है जो बिना इसके पॉसिबल नहीं है.
- यह एक तरह से हमारे लिए पहचान पत्र के रूप में काम करता है. इसमें हमारा नाम पिता का नाम और फोटो भी होता है जिसकी वजह से ये ID प्रूफ के लिए वैलिड होता है.
- इनकम टैक्स भरने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. अगर ये न हो तो पता नहीं चलेगा की टैक्स का सही अमाउंट क्या है. ये unique नंबर के जरिये किसी व्यक्ति द्वारा किये गए सारे ट्रांसक्शन को रिकॉर्ड करते हैं. इससे टैक्स की चोरी रोकने में मदद मिलती है.
- जॉब करने वाले व्यक्ति के लिए ये और भी जरूरी होता है. जब ज्यादा प्राइस की किसी ट्रांसक्शन को करना होता है तो वहाँ पैन कार्ड की डिटेल देनी जरुरी है. बिना इसके ट्रांसक्शन नहीं कर सकते.
- नए बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए इसको अनिवार्य कर दिया गया है. इंडिया के किसी भी बैंक में अकाउंट बनवाना है तो वो आप से ये जरूर माँगेंगे.
- टेलीफोन के नया कनेक्शन लेने में ये काम करता है.
- Property ख़रीदने या बेचने के लिए इसकी जरुरत पड़ती है, इसके साथ ही घर बनने और फ्लैट ख़रीदने के लिए इसका होना जरुरी है.
- Vehicle ख़रीदने के लिए भी ये काम आता है.
- Debit/Credit कार्ड पाने के लिए आपको इसकी जरुरत पड़ेगी.
पैन कार्ड कैसे बनाये?
एक वक़्त था जब इसे बनवाना मुश्किल काम हुआ करता था. लेकिन अब ये बहुत आसन हो चुका है. अब कोई भी आम आदमी, कंपनी या फिर कोई संस्था इस इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं.
यहाँ तक की विदेशी भी इसे अप्लाई कर के अपने लिए बनवा सकते हैं.
इस को बनवाने के 2 तरीके हैं, या यूँ कहे तो इसे आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अप्लाई कर के बनवा सकते हैं.
Online : ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए आपको वेबसाइट में लोगिन कर के फॉर्म 49 A भरना होता है. इसके लिए ये वेबसाइट हैं जहाँ से ये काम कर सकते हैं.
Offline : अगर आप पैन कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने नजदीकी सेंटर में जाए.
वहां आप अपना फॉर्म fillup करे और जो जरुरी डाक्यूमेंट्स उसको साथ में अटैच कर के दे दें. फिर अप्रूवल के बाद आपको कार्ड बन कर आ जाएगा.
इस को बनाने के लिए आपको 93 रूपये लगते हैं लेकिन GST लगा के ये 110 रूपये लग जाता है. ऑनलाइन बहुत सारी वेबसाइट हैं जहाँ से आप इसे अप्लाई कर सकते हैं लेकिन वो एक्स्ट्रा चार्ज भी लेते हैं.
लेकिन अगर आप खुद ही अप्लाई कर के बनाते हैं तो ऑनलाइन पेमेंट कर के जितना चार्ज बताया वही आपको लगेगा. इसके लिए आपके पास क्रेडिट/डेबिट या फिर नेटबैंकिंग होना जरुरी है.
लेकिन अगर आप पैन सेंटर में जाकर अपने लिए कार्ड बनवाते हैं तो आपको वहाँ कैश के रूप में पैसे देने होते हैं.
इसके साथ ही पैन अप्लाई करने के बाद आपको एक ट्रैकिंग नंबर दिया जायेगा जिससे आप अपने कार्ड के स्टेटस को चेक कर सकते हैं और जान सकते हैं की ये कब तक आप को मिल जाएगा.
पैन कार्ड के लिए डॉक्यूमेंट क्या क्या चाहिए?
अगर आप अपने लिए या फिर किसी रिलेटिव के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो आपको ये मालुम होना जरुरी है की इसे अप्लाई करने और उसे बनवाने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स क्या क्या हैं.
अगर ये डाक्यूमेंट्स आपके पास नहीं हैं तो फिर अप्लाई नहीं कर सकेंगे. तो चलिए जानते हैं वो डाक्यूमेंट्स क्या हैं जिसके बिना अप्लाई करना मुमकिन नहीं है.
Identity Proof (पहचान प्रमाण): सबसे पहले तो एक आइडेंटिटी प्रूफ होना जरुरी है. अगर नीचे बताये लिस्ट के अनुसार आपके पास कोई भी एक पहचान पत्र है तो आप अप्लाई कर सकते हैं.
1. Passport
2. Voter ID card
3. Aadhar Card UIDAI
4. Ration Card
5. Driving License
6. Photo Identity Card issued by Central or State Government
Address proof (पता प्रमाण): दूसरा जो डॉक्यूमेंट जरुरी है वो एड्रेस प्रूफ है. एड्रेस प्रूफ के लिए आप निचे दिए डाक्यूमेंट्स में से किसी एक को इस्तेमाल कर सकते हैं.
1. Aadhar Card
2. Passport
3. Voter ID card
4. Driving license
5. Post Office Passbook
6. Property Registration certificate.
Birth certificate (जन्म प्रमाण):– तीसरा डॉक्यूमेंट जो इसे अप्लाई करने के लिए जरुरी है वो है जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) ये हमारे जन्म से जुड़े जानकारी देता है.
1. Aadhar Card
2. Elector’s Photo Identity Card
3. Driving license
4. Passport
5. Matriculation Certificate
6. Birth certificate issued by the municipal authority.
Latest Photographs (नए फोटो): आपको अप्लाई करते वक़्त 2 हाल ही में लिए हुए फ़ोटो भी जमा करने होंगे.
दोस्तों सभी डाक्यूमेंट्स का एक एक कॉपी ले और उसमे खुद सिग्नेचर में भी कर के रखे. जिसे सेल्फ अटेस्टेड भी बोलते हैं. ये
भारत सरकार के द्वारा हर बैंक में अनवार्य किया जा चुका है. इसका हर नागरिक के पास होना जरुरी है. इसे आधार कार्ड से भी जोड़ दिया गया है.
पैन कार्ड कितने दिनों में आता है?
पैन कार्ड कितने पैसे में बनता है?
पैन कार्ड कितने उम्र तक बन सकता है?
पैन कार्ड के लिए कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए?
शस्त्र लाइसेंस
आधार कार्ड
पहचानपत्र
राशन कार्ड
पासपोर्ट
केंद्र सरकार/राज्य सरकार पब्लिक सेक्टर की कंपनी की ओर से प्राप्त फोटो पहचानपत्र
पेंशनर कार्ड
पैन कार्ड कितने दिन में अपडेट होता है?
संक्षेप में
दोस्तों आज के समय मे हर सरकारी डॉक्यूमेंट का होना बहुत जरुरी हो चुका है. और इन डाक्यूमेंट्स के बिना हमारा काम नहीं हो सकता है. यहाँ आप ये भी जान चुके हैं की पैन कार्ड क्यों जरुरी है, ये हमारे क्या काम आता है.
साथ ही आपने ये भी जाना की पैन कार्ड कैसे बनाये और क्या काम आता है ताकि हर किसी के पास ये उपलब्ध हो जाये और उनको किसी भी तरह के ऐसे काम होने में परेशानी न हो जो सिर्फ इसी के रहने से हो सकता है.
इसके फ़ायदे क्या क्या है ये भी आप जान चुके हैं.
इस पोस्ट के माध्यम से मुख्य रूप से आपने ये जाना की पैन कार्ड क्या है (What is PAN Card in Hindi) और इस को हिंदी में क्या कहते हैं.
मैं उम्मीद करता हूँ की आपको ये पोस्ट पैन कार्ड क्या होता है अच्छी लगी होगी.
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Nice Article
NICE ARTICLE BRO
Thanks
Thanks
Bhut bdiya sir..apne bhut axe se smjhaya h is baat ko ……..so easy to apply nd get a new pan card