बिहार के मुख्यमंत्री कौन है?

सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम जानना बहुत ही जरूरी है क्योंकि ऐसे कई एग्जाम होते हैं जिनमें मुख्यमंत्रियों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं. कई लोगों को बिहार के मुख्यमंत्री का नाम नहीं पता होता इसलिए आज हम अपने साथी फिल्म के माध्यम से बताएंगे कि बिहार के मुख्यमंत्री कौन है?

हर एक राज्य के मुख्यमंत्री अपने राज्य के सारे कार्यभार को संभालते हुए अपने स्टेट को विकसित करने के लिए नई प्रक्रियाएं लॉन्च करती हैं. ठीक इसी प्रकार बिहार के मुख्यमंत्री भी बिहार राज्य को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कार्यों को कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री कौन होता है?

मुख्यमंत्री एक मंत्री का पद है जिसमें योग्य व्यक्ति ही इस पद को जीत सकता है. मुख्यमंत्री एक राज्य का पूरे कार्यभार को संभालता है कहा जाए तो एक राज्य के अंतर्गत जितने भी प्रक्रिया होती है वह सभी उस राज्य के मुख्यमंत्री के आज्ञा के अनुसार की जाती है.

हर राज्य का एक प्रमुख मालिक होता है जिसे हम मुख्यमंत्री कहते हैं. मुख्यमंत्री कार्यपालिका के वास्तविक प्रमुख हैं.

मुख्यमंत्री बनने की चयन प्रक्रिया:-

राज्य के मंत्री परिषद का प्रधान, मुख्यमंत्री को ही माना जाता है. मुख्यमंत्री बनने के लिए उम्मीदवार को उस राज्य का नागरिक होना जरूरी है इसके साथ साथ जो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं उनकी उम्र 25 वर्ष इससे अधिक होनी चाहिए और उन्हें विधानसभा के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का सदस्य होना चाहिए.

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है. जब कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त होते हैं तो उन्हें दो प्रकार की शपथ लेनी होती है पहला पद पर रहते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना और दूसरा गोपनीयता की.

मुख्यमंत्री के कार्यकाल:-

वैसे तो मुख्यमंत्री कार्यकाल की अवधि 5 वर्ष की होती है लेकिन यह अवधि निश्चित है ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि मुख्यमंत्री की बहुमत बनी हुई रहती है तब वे 5 साल तक इस पद पर नियुक्त रह सकते हैं और यदि इनकी बहुमत नीचे स्तर तक पहुंच जाती है तो इन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया जाता है.

मुख्यमंत्री के कार्य और शक्तियां:-

मुख्यमंत्री के कार्य और शक्तियां अलग-अलग संबंधों में अलग-अलग होती है:-

  • मंत्रिपरिषद के संबंध में
  • राज्यपाल के संबंध में 
  • विधानमंडल के संबंध में

मंत्रिपरिषद के संबंध में:-

मंत्री परिषद के संबंध में कहा जाए तो मुख्यमंत्री मंत्री परिषद का प्रमुख होता है.

राज्यपाल द्वारा उन्हीं मंत्रियों की नियुक्ति की जाती है जो मुख्यमंत्री के द्वारा लिस्ट दिए जाते हैं.

राज्यपाल के संबंध में:-

मुख्यमंत्री राज्यपाल और मंत्रिपरिषद को जोड़ने का कार्य करती है.

मंत्री का कार्य राज्य के प्रशासन और विधान संबंधित जानकारी राज्य के राज्यपाल को बताना है.

विधानमंडल के संबंध में:-

मुख्यमंत्री किसी भी वक्त राज्यपाल को यह सिफारिश कर सकती है कि वह विधानसभा को भंग कर दें.

बिहार के मुख्यमंत्री (Chief Minister) कौन हैं?

बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है. इन्होंने सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने.जो बहुत पहले से ही इस पद पर नियुक्त थे ,2005  में बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री का चुनाव किया गया जिसमें नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त हुए. 

इनकी नियुक्ति 2004 में मुख्यमंत्री पद पर हुई थी लेकिन बहुमत साबित ना करने पर इनको 7 दिनों में अपने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी.

15 साल  से चल रहे लालू राज को नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनकर उनके राज को खत्म किया और बिहार की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ इस राज्य को विकसित करने का प्रयास किया . बहुत सालों से बिहार के जनता को नीतीश को मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त होते देखने की इच्छा थी जो अब पूरी हो गई है.

इतना होने के बाद फिर से 2010 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में रितेश कुमार को चुना गया इसके साथ-साथ अभी भी  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही है.

नीतीश कुमार का जन्म कब हुआ?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म भारत की स्वतंत्रता के 4 साल बाद 1 मार्च 1951 में पटना से 50 किलोमीटर दूर स्थित बख्तियार पुर नामक स्थान में हुआ. इनके पिता जी का नाम आयुर्वेदाचार्य रामलखन सिंह जो एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे.

जब नीतीश कुमार का जन्म हुआ तब इनके माता-पिता द्वारा इनका नाम नितीश रखा गया इसका दो मतलब  है,’श्री कृष्ण’ और ‘सही राह पर चलना’. इनको घर में मुन्ना नाम से भी बुलाया जाता था.

नीतीश कुमार की शिक्षा:-

नीतीश कुमार एक ऐसे विद्यार्थी थे जो बचपन से हर एक टॉपिक को सही तरीके से समझते हुए पढ़ाई करते थे अर्थात  दूसरे शब्दों में कहा जाए तो नीतीश कुमार एक तेज विद्यार्थी थे.

इनके शिक्षक द्वारा इन्हें तेज  विद्यार्थी कहा जाता था क्योंकि इनका कमांड हर एक सब्जेक्ट में बहुत ही बेहतरीन होता था जिसको देखते हुए शिक्षक कहते थे यह बच्चा 1 दिन इंजीनियर बनेगा.

जब नीतीश कुमार टेंथ की पढ़ाई कर रहे थे और पढ़ाई करने के बाद जब उनकी मैट्रिक की परीक्षा हो रही थी उस समय मैथ के एग्जाम टाइम समय पुरते ही शिक्षक द्वारा उनके पेपर छीन लिए गए जिससे मैथ्स में उनका मार्क्स हंड्रेड नहीं आ पाया.

इसलिए जब यह मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त हुए तो इन्होंने आदेश दिया कि परीक्षा में निश्चित समय के अलावा 15 मिनट और विद्यार्थियों को दी जाए जिससे बिहार बोर्ड में एग्जाम का टाइम खत्म होने के बाद 15 मिनट विद्यार्थियों को एक्स्ट्रा टाइम मिलता है.

बिहार को विकसित करने के लिए  नीतीश कुमार की सोच :-

नीतीश  कुमार बिहार में सातवें बार मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त हुए और उनका विचार अपने राज्य के प्रति हमेशा सकारात्मक रहा है. 

उनका हमेशा से यही प्रयास रहा है कि वे अपने राज्य को एक ऊंचे स्तर तक पहुंचा सके लोगों के द्वारा कहा जाता है कि बिहार राज्य में बेरोजगारी बहुत ही ज्यादा है लेकिन मुख्यमंत्री के द्वारा कहा जा रहा है कि नई नई टेक्नोलॉजी को लाया जा रहा है जिसके माध्यम से हर एक बच्चा को प्रशिक्षित किया जाएगा जिससे उनका राज्य आगे बढ़ सकेगा. 

शिक्षा के क्षेत्र में इस मुख्यमंत्री के द्वारा बहुत ही बड़ा योगदान दिया जा रहा है और आगे भी दिया जाएगा जिससे बिहार का हर एक छात्र और छात्राएं सही शिक्षा ग्रहण कर पाए.

बिहार में हर एक नौकरियों के अवसर नीतीश कुमार द्वारा प्रदान की जाएगी जिससे इस राज्य के कोई भी नागरिक रोजगार ना रह सके.

बिहार के अन्य मंत्रियों का कहना है कि वे अपने राज्य के मुख्यमंत्री अर्थात नीतीश कुमार के द्वारा दिए गए हर एक आदेशों को सही तरीके से निभाकर अपने राज्य को उस स्तर तक पहुंचाएंगे जो प्रधानमंत्री के द्वारा सोचा गया है. बिहार को विकसित करने के लिए बिहार के हर एक मंत्री धैर्य और संयम के साथ साथ सभी प्रक्रियाओं को बहुत ही इमानदारी पूर्वक कर रहे हैं.

नीतीश कुमार अपने मुख्यमंत्री के कर्तव्य को बहुत ही अच्छी तरीके से चलाते आ रहे हैं और आगे भी इमानदारी पूर्वक अपने मुख्यमंत्री के कर्तव्यों को निभाएंगे और अपने राज्य को विकसित करेंगे.

नितीश कुमार एक नेक और ईमानदार नेता है जो एक स्वतंत्रता सेनानी के बेटे हैं इसलिए इनकी रगों में भी अपने देश के प्रति सद्भावना रहती है.

नीतीश कुमार के कौन से बयान अभी चर्चा में है?

बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा कहा गया कि इन 16 सालों में बिहार में कुछ ऐसे कार्य किए गए हैं जिसकी मिसाल भविष्य में दी जाएगी. इनके द्वारा दिए गए इस बयान को लोग बहुत ही गंभीरता रूप से ले रहे हैं. 

बिहार में शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य संबंधित प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ इन सभी में सुधार लाया गया है जिससे बच्चों को शिक्षा प्रदान हो और रोगियों को सही इलाज मिल सके. 

नए शिक्षकों की भर्ती के साथ-साथ अस्पतालों में कई प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है इसके साथ-साथ बिहार में ऐसे कई कार्य हैं जो बहुत ही अच्छे तरीके से किया जा रहा है.

लोगों के द्वारा मुख्यमंत्री के प्रति यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार बिहार राज्य को -10 से प्लस 10 तक पहुंचाया है.

नीतीश कुमार के द्वारा शुरुआती कार्यकाल  में ही बहुत से अच्छे-अच्छे कार्य को किया गया जिसमें लड़कियों के लिए पोशाक योजना चलाया गया, बिहार एक ऐसा राज्य है जो पंचायत और नगर निकायों के चुनाव में महिला आरक्षण लगाई है.

यहां तक कि हर घर नल के माध्यम से स्वच्छ जल पहुंचाने की योजना बनाई गई  हर एक  कार्य पूरे सही ढंग से चलाया गया जिससे बिहार के हर एक घर में नल के माध्यम से स्वच्छ जल पहुंचाया जाता है.

नीतीश कुमार के द्वारा 1 अप्रैल 2016 ईस्वी को शराबबंदी कानून लागू किया गया जिसके माध्यम से बिहार जिले में शराब की दुकानें बंद की गई और इसका लाभ यह हुआ कि परिवार में शराब की वजह से जितने भी मुसीबतें आती थी उसकी स्थिति में सुधार आई.

निष्कर्ष

बिहार राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार हैं जिन्होंने इस पद पर कई वर्षों से कार्य किया है और अपने राज्य के सारे कार्यभार को संभाला है. विद्यार्थियों को हर राज्य के मुख्यमंत्रियों की जानकारी होनी चाहिए क्योंकि इससे संबंधित प्रश्न एग्जाम में पूछे भी जाते हैं. तो हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री कौन है?

उम्मीद है आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो और बिहार के मुख्यमंत्री की जानकारी सही पूर्वक आपको मिली हो.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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