अक्सर लोगों से विटामिन के बारे में सुनते होंगे और ज्यादातर विटामिन ए का नाम जरूर लेते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं की विटामिन ए का रासायनिक नाम क्या है? तथा इसकी कमी से कौन-कौन सी बीमारी होती है?
विटामिन ए हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक है यह विटामिन का हमारे शरीर में होने से हमारे शरीर के साथ-साथ आंख भी सुरक्षित रहता है.
इसलिए बच्चों से लेकर बड़े व्यक्तियों को भी विटामिन ए के पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए जिससे उनके शरीर में इस विटामिन की कमी ना हो.
विटामिन ए क्या होता है?
विटामिन ए उस कार्बनिक यौगिक को कहते हैं जो हमें पोषक तत्व जैसे हरी सब्जियां ,पोस्टिक आहार इत्यादि से मिलता है. विटामिन ए की आवश्यकता हर एक जीव को है क्योंकि इस विटामिन के होने से हमारा शरीर स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है.
विटामिन हाइड्रोजन नाइट्रोजन कार्बन तथा गंधक जैसे तत्वों से मिलकर बना होता है जो हमें अपने भोजन के द्वारा प्राप्त होता है. विटामिंस को वृद्धि कारक भी कहा जाता है क्योंकि हमारे शरीर में विटामिंस के होने से हमारे शरीर का हर एक अंग वृद्धि करता है और बॉडी चुस्त और दुरुस्त रहती है.
जिस भी व्यक्ति के शरीर में विटामिंस की कमी होती है उनका शरीर कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित रहता है इसलिए हम लोगों को पोषण युक्त आहार ग्रहण करना चाहिए क्योंकि पौष्टिक आहार से ही विटामिन हमें मिलता है.
विटामिन ए का रासायनिक नाम क्या है?
विटामिन एक कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनमें हाइड्रोजन ऑक्सीजन कार्बन नाइट्रोजन तथा गंधक तत्व मिले होते हैं और इन सभी तत्वों का हमारे शरीर में होना बहुत ही आवश्यक है.
इसलिए लोग अक्सर हरी सब्जियां पोस्टिक आहार को भोजन के रूप में खाते हैं जिससे उनके शरीर में विटामिंस की कमी नही होती है और उनका शरीर स्वस्थ रहता है.
विटामिन ए की बात करें तो कई ऐसे बच्चे होते हैं जिन्हें विटामिन से संबंधित जानकारी नहीं होती और जब उन्हें इनसे संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं तो वह उत्तर देने से वंचित रह जाते हैं
विटामिन हमारे शरीर के लिए अति उत्तम पदार्थ है जिसकी जानकारी हमें रखना जरूरी होता है इसलिए विटामिन से संबंधित प्रश्न परीक्षाओं में भी पूछी जाती है और अन्य लोगों से भी कभी कभी इनसे संबंधित प्रश्न पूछे जाता है.
विटामिन ए का रासायनिक नाम रेटिनाल है. ऐसे बहुत से बच्चे होते हैं जिन्हें विटामिन ए की कुछ जानकारियां होती है लेकिन उन्हें इन का रासायनिक नाम नहीं पता होता.
हर एक विटामिन से संबंधित जानकारी हम लोगों को होना चाहिए और उसके साथ उनके रासायनिक नामों को भी जानना चाहिए.
विटामिन ए का प्रमुख स्रोत क्या है?
विटामिन ए हमें पौधों तथा पशुओं से प्राप्त होता है इसलिए लोगों को कहा जाता है कि शाकाहारी के साथ-साथ मांसाहारी होना भी आवश्यक है क्योंकि मांसाहारी होने से भी हमें बहुत से प्रोटीन मिलती है जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक होता है.
विटामिन ए हमें हरि सब्जियां, ताजे फल, अंडे, एवं अन्य प्रकार की पोस्टिक आहारो से प्राप्त होता है
हमारे बॉडी का हर एक अंग अच्छे तरीके से काम करें इसके लिए हमें विटामिन से संबंधित भोजन खाने होंगे तभी हमारा शरीर अच्छे तरीके से काम करेगा क्योंकि यह हमारे शरीर के लिए एक उच्चतम पदार्थ है जिससे हमारा शरीर स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है.
जिन व्यक्तियों के शरीर में विटामिन ए की कमी होती है उनके बाल चेहरा एवं नाखून का विकास अच्छे से नहीं होता. इसलिए हम लोगों को विटामिन ए से संबंधित भोजन ग्रहण करके अपने शरीर में विटामिन की कमी नहीं होने देना चाहिए.
क्योंकि इससे हमारा स्कीन, बाल के साथ-साथ अन्य पार्ट भी हेल्थी रहते हैं. इसलिए ऐसे कई स्रोत हैं जहां से हमें विटामिन ए मिलती है और हमें उन स्रोतों से भोजन के रूप में विटामिन लेना चाहिए.
विटामिन ए की कमी से कौन सी बीमारी होती है?
विटामिन ए के साथ-साथ सभी प्रकार के विटामिंस हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि हमारे शरीर में इन सभी विटामिन का मौजूद होने से हमारा शरीर किसी बीमारी के चपेट में नहीं आता और हम स्वस्थ और सुरक्षित रहते हैं.
जहां तक संभव हो हमें अपने शरीर में हर प्रकार की विटामिंस की मात्रा पर्याप्त रखनी चाहिए और इसे प्राप्त रखने के लिए हम लोगों को पोषक तत्व और पोस्टिक आहार जैसे भोजन का ग्रहण करना चाहिए.
जब हम पोस्टिक आहार का सेवन करते हैं तो उस आहार के माध्यम से हमारे शरीर में विटामिन पहुंचता है जिससे हमारा शरीर अन्य प्रकार के रोगों से मुक्त रहता है.
कई ऐसे व्यक्ति होते हैं जो फल और हरी सब्जियां नहीं खाते जिनसे उनके शरीर में विभिन्न प्रकार के विटामिंस की कमी होती है और वे कई प्रकार के बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं.
जहां तक संभव हो हमें अपने शरीर में विटामिन की मात्रा व्याप्त रखने का कोशिश करना चाहिए जिससे हमारा शरीर फुर्तीला और चुस्त-दुरुस्त रह सके.
विटामिन ए की कमी से होने वाली बीमारियां निम्नलिखित है:-
जिस व्यक्ति के शरीर में विटामिन ए की कमी होती है उन्हें आंखों से संबंधित कई प्रकार की बीमारी होने लगती है.
विटामिन ए की कमी से आंखों में रतौंधी हो जाता है.
इस विटामिन की कमी से हमारे आंखों के सफेद हिस्से में धब्बा जैसा दाग दिखने लगता है.
जिस व्यक्ति के शरीर में विटामिन ए की कमी रहती है उनकी आंखों में रतौंधी तथा धब्बे के साथ-साथ उनकी कॉर्निया में सूखापन आने लगता है जिससे उसमें घाव होना शुरू हो जाता है जिससे हमारे आंखों को क्षति पहुंचती है.
आंखों की प्रॉब्लम आजकल की जनरेशन में छोटे-छोटे बच्चों को भी होता है क्योंकि अभी के युग में छोटे बच्चों को पोस्टिक आहार नहीं मिल पाता जिस कारण उसके शरीर में विटामिन ए की कमी होती है और इसकी कमी का होना मतलब आंखों में बीमारी होना.
कई बच्चों को तो छोटी उम्र से ही इस विटामिन की कमी होने लगती है जिससे उन्हें धुंधला दिखाई देने लगता है इस कारण से उन्हें रात में किसी भी चीज को देखने में परेशानी होती है और इस वजह से उन्हें कम उम्र में ही पावर के चश्मे दे दिए जाते हैं.
यदि हम अपने बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करें तो आंखों की बीमारी हमारे बच्चों को नहीं होगी ऐसा इसलिए है क्योंकि पोस्टिक आहार में विटामिन ए शामिल होता है.
यदि हम पोस्टिक आहार का सेवन करें तो हमारे शरीर में भी विटामिन ए बनेगा जिससे हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे आंख भी सुरक्षित रहेंगे.
विटामिन ए कितने प्रकार के होते हैं?
विडमेट के विभिन्न प्रकार है जिसका हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में होना बहुत ही जरूरी है यदि हमारे शरीर में विटामिन उपलब्ध होते हैं तो इससे हमें किसी बीमारी का आशंका नहीं होता.
हमारा शरीर और हमारा आंख सभी बीमारियों से सुरक्षित रहता है हमे इन सभी कार्बनिक यौगिकों का सेवन पोषक तत्वों जैसे भोजन को खाने से मिलता है.
विटामिन ए के विभिन्न प्रकार हैं जो निम्नलिखित हैं:-
- विटामिन ए
- विटामिन बी
- विटामिन सी
- विटामिन डी
- विटामिन ई.
इन सभी विटामिनों का हमारे शरीर में उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध होना जरूरी है तभी हमारा शरीर इनकी कमी से होने वाले रोग से मुक्त रहेगा.
इन सभी विटामिंस की कमी से होने वाले रोग:-
विटामिन ए से होने वाले रोग:-
दातों का क्षय, आंखों से संबंधित बीमारी जैसे रतौंधी, कोर्निया का सूखना, आंख के सफेद हिस्से में धब्बे होना, वृद्धि रुकना इत्यादि.
विटामिन बी 1 से होने वाली रोग:-
हमारे शरीर में कमजोरी का आना, थकान होना, बेरी बेरी रोग, गलियों में परिवर्तन आना, त्वचा संबंधित रोग का होना इत्यादि.
विटामिन बी 2 :- धुंधली दृष्टि का होना, समय से पहले बुढ़ापा हो जाना, जीभ में छाले पड़ना, अधिक प्रकाश की और देखने में परेशानी होना इत्यादि, इन सभी रोग विटामिन b2 के कमी से होता है.
विटामिन बी 3 :- विटामिन b3 के कारन त्वचा में फोड़े फुंसी का होना, जीभ में चिकनापन आ जाना, मानसिक विकास अच्छे से ना होना, पाचन क्रिया में प्रॉब्लम इत्यादि रोग होता है.
विटामिन बी 5:- पैरों में जलन होना, पेशियों में लकवा मार देना इत्यादि.
विटामिन बी 6:- शरीर के बाहर का कम होना, मस्तिष्क का विकास अच्छी तरीके से नहीं होना, त्वचा रोग इत्यादि.
विटामिन बी7:- बालों का झड़ना, शरीर दर्द होना, मांसपेशियों में लकवा की बीमारी.
विटामिन बी 12:- रुधिर की कमी.
विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग:-
अस्थियों का कमजोर होना, चोट लगने से रुधिर का निकलना, मसूड़े फूल जाना इत्यादि रोग विटामिन सी की कमी से होती है.
विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग:-
विटामिन डी की कमी से प्रायः दांतो से संबंधित बीमारी होती है जैसे दांतों का सड़ना, का कमजोर होना, इन सभी सूखे रोग विटामिन डी की कमी से होती है.
विटामिन ई की कमी से होने वाले रोग:-
विटामिन ई की कमी से जनन शक्ति में कमी आती है इसलिए विटामिन ई से संबंधित पोस्टिक आहार को खाना चाहिए.
विटामिन ए के फायदे:-
विटामिन ए के निम्नलिखित फायदे हैं:-
विटामिन ए युक्त पोशाक आहार खाने से हमारे शरीर की इम्यूनिटी पावर बढ़ती है अर्थात प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होता है जिससे हमारा शरीर किसी भी प्रकार की बीमारियों से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है और इस तरह हम किसी भी बीमारी के चपेट में नहीं आते हैं.
विटामिन ए युक्त भोजन ग्रहण करने से आंखों से संबंधित बीमारियां आंखों में धब्बे होना सुखा बनाना इन सभी बीमारियों से हमारे आंख सुरक्षित रहते हैं. चेहरे की खूबसूरती के लिए आंखों का सुंदर दिखना आवश्यक है और यह तभी होगा जब आप पोस्टिक आहार खाएंगे.
विटामिन ए से हमारे शरीर की कोशिकाओं में वृद्धि होती है और इसके साथ साथ हमारे चेहरे के लिए विटामिन ए बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि विटामिन ए खाने से हमारे फेस में होने वाले पिंपल्स तथा दाग धब्बे नहीं होते.
बालों के साथ-साथ हमारे नाखून के लिए भी विटामिन ए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि इससे हमारा बाल घने और लंबे होते हैं इसलिए हमें इस विटामिन से संबंधित भजनों का सेवन करना चाहिए.
विटामिन ए का हमारे शरीर में होने से हमारे शरीर की हड्डियां मजबूत होती है. इस तरह हमारे शरीर के कई ऐसे रोग हैं जो बिटवीन ए की मदद से दूर किए जा सकते हैं.
जहां तक संभव हो हमें पौष्टिक आहार का सेवन करके अपने शरीर में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा बनानी चाहिए.
निष्कर्ष:-
यदि हम लोगों के शरीर में विटामिन ए प्राप्त मात्रा में उपलब्ध रहते हैं तो इससे हमें अपनी बॉडी को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है जिससे हमारा शरीर इसकी कमी से होने वाले रोग से मुक्त रहता है.
इसलिए हम लोगों को हरी सब्जियां, ताजे फल, अंडे एवं अन्य पौष्टिक आहार खाने चाहिए.
हमने आपको आज बताया की विटामिन ए का रासायनिक नाम क्या होता है तथा इसकी कमी से कौन से रोग होते हैं?
ऐसे बहुत से विद्यार्थी हैं जिन्हें विटामिन ए से होने वाली बीमारियों के बारे में पता नहीं होता लेकिन आज आप इस आर्टिकल के माध्यम से जान गए होंगे.
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