इंजीनियरिंग करने का सबसे बड़ा लक्ष्य यही होता है की चाहे सरकारी या प्राइवेट किसी में भी एक अच्छी नौकरी मिल जाये.
अगर आप रेलवे में इंजीनियर के रूप में काम करने की इच्छा रखते हैं और जानना चाहते हैं की रेलवे इंजीनियर कैसे बने और कितनी सैलरी होती है तो इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े.
इसमें हम इससे से जुडी सारी जानकारी देने वाले हैं.
एक इंजीनियर बनना वो भी रेलवे में काफी गर्व की बात है क्यूंकि हमारे देश की अर्थव्यवस्था में रेलवे बहुत ही अहम् भूमिका निभाता है.
यही वजह है की रेलवे के लिए निकलने वाली किसी भी वचनस्य में उम्मीदवारों की संख्या काफी अधिक होती है. लोगों के बीच इस विभाग में जाने कड़ा कम्पटीशन होता है.
भारत में रेलवे का इतिहास काफी पुराना है और ये अपनी सेवा 165 वर्षों से देशवासियों को दे रही है.
लेकिन ये समझ लीजिये इस में अगर आपको नौकरी चाहिए तो काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी.
लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए अगर आप अच्छी प्लानिंग के साथ तैयारी करते हैं तो फिर आपको रेलवे इंजीनियर बनने से सकता है.
चलिए अब आपको इसके बारे में सभी जानकारी देते हैं की इसके लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
रेलवे इंजीनियर बनने की योग्यता
अब आपको यह जानना जरूरी है कि रेलवे में इंजीनियर बनने के लिए आप में क्या योग्यता होनी चाहिए आपकी योग्यता कितनी होनी चाहिए कौन से विषय पढ़ने चाहिए जल्दी इसके बारे में जान लेते हैं.
शैक्षणिक योग्यता
रेलवे में इंजीनियरिंग के पद पर काम करने के लिए सबसे पहले तो आपको दसवीं पास कर लेने के बाद में 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री में विषयों के साथ इंटरमीडिएट साइंस के रूप में करना है.
उसके बाद आपको 4 साल का इंजीनियरिंग का डिग्री प्रोग्राम पूरा करना होगा आप कैसे भी मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक या बी ए का कोर्स कर सकते हैं.
अगर आप अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको एंट्रेंस एग्जाम भी पास करना होगा जब आप बीटेक पूरी कर लेंगे तो रेलवे इंजीनियर के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
आयु सीमा
रेलवे इंजीनियरिंग के पद पर भर्ती पाने के लिए उम्मीदवार की उम्र कम से कम 20 साल तथा अधिक से अधिक उम्र 32 वर्ष की होनी चाहिए.
जो भी उम्मीदवार आरक्षित वर्ग से होते हैं उनकी आयु में कुछ छूट भी दी जाती है.
इंजीनियरिंग के अनुसार आयु में कुछ कम या ज्यादा भी होने की संभावना रहती है जब भर्ती निकलती है उसमें आयु सीमा के बारे में बता दिया जाता है.
रेलवे में इंजीनियरिंग के पद पर काम करने के लिए सबसे पहले तो आपको दसवीं पास कर लेने के बाद में 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री में विषयों के साथ इंटरमीडिएट साइंस के रूप में करना है.
उसके बाद आपको 4 साल का इंजीनियरिंग का डिग्री प्रोग्राम पूरा करना होगा आप कैसे भी मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक या बीए का कोर्स कर सकते हैं.
अगर आप अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको एंट्रेंस एग्जाम भी पास करना होगा जब आप बीटेक पूरी कर लेंगे तो रेलवे इंजीनियर के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
रेलवे इंजीनियर बनने के लिए कोर्स
इंजीनियरिंग का कोर्स करने के बाद में आप रेलवे इंजीनियर के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
अगर आप इन में से किसी एक कोर्स को भी किए हुए हैं तो आप जब भी भर्ती निकलती है तो इस पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
यह कोर्स निम्नलिखित हैं:
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर इंजीनियरिंग
- रेल ट्रांसपोर्ट एंड मैनेजमेंट
- ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
इसके अलावा भी कई कोर्स हैं जिनको करने के बाद में आप रेलवे में इंजीनियरिंग जॉब करने के लिए आराम से अप्लाई कर सकते हैं एक बार आप जो हासिल कर लेते हैं तो आपकी परफॉर्मेंस के अनुसार आपको प्रमोशन भी प्राप्त होते हैं.
रेलवे इंजीनियर की भर्ती
इस पद की भर्ती का जिम्मेदार आरआरबी होती है जिससे रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के नाम से भी जाना जाता है.
इस डिपार्टमेंट के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के पदों की भर्ती की जाती है सबसे बड़ी बात यह है कि यह सरकारी नौकरी होती है जिसमें हर प्रकार की सुविधाएं दी जाती है.
यही कारण है कि लोग इसमें जो प्राप्त करने के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत करते हैं.
आपने जूनियर इंजीनियर का नाम तो जरूर सुना होगा जो कि इसी विभाग के द्वारा भर्ती किया जाता है.
डिप्लोमा इंजीनियरिंग किए हुए उम्मीदवारों की भर्ती परीक्षा के माध्यम से करते हैं. दसवीं पास करने के बाद किए जाने वाले इंजीनियरिंग कोर्स कोई डिप्लोमा कोर्स कहां जाता है.
इसके अंतर्गत भी विभिन्न प्रकार के डिपार्टमेंट में स्टूडेंट इंजीनियरिंग करते हैं जैसे मैकेनिकल सिविल इलेक्ट्रिकल सॉफ्टवेयर कंप्यूटर इत्यादि.
डिप्लोमा इंजीनियरिंग किए हुए उम्मीदवार जूनियर इंजीनियर के लिए अप्लाई करते हैं और आरआरबी के द्वारा आयोजित परीक्षा में भाग लेकर बात करके इस जॉब को प्राप्त करते हैं.
रेलवे इंजीनियर एग्जाम पैटर्न
1st Stage CBT (पहला चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1)
2nd Stage CBT (दूसरा चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT 2)
Document Verification – (दस्तावेज़ सत्यापन)
Medical Examination – (चिकित्सा परीक्षण)
Final Result – (अंतिम परिणाम)
1st Stage CBT (पहला चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1)
पहला चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट केवल स्क्रीनिंग परीक्षा होती है.
इसका मतलब है कि इसमें स्कोर किये जाने वाले नंबर को फाइनल रिजल्ट बनाने में उपयोग नहीं नहीं किया जाता है.
यह परीक्षा का चरण आरआरबी जेई परीक्षा के सबसे महत्वपूर्ण चरण में बाहर है क्योंकि अच्छे और योग्य उम्मीदवारों को इस परीक्षा में केवल एक या दो नंबर के कारण ही छंटाई कर दी जाती है.
इस में एक एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाता है जो परीक्षा में एक प्रकार छंटाई वाले अधिक उम्मीदवारों के लिए फ़िल्टर का काम करता है. RRB JE CBT 1 परीक्षा पैटर्न निम्नानुसार है:
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|
गणित | 30 | 30 |
जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग | 25 | 25 |
सामान्य जागरूकता | 15 | 15 |
सामान्य विज्ञान | 30 | 30 |
कुल | 100 | 100 |
समय | 90 मिनट |
इस परीक्षा में गलत उत्तरों के लिए नेगेटिव मार्किंग किया जाता है. हर गलत जवाब के लिए 1/3rd अंक काट लिया जायेगा.
इस चरण में पास होकर अगले चरण में जाने के लिए जो विभिन्न श्रेणियों के लिए कम से कम अंक प्राप्त होने चाहिए वह निम्नलिखित हैं:
- UR -40%,
- OBC-30%,
- SC-30%,
- ST -25%
इसके अलावा PwBD से बिलोंग करने वाले उम्मीदवारों को 2% की छूट दी जा सकती है लेकिन अगर उनकी खली जगह रह जाती है उसमे आरक्षित छात्रों को मिल जाएगी.
2nd Stage CBT (दूसरा चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT 2)
आरआरबी जेई सीबीटी परीक्षा के दूसरे स्टेज की परीक्षा इसमें मुख्य परीक्षा है.
क्योंकि इस परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा स्कोर किये गए अंक को ही लास्ट रिजल्ट के लिए मेरिट के रूप में माना जाता है.
यह चरण इस परीक्षा का लास्ट स्टेज होता है जिसमे पास करने वाले उम्मीदवार को फिजिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता है. अगर उम्मीदवार मेडिकल टेस्ट में फिर साबित हो जाता है तो उसे सीबीटी 2 में कटऑफ से ऊपर स्कोर करने पर चुन लिया जाएगा.
दूसरे चरण में चुने गए उम्मीदवारों की संख्या पहले स्टेज में केटेगरी वाइज चुने गए उम्मीदवारों की संख्या से 15 गुना अधिक होनी चाहिए.
उम्मीदवारों को आरआरबी जेई परीक्षा में अपने चयन को कन्फर्म करने के लिए सीबीटी 2 परीक्षा पैटर्न को समझना बहुत जरुरी है और उन्हें इस भलीभांति समझ लेना चाहिए.
सीबीटी 2 का परीक्षा पैटर्न निम्नानुसार है:
विषय | प्रश्नो की संख्या | अंक |
---|---|---|
सामान्य जागरूकता | 15 | 15 |
भौतिकी और रसायन विज्ञान | 15 | 15 |
कंप्यूटर और अनुप्रयोगों की मूल बातें | 10 | 10 |
पर्यावरण और प्रदूषण नियंत्रण की मूल बातें | 10 | 10 |
तकनीकी क्षमताएँ | 100 | 100 |
कुल | 150 | 150 |
समय | 120 मिनट |
नेगेटिव मार्किंग : सीबीटी में गलत उत्तरों के लिए नेगेटिव मार्किंग की जाएगी. हर गलत जवाब देने पर 1/3rd अंक काट दिया जाएगा.
इस चरण में पास होकर अगले चरण में जाने के लिए जो विभिन्न श्रेणियों के लिए कम से कम अंक प्राप्त होने चाहिए वह निम्नलिखित हैं:
- UR -40%,
- OBC-30%,
- SC-30%,
- ST -25%
साथ ही जो PwBD उम्मीदवारों हैं उन को 2% की छूट दी जा सकती है. लेकिन अगर उनकी खली जगह रह जाती है उसमे आरक्षित छात्रों को मिल जाएगी.
नोट: दूसरे स्टेज की परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को उनके कंप्यूटर स्क्रीन पर वर्चुअल कैलकुलेटर को 2उपयोग करने के लिए अनुमति दी जाएगी.
ऊपर दिए गए पैटर्न में बदलाव भी किया जा सकता है ये एक बेसिक पैटर्न है जो हमने दिया है. इसके अलावा क्वेश्चन पेपर में कुछ भिन्नताएँ हो सकती हैं.
Document Verification – (दस्तावेज़ सत्यापन)
दूसरे स्टेज को भी सफलतापूर्वक पास कर लेने के बाद में आपके दस्तावेजों को वेरीफाई किया जाता है आपने 10वीं, 12वीं या फिर डिप्लोमा, बी.टेक के कोर्स को मान्यता प्राप्त संस्थान से किया है या नहीं किया है यह भी जांच किया जाएगा.
यह जांच पूरी होने के बाद ही आपको अगले चरण के टेस्ट के लिए भेजा जाता है.
Medical Examination – (चिकित्सा परीक्षण)
आपकी शारीरिक जांच की जाती है यानी कि आपको एक टेस्ट से गुजरना पड़ता है जिसमें आपके शरीर के विभिन्न भागों को जांच किया जाता है और पता लगाया जाता है कि कहीं आपके शरीर में कोई बीमारी तो नहीं.
जब आप इससे भी पास कर लेते हैं तो फिर अब अंतिम परिणाम की ओर बढ़ जाते हैं और वहां पर चुने हुए उम्मीदवारों का नाम जारी कर दिया जाता है
Final Result – (अंतिम परिणाम)
जब आप पहले चरण उसके बाद दूसरे चरण तथा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन साथ ही मेडिकल एग्जामिनेशन को भी पास कर लेते हैं तो फिर अंतिम परिणाम घोषित कर दिया जाता है.
वहां आपको अपना नाम दिखाई देता है कि आप किस सिलेक्शन हो गया और आप इस जॉब को ज्वाइन कर सकते हैं.
रेलवे इंजीनियर की सैलरी
रेलवे में जूनियर इंजीनियर के पद पर काम करने वाले उम्मीदवार की सैलरी के स्ट्रक्चर को रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी कि आरआरबी तय करती है.
जिसके तहत बेसिक वेतन के रूप में 35,400 प्रति माह निर्धारित की गयी है. यह बोर्ड इसके अलावा कई दूसरे पोस्ट के लिए भी जूनियर इंजीनियर को रिक्रूट करती है.
जूनियर इंजीनियर के सैलेरी स्ट्रक्चर को भी सातवें वेतन आयोग के आने के बाद से रिवाइज किया गया है जो इस प्रकार है:
RRB JE पोस्ट | सैलरी |
---|---|
पे स्केल बैंड (वर्तमान सैलरी) | INR 29300 – 34800 |
ग्रेड पे (वर्तमान सैलरी) | INR 4,200 |
पे बैंड (VI CPC) | INR 29300 – 34800 |
ग्रेड पे (VI CPC) | INR 4,800 |
पे बैंड (VII CPC) | INR 37200 – 139200 |
ग्रेड पे (VII CPC) | INR 19,200 |
चुने जाने पर /प्रमोशन, प्रवेश पाने पर वेतन | INR 72,600 |
The various posts under the Junior Engineer category are given below:
- जूनियर इंजीनियर (JE)
- जूनियर इंजीनियर (Information Technology)
- डिपोट मटेरियल सुपरिंटेंडेंट (DMS)
- केमिकल और मेटलर्जिकल असिस्टेंट (CMA)
निष्कर्ष
बहुत सारे बच्चे रेलवे में जॉब प्राप्त करना चाहते हैं वो काफी मेहनत करते हैं. रेलवे में जॉब मिलना एक सपने के पुरे होने के जैसा है.
यही वजह है की इस पोस्ट में हमने आपको बताया की रेलवे इंजीनियर कैसे बने?
इसके लिए योग्यता, आयु सीमा इत्यादि क्या होनी चाहिए ये भी बताया.
ये भी बताया की एक रेलवे इंजीनियर की सैलरी क्या होती है. आर्टिकल अच्छी लगी हो तो इसे दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।